November 22, 2024

लद्दाख में चीनी सैनिकों से भिड़े निहत्थे चरवाहे, बख्तरबंद वाहनों पर चलाए पत्थर


जम्मू । लेह-लद्दाख के सुदूर पर्वतीय इलाके में एक बार फिर से चीनी सेना का नापाक इरादा सामने आया है। चीन की पीपुल्स लिब्रेशन आर्मी के जवानों ने भारतीय चरवाहों को रोकने की कोशिश की। इस पर निहत्थे भारतीय चरवाहे ने साहस का परिचय देते हुए हथियार से लैस चीनी सेना के जवानों से भिड़ गए। भारतीय चरवाहों ने चीनी सेना की बख्तरबंद गाडिय़ों पर पत्थरबाजी भी की। चीनी सेना के जवानों और भारतीय चरवाहों के बीच झड़प का वीडियो सामने आया है। यह वीडियो सोशल मीडिया में वायरल भी हो रहा है। यह पहला मौका नहीं है जब चीन की ओर से उकसावे वाली कार्रवाई की गई है।
जानकारी के अनुसार, पूर्वी लद्दाख में लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल पर चीनी सैनिकों की नापाक हरकत सामने आई है। बताया जा रहा है कि भारतीय चरवाहों को चीनी सैनिकों ने चारागाह में जानवर ले जाने से रोक दिया। इसके बाद चीनी सैनिकों और भारतीय चरवाहों के बीच कहासुनी शुरू हो गई। देखते ही देखते दोनों पक्षों में गुत्थम-गुत्थी होने लगी। यहां यह बता दें कि चीनी सैनिक हथियार से लैसे थे, जबकि भारत के स्थानीय चरवाहे निहत्थे थे। इसके बावजूद स्थानीय चरवाहों ने क्करु्र के कदम का विरोध करने से पीछे नहीं हटे। चुशूल के काउंसलर कॉनचॉक स्टेंजिन ने सोशल मीडिया पर दोनों पक्षों के बीच हुई झड़प का वीडियो शेयर किया है। विडियो में चीनी सैनिक चरवाहों को रोकते दिख रहे हैं और चरवाहे उनसे बहस कर रहे हैं। उस जगह से वापस जाने से मना कर रहे हैं।
सूत्रों के मुताबिक, चीनी सैनिकों और पूर्वी लद्दाख के स्थानीय चरवाहों के बीच जानवरों को चारागाह ले जाने को लेकर हुए विवाद का यह विडियो जनवरी के पहले हफ्ते का है। गांव वालों ने चीनी सैनिकों से खूब बहस की और चीनी सैनिकों की गाड़ी पर पत्थर भी मारे। वीडिया में चीनी सैनिक पूरे घटनाक्रम को रिकॉर्ड करते दिख रहे हैं।
लद्दाख में रु्रष्ट पर चीनी सैनिकों और स्थानीय चरवाहों के बीच झड़प का यह वीडियो ऐसे समय में सामने आया है, जब कुछ सप्ताह पहले ही सेनाध्यक्ष जनरल मनोज पांडे ने वहां के हालात पर टिप्पणी की थी। उन्होंने कहा था कि वास्तविक नियंत्रण रेखा (रु्रष्ट) पर स्थिति स्थिर लेकिन संवेदनशील बनी हुई है। बता दें कि उच्च पर्वतीय इलाके डोकलाम में भी भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच झड़प की घटनाएं सामने आ चुकी है। इसको लेकर भारत और चीन के संबंध काफी तनावपूर्ण हो गए थे।