May 16, 2024

मोदी की पिछली गारंटी व अब नए गारंटी पर भरोसा मतदाता का ?


मोदी की गारंटी कांग्रेस और राजद वाले इंडी गठबंधन को परेशान कर रही है और कांग्रेस टुकड़े-टुकड़े गैंग की भाषा बोल रही है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने विपक्ष पर हमला करते हुए नवादा में ये बातें कही। अपने तीसरे कार्यकाल में कई और गारंटी आने की बात कहने वाले मोदी ने गांव की तीन करोड़ बहनों को लखपति दीदी बनाने व ड्रोन पायलट बनाने की योजना दोहराई।
पीएम सूर्य पर चालू की गई अपनी मुफ्त बिजली योजना द्वारा गरीबों व मध्यवर्ग का बिजली बिल शून्य होने की बात भी की। मैं देशवासियों को मेहनत करने की गारंटी देता हूं, 24 घंटे काम करूंगा तो क्या यह गुनाह है। मोदी की नीयत साफ है, इसलिए गारंटी देता है, लेकिन अहंकार में डूबे इंडी गठबंधन वाले अपने को देश का स्थायी शासक समझने लगे हैं।
हालांकि मोदी के इस भाषण के बाद बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने मोदी की गारंटी को चायनीज बताया। साथ ही कांग्रेस के खातों को बंद करने पर भी सवाल उठाया। कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने प्रक्रिया दी कि चुनाव परिणामोंके बाद मोदी को लंबी छुट्टी पर जाना पड़ेगा।
कहने को तो इन आरोपों प्रत्यारोपों को चुनावी कहा जा सकता है। मगर यह हकीकत है कि मोदी सरकार अपने पिछले दोनों कार्यकालों की विभिन्न योजनाओं का प्रचार निरंतर करती है। मोदी ने खुद को किसी ब्रांड की तरह स्थापित ही नहीं किया है बल्कि इस प्रचार को लगातार गंभीरतापूर्वक प्रसारित भी किया जाता रहा है।
मुफ्त याोजनाओं के बल पर मतदाताओं को लुभाने का यह कोई नायाब तरीका नहीं है। साल दर साल इसमें इजाफा ही होता जा रहा है। शिक्षा, सेहत, रोजगार और पर्यावरण जैसी बुनियादी बातों की बजाए लोक-लुभावन वायदों के बल पर मतदाताओं को फौरी तौर पर प्रभावित करना लंबे समय के लिए बहुत अच्छा नहीं कहा जा सकता।
मोदी को अपनी बातों से जनता को प्रभावित करने का गुर उन्हें भली-भांति आता है। जैसा कि राम मंदिर बनाने की बात दोहरा कर वे बार-बार अपने वायदे निभाने के अंदाज को दोहरा कर जनता को आस्त करते भी नजर आते हैं। यह तो आने वाला वक्त ही बताइगा कि उनके पिछले वायदों के भरोसे रहा मतदाता इन नये वायदों पर कितना विश्वास करता है?