कठपुड़ियाछीना ब्लॉक की मांग मुखर
बागेश्वर । कठपुड़ियाछीना पृथक ब्लॉक की मांग एक बार फिर से मुखर होने लगी है। क्षेत्र के लोगों ने बैठक में निर्णय लिया कि यदि जल्द उनकी मांग नहीं मानी गई तो वह आंदोलन को बाध्य होंगे। इस आशय का एक ज्ञापन सीएम को भी भेजा है। कठपुड़ियाछीना में आयोजित बैठक में वक्ताओं ने कहा कि उन्होंने ब्लॉक की मांग को लेकर 1998 में 53 दिन का क्रमिक अनशन किया। तब प्रशासन ने उन्हें बताया कि यदि ग्रामीण भूमि व भवन उपलब्ध कराएंगे तो बीडीसी बैठकें कराई जाएंगी। तत्कालीन 49 ग्राम पंचायतों ने आपसी सहयोग से भूमि व भवन की व्यवस्था की। भवन का नाम भी विकास भवन रखा गया जो आज भी मौजूद है। यहां पर तीन बीडीसी बैठकें भी हुईं। उसके बाद उसे बंद कर दिया गया। तब से जनता खुद को ठगा महसूस कर रही है। बागेश्वर जिला बनने के बाद विकास खंड ताकुला व भैसियाछाना से 49 ग्राम पंचायतें बागेश्वर विकास खंड में संबंद्ध किए गए। जो आज भी यहीं हैं। इन्हीं ग्राम पंचायतों को कठपुड़ियाछीना विकास खंड की मांग करते आ रहे हैं, लेकिन उनकी लगातार उपेक्षा हो रही है। जन संघर्ष समिति 2017 से लगातार आंदोलित है। उन्होंने कहा कि यदि जल्द मांग पूरी नहीं हुई तो आंदोलन किया जाएगा। ज्ञापन सौंपने वालों में नरेंद्र रावत, खीम सिंह मेहता, देवीदत्त मिश्रा, प्रेम राम, शंकर मिश्रा, जगमोहन मेहता, शंभू दत्त मिश्रा, महेश मिश्रा आदि शामिल हैं।