सत्र में जनता की आवाज उठाने का नहीं दिया जा रहा मौका: नेगी
नई टिहरी । प्रतापनगर के विधायक विक्रम सिंह नेगी ने कहा कि प्रदेश सरकार विधानसभा सत्र पूरे समय न चलाकर जनता की आवाज को दबाने का काम कर रही है। विधानसभा सत्र में समय न दिये जाने के कारण जनता की आवाज को विधायक नहीं रख पा रहे हैं। मंगलवार को विधायक नेगी ने जिला कांग्रेस कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत की। उन्होंने कहा कि साल में कम से कम 60 दिन सत्र चलना चाहिए, लेकिन प्रदेश सरकार जनता की आवाज दबाने को सत्र को मात्र दो-तीन दिनों में ही समेट ले रही है। कहा, गैरसैंण को ग्रीष्म कालीन राजधानी घोषित किया गया है, लेकिन सत्र झमाझम की बारिश के बीच किया गया। बावजूद आपदा पर चर्चा करने का समय नहीं दिया गया। जिसके चलते आपदा प्रभावित को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। प्रदेश सरकार आपदा राहत राशि में बदलाव कर अपने स्तर से मदद करे। जैसा की पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार अपने कार्यकाल में कर चुकी है। उन्होंने कहा कि पूर्ण क्षतिग्रस्त भवन के लिए इतनी कम धनराशि दी जा रही है, जिससे भवन बनाना संभव नहीं है। सरकार की लापरवाही से पहाड़ में शिक्षा व स्वास्थ्य की बदहाल स्थिति है। टिहरी के प्रतापनगर व भिलंगना ब्लाक के अधिकांश शिक्षकों के तबादले अनिवार्य हस्तांतरण में कर दिये हैं, लेकिन वहां पर शिक्षकों को लाने की कोई व्यवस्था नहीं की है। शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया को इतना जटिल कर दिया है कि विद्यालयों में इस सत्र में शिक्षक आने की उम्मीद नहीं दिखती है। बिना डॉक्टरों के अस्पताल रेफरल सेंटर बन गए हैं। लोग पलायन को मजबूर हो रहे हैं। चारधाम यात्रा की खामियों के चलते यात्रा रूट के कारोबारी व वाहन संचालक परेशानी हैं। युवाओं के रोजगार के कोई साधन न होने के चलते युवा हतोत्साहित हैं। टिहरी झील में रोजगार के लिए स्थानीय हकहकूकों व बांध प्रभावितों को ध्यान में रखकर बोटों का संचालन करवाया जाय। इस मौके पर शहर कांग्रेस अध्यक्ष कुलदीप पंवार, देवेंद्र नौडियाल, गंगा भगत सिंह नेगी, निहाल सिंह, मुर्शरफ अली, गब्बर सिंह, लखबीर, विरेंद्र आदि मौजूद रहे।