8 महीने के अंदर सड़क हादसों में 28 मौतें, पौड़ी में ड्राइविंग का यह समय जानलेवा
पौड़ी । हर साल ड्रंक एंड ड्राइव, ओवर स्पीड व ओवर लोडिंग आदि मामलों में चालान का ग्राफ लगातार बढ़ रहा है। बावजूद इसके सड़क दुर्घटनाओं के मामले कम नहीं हो पा रहे हैं। पौड़ी में इस साल जनवरी से अगस्त महीने तक जिले में 31 वाहन दुर्घटनाएं हुई हैं। जिसमें 28 की मौत और 75 घायल हुए हैं। बीते साल के सापेक्ष इस वर्ष मृतकों की संख्या बढ़ गई है। सड़क सुरक्षा की रिपोर्ट खुद इसकी पुष्टि कर रही है। हालांकि इस साल जनवरी से अगस्त तक एक भी बस दुर्घटना नहीं हुई। रिपोर्ट की मानें तो सर्वाधिक 9 वाहन दुर्घटनाएं शाम 6 से 9 बजे के बीच हुई हैं। जबकि सुबह 9 से 12 बजे के बीच 7 दुर्घटनाएं दर्ज की गई हैं। इस साल पौड़ी जिले में जनवरी से अगस्त तक कुल 31 दुर्घटनाएं हो चुकी हैं। जिसमें 28 की मौत और 75 लोग घायल हुए हैं। बीते साल जनवरी से अगस्त तक 50 दुर्घटनाएं हुई थी। जिसमें 25 की मौत व 108 घायल हुए। रिपोर्ट के मुताबिक ड्रंक एंड ड्राइव, ओवर स्पीड व लापरवाही से वाहन चलाने के कारण सर्वाधिक दुर्घटनाएं दर्ज की गई। परिवहन विभाग ने शाम 5 से 9 बजे के बीच ही सर्वाधिक 314 चालान किए।
जुलाई और अगस्त में ड्रंक एंड ड्राइव के 150 चालान
पौड़ी । इस साल अकेले जुलाई व अगस्त में ड्रंक एंड ड्राइव के कुल 150 चालान किए गए। जिसमें पुलिस ने 138 व परिवहन विभाग ने 12 चालान किए। जबकि पुलिस ने इसी अवधि में 4972 व परिवहन विभाग ने 2630 चालान किए। एसडीएम पौड़ी व श्रीनगर ने 15- 15, कोटद्वार 31, लैंसडौन 17 वहीं चौबट्टाखाल व सतपुली ने सबसे कम महज छह चालान किए।
पौड़ी जनपद के दूरस्थ क्षेत्रों में विभाग की टीम भेजकर वाहन दुर्घटनाओं को रोकने को लेकर चेकिंग करने के साथ ही वाहन चालकों को जागरूक किया जा रहा है। यातायात के नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ विभाग की कार्रवाई जारी रहेगी। सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए विभाग हरसंभव प्रयास करेगा – द्वारिका प्रसाद, संभागीय परिवहन अधिकारी, गढ़वाल संभाग