पीआरडी संगठन ने निष्क्रिय पदाधिकारियों को पदों से हटाया
बागेश्वर । पीआरडी संगठन की यहां आयोजित बैठक में निष्क्रिय पदाधिकारियों को पदों से हटाया गया। उनके स्थान पर नये पदाधिकारियों को तरजीह दी गई। राजेंद्र भोटिया को अध्यक्ष व रंजना देवी को सचिव बनाया गया। सभी ने संगठन की मजबूती पर बल दिया। 12 सूत्रीय मांगों को लेकर विस्तार से चिंतन- मंथन किया गया। विकास भवन में रविवार को आयोजित बैठक में वक्ताओं ने कहा कि पीआरडी जवानों को बिना वर्दी में पाए जाने पर ड्यूटी से हटाने के बजाए उनका पक्ष जानने तथा तीन बार नोटिस देने के बाद कार्रवाई होनी चाहिए। यह नियम भी सिर्फ वर्दी वालों पर लागू हो। उन्हें जो भी वर्दी दी जा रही है वह नाप की नहीं है तथा उसकी गुणवत्ता भी ठीक नहीं है। यह सिर्फ सरकारी धन का दुरपयोग है। उन्हें वर्दी बनाने के लिए नगद राशि दी जाए। जवानों को सालभर कार्य दिया जाए। वर्दी की धुलाई भत्ता आदि देने की मांग की है। वक्ताओं ने कहा कि किसी भी जवान का उत्पीड़न नहीं होने दिया जाएगा। संगठन के माध्मय से अपनी न्यायोचित मांगों को लेकर जरूरत पड़ने पर आंदोलन भी किया जाएगा। संगठन के लिए नीमा वर्मा उपाध्यक्ष, मनीष जौहरी सह सचिव, मनोन कुमार कोषाध्यक्ष, कलोश चंद्र संगठन मंत्री, हरीश राम प्रवक्ता बनाए गए। सलाहकार समिति में रवींद्र हरड़िया, राजेंद्र पांडे, विपिन बिष्ट, बाल राम व महेशी लाल रखे गए हैं। नरेंद्र कुमार, कैलाश्, लक्ष्मण, जीवन, कैलाश,माया गिरी, मुन्नी रावत, पुष्पा देवी तथा नीमा आर्य को सदस्य बनाया गया।