किसी भी हालत में मंजूर नहीं एकीकृत पेंशन योजना, एक देश में दो विधान स्वीकार नहीं
नैनीताल । केंद्र सरकार की एकीकृत पेंशन योजना (यूपीएस) का कर्मचारियों ने विरोध शुरू कर दिया है। मामले में पुरानी पेंशन योजना बहाली संयुक्त मंच उत्तराखंड और उत्तरांचल पर्वतीय कर्मचारी शिक्षक संगठन ने यूपीएस की जगह ओपीएस बहाल करने की मांग की है।एनएमओपीएस उत्तराखंड के प्रांतीय कोर कमेटी सदस्य धीरेंद्र कुमार पाठक ने रविवार को बयान जारी कर कहा कि यूपीएस किसी भी तरह से स्वीकार नहीं है। राष्ट्रीय अध्यक्ष विजय बंधु के नेतृत्व में पुरानी पेंशन बहाली को लेकर आंदोलन चलाया जा रहा है। जब तक पुरानी पेंशन व्यवस्था बहाल नहीं होती, तब तक यह आंदोलन चलता रहेगा। यदि प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री और विधायक पुरानी पेंशन का लाभ ले सकते हैं, तो अधिकारियों, शिक्षकों और कार्मिकों की पुरानी पेंशन क्यों नहीं बहाल की जाती। पाठक ने कहा कि एक देश में दो विधान किसी भी तरह से स्वीकार नहीं किए जाएंगे। कहा कि जल्द ही राष्ट्रीय अध्यक्ष विजय बंधु के निर्णय के अनुसार आंदोलन चलाया जाएगा। बीते शनिवार को प्रदेश अध्यक्ष जीतमणि पैन्यूली व सचिव मुकेश रतूड़ी ने भी प्रदेश कार्यसमिति की बैठक बुलाई थी, जिसमें पुरानी पेंशन के लिए ही आंदोलन की बात कही है। पाठक ने बताया कि उत्तरांचल पर्वतीय कर्मचारी शिक्षक संगठन के अल्मोड़ा जिलाध्यक्ष डॉ. मनोज कुमार जोशी, सचिव धीरेंद्र कुमार पाठक व संयुक्त मंत्री पुष्कर सिंह भैसोड़ा ने भी पुरानी पेंशन बहाल करने की मांग की है। संगठन के वरिष्ठ उपाध्यक्ष महेंद्र गुसाईं, उपाध्यक्ष महेश आर्य, संयुक्त मंत्री ललित मोहन भट्ट, कोषाध्यक्ष शशि मोहन पांडेय, ऑडिटर गणेश भंडारी ने भी मांग दोहराई है।