October 23, 2024

उत्तराखंड में फिर एक बच्चा बना बाघ का निवाला, सरकार सुरक्षित नीति बनाने में नाकाम

टिहरी । टिहरी के घनसाली के पूर्वाल गांव में गुलदार ने एक बच्चे को निवाला बना लिया। गुलदार बच्चे को आंगन से उठाकर ले गया। घटनास्थल से कुछ दूर झाड़ियों में बच्चे क्षत विक्षत शव बरामद हुआ है। ग्रामीणों ने वन विभाग से गुलदार को मारने की मांग की है।

बता दे कि रविवार शाम पूर्वाल गांव में अंकित राज का तीन साल का बेटा राजकुमार परिवार के अन्य बच्चों के साथ घर के आंगन में खेल रहा था। तभी घात लगाए गुलदार ने उस पर झपटा मारा दिया। अन्य बच्चों के चिलाने और शोर मचाने के बाद परिजन बाहर आए लेकिन तब तक गुलदार राजकुमार को उठाकर ले गया था। परिवार ने अन्य ग्रामीणों के साथ मिलकर बच्चे की खोजबीन शुरू की। कुछ दूरी पर ग्रामीणों को बच्चे का क्षत विक्षत शव मिला।
ग्राम प्रधान संजय तिवारी ने बताया कि राजकुमार इन दिनों अपनी मां के साथ नौनिहाल आया था। घटना के बाद से पूरे परिवार में मातम छाया हुआ है। इससे पहले इसी साल 23 जुलाई को बगल की ग्राम पंचायत भोड़ गांव में भी 9 साल के एक बच्चे को गुलदार ने आंगन से उठाकर अपना निवाला बना लिया था। उसके बाद वन विभाग ने गुलदार को मारने के लिए गांव में एक माह तक शूटर को तैनात किया था। लेकिन विभाग के हाथ सफलता नहीं लग सकी। पूर्वाल गांव की घटना से क्षेत्र में खौफ का माहौल है।वहीं ग्रामीणों ने पीड़ित परिवार को उचित मुआवजा देने और गुलदार को नरभक्षी घोषित कर मार गिराने की मांग की है। वन रेंज अधिकारी आशीष नौटियाल ने बताया कि घटना की सूचना मिलते ही गांव में विभाग की टीम भेज दी गई है। टीम लगातार गश्त कर ही है।

ज्ञात रहे कि उत्तराखंड बनाच्छादित प्रदेश होने पर यहाँ हमेशा गावो में जंगली जानवरों से इंसान को खतरा बना रहता हैं। जिसमे सबसे ज्यादा शिकार छोटे बच्चे बनते है।

लेकिन बेहद अफसोस कि बात है कि यहाँ के वन विभाग के अफसरों व यहाँ की सरकार के कानों में इस बात से कोई भी सरसराहट तक महसूस नही होती हैं। और अनेकों परिवार अपने दिल के टुकड़ों को इसी प्रकार निवाला बनते देखने को अभिशप्त हैं।