मानदेय न मिलने पर आशाओं ने कलेक्ट्रेट में दिया धरना
रुद्रपुर। आठ माह से मानदेय नहीं मिलने से नाराज आशाओं ने आशा हेल्थ वर्कर्स यूनियन के बैनर तले कलेक्ट्रेट में धरना-प्रदर्शन किया। साथ ही एडीएम को ज्ञापन सौंपा। उत्तराखंड आशा हेल्थ वर्कर्स यूनियन के प्रदेश महामंत्री कैलाश पांडे ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग ग्राउंड स्तर का सारा काम आशा वर्कर से कराता है, लेकिन उनको न्यूनतम वेतन भी नहीं दिया जाता है। संघर्षों के बाद आशा वर्कर्स ने जो मानदेय हासिल भी किया है, उसे भी शासन-प्रशासन महीनों तक लटका देता है। यूनियन की प्रदेश उपाध्यक्ष रीता कश्यप ने कहा कि ऊधमसिंह नगर जिले की आशाओं की मासिक प्रोत्साहन राशि व कार्य से संबंधित किसी भी पैसे का भुगतान अक्तूबर 2022 से नहीं हुआ है। मानदेय के स्थान पर सिर्फ आश्वासन ही मिलता है। नैनीताल से पहुंचीं आशा यूनियन अध्यक्ष कमला कुंजवाल ने कहा कि जब नैनीताल समेत विभिन्न जिलों में आशाओं को पैसा मिल चुका है तो केवल ऊधमसिंह नगर की आशाओं के साथ ही यह अन्याय क्यों? सरकार को इसका जवाब देना चाहिए। इसके बाद आशाओं के प्रतिनिधिमंडल ने एडीएम जय भारत सिंह को ज्ञापन सौंपा। इसमें आठ माह का मानदेय देने और भविष्य में इसे समय से देने तथा दिवंगत आशा कार्यकत्री धर्मा बिष्ट निवासी किच्छा और मुन्नी देवी निवासी जसपुर दोनों के परिवारों को उचित मुआवजा व नौकरी देने की मांग की गई। इस दौरान ललित मटियाली, ममता पानु, बबीता कश्यप, सुधा शर्मा, कुलविंदर कौर, सिमरन, मंजू देवी, निर्मला, शबाना बेगम, मुन्नी देवी, रेखा श्रीवास्तव, कुसुम चौहान, अंजू चौहान, विमला चौधरी, गीता गोस्वामी, आविदा परवीन, चरणजीत कौर, उषा देवी, सोनमती आदि मौजूद रहीं।