किसान परिवार से आता हूं, मेरा हर छक्का मेरे लिए संघर्ष करने वालों को समर्पित : रिंकू
आईपीएल 2023 : रिंकू सिंह ने आखिरी के 5 गेंदों पर 5 छक्के लगाकर गुजरात के विजय रथ को रोका
अहमदाबाद, । आईपीएल 2023 के मुकाबले लगातार खेले जा रहे हैं। हर रोज क्रिकेट फैंस को दिलचस्प मुकाबले देखने को भी मिलते हैं। रविवार को भी एक दिलचस्प मुकाबला खेला गया। मुकाबला केकेआर और गुजरात टाइटंस के बीच था। अब तक इस बार के आईपीएल में अपराजित रही गुजरात टाइटंस की टीम को केकेआर ने दिलचस्प मुकाबले में हरा दिया। हालांकि, एक समय तक रहा था कि गजरात टाइटंस इस मुकाबले को आसानी से जीत जाएगा। लेकिन कोलकाता के रिंकू सिंह ने वह कमाल कर दिखाया जिसकी हर रोज जमकर तारीफ हो रही है। रिंकू सिंह के बल्ले से निकली पारी ने रातो रात उन्हें स्टार बना दिया है।
राशिद खान की हैट्रीक के बाद केकेआर की जीत काफी मुश्किल लग रही थी। केकेआर को आखिरी ओवर में 29 रनों की दरकार थी। मैदान पर उमेश यादव और रिंकू सिंह मौजूद थे। उमेश यादव ने पहली गेंद पर 1 रन लेकर रिंकू सिंह को स्ट्राइक दिया। उसके बाद रिंकू सिंह ने जो कुछ भी किया वह अब इतिहास है। रिंकू सिंह ने आखिरी के 5 गेंदों पर 5 छक्के लगाकर गुजरात के विजय रथ को रोक दिया। रिंकू सिंह ने 21 गेंदों में छह छक्के और एक चौके की मदद से 48 रन बनाए। इसके बाद इस बार के आईपीएल से बाहर और कोलकाता नाइट राइडर्स के लिए कप्तानी कर चुके श्रेयस अय्यर ने एक दिलचस्प वीडियो साझा किया है।
रिंकू सिंह ने जैसे ही आखिरी गेंद पर छक्के लगाए, उसके बाद श्रेयस अय्यर उछल पड़े। अपने वीडियो में साफ तौर पर श्रेयस अय्यर रिंकू भैया जिंदाबाद के नारे लगाते दिख रहे हैं। इसके बाद श्रेयस अय्यर वीडियो कॉल पर सिंह से बात करते दिखाई दे रहे हैं। यहां भी रिंकू भैया जिंदाबाद के नारे लगाते दिख रहे हैं। रिंकू सिंह की तारीफ कर रहे हैं। इसी दौरान वीडियो कॉल पर नितीश राणा आते हैं। नितीश राणा ने श्रेयस अय्यर को बताया कि रिंकू सिंह कह रहा था कि पिछली बार की तरह इस बार भी छोड़ेगा नहीं, खत्म करके आएगा। रिंकू सिंह भी अपने दोनों ही कप्तानों का धन्यवाद करते दिखाई दे रहे हैं।
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राहुल त्रिपाठी के तूफ ान में उड़ी पंजाब, सनराइजर्स को मिली पहली जीत
हैदराबाद, । सनराइजर्स हैदराबाद ने टूर्नामेंट में अपनी पहली जीत हासिल कर ली है। पंजाब के खिलाफ खेले गए मुकाबले में राहुल त्रिपाठी की दमदार अर्धशतीय पारी की बदौलत सनराइजर्स हैदराबाद को आठ विकेट से जीत मिली है। इस दौरान पंजाब किंग्स के कप्तान शिखर धवन की 99 रनों की पारी बेकार गई और टीम को जीत नहीं दिला सकी।
हैदराबाद की टीम पंजाब द्वारा दिए गए 144 रनों का पीछा करने उतरी, जिसकी शुरुआत मयंक अग्रवाल और हैरी ब्रुक ने की। ओपनिंग जोड़ी ने हैदराबाद को अच्छी शुरुआत देने की कोशिश की मगर हैरी ब्रूक 13 रन बनाकर अर्शदीप सिंह का शिकार हो गए। इसके बाद राहुल त्रिपाठी और मयंक अग्रवाल का साथ देने क्रिज पर पहुंचे। दोनों ने टीम की पारी को संभाला मगर मयंक अग्रवाल 20 गेंदों में 21 रन बनाकर राहुल चाहर को अपना विकेट थमा बैठे। इसके बाद हैदराबाद की टीम को राहुल त्रिपाठी और एडिन मार्करम ने जीत की ओर आगे बढ़ाया है। राहुल त्रिपाठी ने 48 गेंदों में 74 और एडिन मार्करम ने 21 गेंदों में 37 रनों की पारी खेल कर टीम को पहली जीत का स्वाद चखाया है।
कप्तान शिखर धवन ने दूसरे छोर से सहयोग नहीं मिलने के बावजूद नाबाद 99 रन की आकर्षक पारी खेली जिससे पंजाब किंग्स ने लेग स्पिनर मयंक मार्कंडेय की घातक गेंदबाजी के बाद भी सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) मैच में रविवार को यहां नौ विकेट पर 143 रन का सम्मानजनक स्कोर खड़ा किया। धवन ने शुरू से लेकर आखिर तक एक छोर संभाले रखा। उन्होंने अपनी पारी में 66 गेंदें खेली तथा 12 चौके और पांच छक्के लगाए। उनके अलावा केवल सैम करेन (15 गेंदों पर 22 रन) ही दोहरे अंक में पहुंचे। धवन ने मोहित राठी के साथ दसवें विकेट के लिए 30 गेंदों पर 55 रन की अटूट साझेदारी की।
