अब तीसरे मुख्यमंत्री ने की जांच कमेटी बनाने की मांग
देहरादून । विधानसभा सत्र के दौरान निर्दलीय विधायक के 500 करोड़ में सरकार गिराने का बयान लगातार तूल पकड़ता जा रहा है। राज्य के दो पूर्व मुख्यमंत्री रमेश पोखरियाल निशंक, त्रिवेंद्र सिंह रावत के बाद अब हरीश रावत ने भी मामले में विधानसभा अध्यक्ष के उच्च स्तरीय कमेटी का गठन कर जांच कराए जाने की मांग की है। शुक्रवार को सोशल मीडिया में जारी एक बयान में पूर्व मुख्यमंत्री रावत ने विस में बयान देने वाले निर्दलीय विधायक को ‘अनुभवी सुपारी किलर का नाम दिया है। उन्होंने कहा कि सुपारी किलर के रहस्योद्घाटन और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की टिप्पणी के बाद अब दो पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. निशंक और त्रिवेंद्र उस षड्यंत्र की आग जहां जल रही है, उसके निकट तक पहुंच चुके हैं। उनको सिर्फ इंतजार है विधानसभा अध्यक्ष के इस मामले में एक्शन लेने का। रावत ने कहा कि उनका मानना है कि इस मामले सदन की एक जांच कमेटी बननी चाहिए, जिसमें विपक्ष को भी शामिल किया जाए। यह बात सदन में उठी है, इसलिए सिर्फ खुफिया एजेंसियों पर निर्भर नहीं रहा जा सकता है, जैसा कि मुख्यमंत्री ने कहा है। उन्होंने कहा कि इस मामले में स्पीकर को शीघ्र जांच कमेटी गठित करनी चाहिए।