पिरूल से विद्युत बनाने को डीएम/डीएफओ को ऊर्जा सचिव ने दिए निर्देश
बागेश्वर ( आखरीआंख समाचार ) पिरुल के माध्यम से बायोमास विद्युत उत्पादन करने के सम्बन्ध में सचिव उर्जा राधिका झा ने वी0सी0 के माध्यम से 11 जनपदों के जिलाधिकारियों को बताया कि यह योजना मा0 मुख्यमंत्री जी की महत्वकॉक्षी योजना है जिसके माध्यम से उत्तराखण्ड से हो रहे पलायन को रोकने में यह योजना कारगर साबित होगी। जिसके लिए जिला स्तर पर की गयी तैयारियों के संबंध में जानकारी ली। उन्होने वी0सी0 के माध्यम से सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दिए है कि इस योजना से लोगों को प्रोत्साहित करने के लिए जिलाधिकारी अपने अपने जिलों में कमेटी गठित करेंं। उन्होने सभी जनपदों के प्रभागीय वनाधिकारियों को वें सभी वन पंचायतो के साथ बैठक आयोजित कर जिन क्षेत्रों में पिरुल की मात्रा अधिक पायी जाती है उन क्षेत्रों को भी चिन्हित करने के लिए कहा है।
वी0सी0 के माध्यम से जनपद बागेश्वर में पिरुल के लिए बनायी गयी कार्ययोजना के सम्बन्ध जिलाधिकारी रंजना राजगुरु से जानकारी ली। जिलाधिकारी रंजना राजगुरु ने बताया कि जनपद के गरुड़ क्षेत्र में पिरुल बायोमास से विद्युत उत्पाद के लिए प्रोजेक्ट तैयार हो चुका है जिसमें बी0 एन0 टम्टा द्वारा पिरुल से बॉयोफियूल तैयार करने के लिए प्रोजेक्ट उपलब्ध कराया गया है जिनके द्वारा हर माह 2.50 मीट्रिक टन पिरुल एकत्र करने का लक्ष्य रखा गया है। जिलाधिकारी ने अवगत कराया कि इस योजना के व्यापक प्रचार-प्रसार के लिए महाप्रबन्धक उद्योग व उरेड़ा को निर्देश दिये गये है, साथ ही वन विभाग द्वारा 24 लोकेशन एवं 35 क्रू स्टेशन चिन्हित किये गये है। वी0सी0 में मुख्य विकास अधिकारी एस0एस0एस0 पांगती, प्रभागीय वनाधिकारी आर0के0सिंह, अधि0अभि0 विद्युत भाष्करानन्द पाण्डेय, महाप्रबन्धक उद्योग बी0सी0 पाठक, परियोजना अधिकारी उरेड़ा राकी कुमार एवं बी0एन0टम्टा उपस्थित थें।