यानसन ने अपने अगले ओवर में जितेश शर्मा (चार) को मिड ऑफ पर आसान कैच देने के लिए मजबूर किया जिससे स्कोर तीन विकेट पर 22 रन हो गया। धवन और नए बल्लेबाज करेन ने इसके बाद कुछ अच्छे शॉट खेलकर पावरप्ले में स्कोर 43 रन पर पहुंचाया। यानसन लगातार
तीसरा ओवर करने के लिए आए तो करेन ने उनका स्वागत छक्के और चौके से किया। दूसरी तरफ धवन ने कुछ शानदार चौके जड़े। ऐसे में मार्कंडेय ने गेंद संभाली और करेन ने उनकी गुगली पर शार्ट थर्ड मैन पर आसान कैच दे दिया।
शीर्ष क्रम लडख़ड़ाने के कारण पंजाब किंग्स को नौवें ओवर में ही प्रभसिमरन की जगह सिकंदर रजा को ‘इंपैक्ट प्लेयर’ के रूप में उतारना पड़ा। उसका यह दांव भी नहीं चला और वह केवल पांच रन बनाकर मलिक की गेंद पर सीमा रेखा पर कैच दे बैठे। धवन एक छोर पर डटे रहे लेकिन दूसरे छोर से विकेट गिरते रहे। मार्कंडेय ने शाहरुख खान (चार) को आते ही वापस भेज दिया जिन्हें पगबाधा के लिए लिया गया रिव्यू भी नहीं बचा पाया जबकि मलिक ने 148 किमी की रफ्तार से की गई गेंद पर हरप्रीत बरार (एक) की गिल्लियां बिखेरी।
मार्कंडेय ने राहुल चाहर और नाथन एलिस को खाता भी नहीं खोलने दिया। धवन ने नटराजन पर लगातार दो छक्के लगाए। इनमें से पहले छक्के से उन्होंने अपना अर्धशतक पूरा किया और दूसरे छक्के से टीम का स्कोर तिहरे अंक में पहुंचाया। उन्होंने इसके बाद मालिक पर दो छक्के और एक चौका जड़ा। धवन को पारी की अंतिम चार गेंदों पर शतक पूरा करने के लिए सात रन की जरूरत थी लेकिन वहां नटराजन की अंतिम गेंद को ही छक्के के लिए भेज पाए।
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किसान परिवार से आता हूं, मेरा हर छक्का मेरे लिए संघर्ष करने वालों को समर्पित : रिंकू
अहमदाबाद, । गुजरात टाइटंस के खिलाफ आखिरी पांच गेंद में पांच छक्के लगाकर कोलकाता नाइट राइडर्स को इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) टी20 मुकाबले में रविवार को यादगार जीत दिलाने वाले रिंकू सिंह ने अपने हर छक्के को उनके लिए संघर्ष करने वाले परिवार को समर्पित किया। रिंकू उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ के बेहद सामान्य परिवार से आते है। उनके पिता घरों में गैस सिलेंडर को पहुंचाने का काम करते थे। परिवार को कर्ज के बोझ से बाहर निकालने के लिए रिंकू उत्तर प्रदेश की अंडर-19 टीम के खिलाड़ी के तौर पर मिलने वाले वजीफे को बचाने के साथ घर में नौकर का काम भी कर चुके हैं। उन्होंने 21 गेंद में छह छक्के और एक चौका लगाकर गुजरात के जबड़े से जीत छीन ली। इस 25 साल के खिलाड़ी ने पिछले सत्र में भी 15 गेंद में 40 रन की ताबड़तोड़ पारी खेली थी लेकिन लखनऊ सुपर जायंट्स के खिलाफ इस मैच के आखिरी ओवर में टीम जीत के लिए जरुरी 21 रन नहीं बना पाई थी। रिंकू ने गुजरात के खिलाफ यादगार पारी खेलने के बाद कहा, ‘‘ मुझे यकीन था कि मैं यह कर सकता हूँ। पिछले साल मैं लखनऊ में ऐसी ही स्थिति में था। विश्वास तब भी था। मैं ज्यादा सोच नहीं रहा था बस एक के बाद एक शॉट लगाते चला गया।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मेरे पिता ने बहुत संघर्ष किया, मैं एक किसान परिवार से आता हूं. हर गेंद जो मैंने मैदान से बाहर मारी वह उन लोगों को समर्पित थी जिन्होंने मेरे लिए इतना बलिदान दिया।’’ केकेआर के कप्तान नीतिश राणा ने कहा, ‘‘ रिंकू ने पिछले साल ऐसा ही कुछ किया था, हालांकि हम वह मैच नहीं जीत पाए थे। गुजरात के खिलाफ जब दूसरा छक्का लगा तो हमने और विश्वास करना शुरू कर दिया क्योंकि यश दयाल अच्छा प्रदर्शन नहीं कर रहे थे।