September 20, 2024

उत्तराखंड में मातृ शक्ति की अनदेखी पड़ेगी महंगी : गरिमा दसौनी

देहरादून ( आखरीआंख समाचार ) उत्तराखण्ड प्रदेश कांगे्रस कमेटी की प्रवक्ता गरिमा दसौनी ने पौड़ी में पैट्रोल छिड़ककर जिन्दा जलाई गई छात्रा की मौत पर दुख एवं आक्रोश व्यक्त कर राज्य सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि त्रिवेन्द्र सरकार द्वारा लगातार महिलाओं पर हो रहे अत्याचार, छेड़खानी और दुष्कर्म पर उदासीन रवैया अख्तियार करने का ही नतीजा है कि आज देवभूमि उत्तराखण्ड जैसे प्रदेश जहाॅ ऐसी अपराधिक ाटनाये ंना के बराबर होती थी वहाॅ हर 16 ाण्टे में एक बेटी दुष्कर्म का शिकार हो रही है। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार के कार्यकाल के दौरान तमाम ऐसी ाटनायें हुई है जिन पर शासन-प्रशासन मौन है।
      श्रीमती दसौनी ने प्रदेश सरकार को चुनौती देते हुए कहा कि उत्तराखण्ड मातृशक्ति की ही देन है और ऐसे में उनकी अनदेखी, अवहेलना और अपमान उत्तराखण्ड की जनता स्वीकार नही करेगी। दसौनी ने कटाक्ष करते हुए कहा कि निर्भया काण्ड के दौरान भाजपा की जो महिला नेत्रियां सड़कों पर ही दिखाई पड़ती थी आज उनका जमीर क्यों सो गया है। उन्होंने राज्य सरकार से मांग की है कि पौड़ी काण्ड के अपराधी को सख्त से सख्त दण्ड देकर समाज में उदाहरण पेश किया जाय एवं सरकार पिड़िता के परिजनों को उचित सहायता देने के साथ-साथ छात्र-छात्राओं के पाठयक्रम में महिलाओं के प्रति अपराधांें में विभिन्न धाराओं एवं दण्ड देने की विस्तृत जानकारी दिये जाने की पैरवी करते हुए कहा कि युवा अवस्था में ही लड़कों के मन में ऐसे जान्य अपराधों के प्रति जागरूकता एवं संवेदनशीलता जागृत करने की आवश्यकता है तथा व्ययापक स्तर पर जन जागरूकता अभियान चलाये जाने की नितान्त आवश्यकता है जहाॅ विद्यालयों में वर्कशाॅप या टाॅकशो के माध्यम से छात्र-छात्राओं को इन बढ़ते अपराधों के प्रति संवेदनशील किया जा सके। श्रीमती दसौनी ने कहा कि महिलाआंे के प्रति उत्पीड़न एवं अपराधों में लगातार हो रहे इजाफे से तो यही लगता है कि राज्य सरकार कुंभकरणीय नीद में है और राज्य की कानून व्यवस्था पूरी तहर ध्वस्त हो चुकी है। लम्बे समय तक महिला आयोग के अध्यक्ष पद को रिक्त रखा जाना राज्य सरकार की महिलाओं के साथ हो रहे अपराधों के प्रति उदासी रवैये को ही दर्शाता है। उन्होंने शासन-प्रशासन से यह अपेक्षा जताई है कि देवभूमि को शर्मशार करने वाली ऐसी अमानवीय ाटनाओं की पुनरावृत्ति न हो इसे हर हाल में सुनिश्चित किया जाय।