December 22, 2024

जिलाधिकारी ने की गरुड़ गंगा पुनर्जीवन योजना की समीक्षा

 

बागेश्वर ( आखरीआंख समाचार ) नदियों का संरक्षण न केवल वर्तमान युग की आवश्यकता है बल्कि बेहतर भविष्य के लिए भी आवश्यक है। यह बात जिलाधिकारी रंजना राजगुरू ने विगत दिवस गरूड़ गंगा पुनर्जीवन योजना की समीक्षा बैठक के दौरान कही। उल्लेखनीय है कि जिलाधिकारी के निर्देशन में गरूड़ गंगा नदी के पुनर्जीवन हेतु नोडल अधिकारियों की नियुक्ति की गयी है। जिलाधिकारी महोदया ने समीक्षा बैठक के दौरान नोडल अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि गरूड़ गंगा पुनज्र्ाीवन योजना के अन्तर्गत चिन्हित किये गये 09 रिचार्ज जोन को विकासित करने के लिए जल्द से जल्द एक मजबूत रणनीति तैयार की जाय,ताकि उक्त योजना के क्रियान्वयन में तीव्रता लायी जा सके। उन्होंने कहा कि संबन्धित स्थानों की जीओं टैकिंग की जाय जिससे न केवल परियोजना के क्रियान्वयन में सुविधा होगी बल्कि पारदर्शिता भी सुनिश्चित की जायेगी। उन्होंने कहा कि गरूड गंगा के पुनर्जीवन के लिए यह आवश्यक है कि संबन्धित क्षेत्रों में रेन हारवैस्टिग को बढावा दिया जा सके जिसके लिए माइक्रो प्लांन बनाना आवश्यक है। उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि नदियों के संरक्षण हेतु अधिक से अधिक मात्रा मे जन जागरूकता अभियान चलाया जाय जिससे ज्यादा से ज्यादा लोगों को नदी संरक्षण कार्यक्रम से जोडा जाय। संबन्धित अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि सफलता पूर्वक क्रियान्वयन के लिए यह आवश्यक है इसमें अधिक से अधिक जनसहभागिता सुनिश्चित की जाय जिसके लिए सभी अधिकारियों एवं कर्मचारियों को र्इमानदारी पूर्वक अपने कार्यो का निर्वहन करते हुए तत्परता के साथ कार्य करने की आवश्यकता है। जिलाधिकारी ने समीक्षा बैठक के दौरान नोडल अधिकारियों को निर्देश दिये कि गरूड गंगा पुनर्जीवन योजना के बेहतर क्रियान्वयन के लिए एक तकनीकि समिति का भी गठन किया जाय जिससे माध्यम से विभिन्न तकनीकि पहलुओ का भी विशलेषण किया जा सके। उन्होंने संबन्धित अधिकारीयों को अपने-अपने फील्ड की विजिंट करने के भी निर्देश दिये। संबन्धित अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि तकनीकि पहलुओं एवं सामान्य पहलुओं पर विश्लेषण को उपरान्त जल्द से जल्द एक ठोस रणनीति का निर्माण किया जाय। जिसके द्वारा गरूड गंगा नदी पुनर्जीवन योजना के लक्ष्य को वास्तविक धरातल पर उतारा जा सकें।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी एस.एस.एस.पांगती, जिला विकास अधिकारी के.एन.तिवारी, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ0 उदय शंकर, मुख्य कृषि अधिकारी बी.पी.मौर्या, जिला उद्यान अधिकारी तेजपाल सिंह, अधि0अभि0पेयजल निगम सी.पी.एस.गंगवार, परियोजना निदेशक शिल्पी पंत आदि मौजूद थे।