October 18, 2024

जिलाधिकारी ने नुमाइशखेत में हिलांश कृषि मेले में महिलाओं को किया सम्मानित

 

बागेश्वर ( आखरीआंख )  उत्तराखण्ड ग्राम्य विकास समिति उत्तराखण्ड शासन द्वारा जनपद बागेश्वर में संचालित एकीकृत आजीविका सहयोग परियोजना द्वारा ऐतिहासिक नुमाइशखेत मैदान बागेश्वर में आयोजित हिलांस कृषि मेले में आज जिलाधिकारी रंजना राजगुरू ने प्रतिभाग किया। उन्होंने इस मेले में विभिन्न विभागों एवं आजीविका संस्थाओं के द्वारा लगाये गये स्टालों का निरीक्षण किया एवं जानकारी प्राप्त की।
जिलाधिकारी ने एकीकृत आजीविका सहयोग परियोजना द्वारा आयोजित मेले में आये हुए कृषकों एवं आजीविका से जुड़े समूहों को संबोधित करते हुए कहा कि ऐसे मेलों के आयोजन से जहॉ एक ओर किसानों को अपने स्थानीय उत्पादों की बिक्री हेतु मंच मिलता है वहीं दूसरी ओर विभिन्न विभागों द्वारा संचालित योजनाओं की भी जानकारी प्राप्त होती है। उन्होंने कहा कि मेले का मुख्य उद्देश्य यह भी है कि स्थानीय उत्पादों को न केवल राष्ट्रीय पर पहचान मिले बल्कि अन्तराष्ट्रीय स्तर पर भी जनपद में किये जा रहे उत्पादों का व्यपक प्रचार प्रसार किया जाय। उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में जैविक उत्पादों की मॉग बहुत अधिक है ऐसे उत्पादों की बिक्री एवं उत्पादन के लिए ऐसे मेले महत्वपूर्ण भूमिका निभाते है। उन्होंने किसानों को प्रेरित करते हुए कहा कि बागेश्वर जैसे पर्वतीय जनपद में जैविक उत्पादों का उत्पादन करना इतना आसान नहीं है परन्तु इसके बावजूद भी हमें प्राकृतिक विषमताओं एवं जैविक विविधताओं को ध्यान में रखते हुए विभिन्न समस्याओं का समाधान करना है, जिसके लिए एकीकृत आजीविका परियोजना द्वारा आर्इडीयल मॉडल का निर्माण किया गया है जिससे अधिक से अधिक किसानों को लाभ लेना चाहिए।
जिलाधिकारी ने कहा कि जनपद बागेश्वर के किसानों एवं आजीविका समूहों के परिश्रम के परिणाम स्वरूप ही हिलांस द्वारा तैयार किये गये मडुवें के बिस्कुट को न केवल राज्य स्तर पर ही पहचान मिली है बल्कि राष्ट्रीय स्तर पर भी जनपद के मडुवे के बिस्कुट के बारे में माननीय प्रधानमंत्री जी द्वारा भी मन की बात कार्यक्रम में जनपद बागेश्वर के स्थानीय उत्पादों की सराहना की है, जो जनपद बागेश्वर के सभी लोगों के लिए गौरव की बात है। उन्होंने कहा कि जनपद के उत्पादों को राष्ट्रीय एवं अन्तराष्ट्रीय स्तर पर पहचान मिले इसी प्रकार उत्पादों को तैयार करना है। जैविक उत्पादों की गुणवत्ता को बनाये रखने के लिए पूर्ण निष्ठा व इमानदारी के साथ उत्पादों को तैयार करें। किसी प्रकार की लालच में आकर उत्पादों में केमिकल का उपयोग न किया जाय। इन स्थानीय उत्पादों को पूर्ण रूप से जैविक रूप में ही तैयार किया जाय ताकि जनपद बागेश्वर के स्थानीय उत्पादों की शाख प्रभावित न हो।
हिलांस कृषि मेले में कृषि, उद्यान एवं पशुपालन की उन्नत तकनीके, सब्जी, फल फूल एवं परिलक्षित उत्पाद प्रदर्शनी, पशु स्वास्थ की जानकारी, कृषक गोष्टी, कृषि यन्त्र प्रदर्शन, उन्नत बीज, खाद एवं दवार्इयॉ, क्रेता विक्रेता संगोष्ठी, व्यवसायिक परीक्षण कार्यक्रम, हिलांस सैल्फी प्रतियोगिता का मुख्य आकर्षक केन्द्र रहे। मेले में कृषि एवं पशुपालन के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले किसानों, उत्पादक समूहों, स्वायत सहकारिता तथा विभिन्न विभागों के द्वारा लगाये गये स्टालों में उत्कृष्ट स्थान प्राप्त करने वालों को जिलाधिकारी रंजना राजगुरू एवं अध्यक्ष जिला पंचायत हरीश चन्द्र सिंह ऐठानी के द्वारा संयुक्त रूप से सम्मानित किया गया। जिसमें नवाचार में बीइंग चिप्स गागरीगोल प्रथम व फेणीनाग स्वायत सहकारिता धरमघर द्वितीय, रेखीय विभागों में ग्राम्या प्रथम, कृषि विभाग द्वितीय, हस्तशिल्प में उद्योग विभाग प्रथम, सरस्वती कृषि यंत्र कौसानी द्वितीय, सहकारिता में संजीवनी सहकारिता शान्ति बाजार गरूड़ प्रथम व उत्तरापथ सेवा संस्थान मुवानी पिथौरागढ़ द्वितीय स्थान पर रहे। परियोजना प्रबन्धक आजीविका धर्मेन्द्र कुमार पाण्डेय ने बताया कि इस मेले में वर्तमान तक लगभग 01 लाख धनराशि तक का बिक्री विभिन्न स्टालों के द्वारा की जा चुकी है जिसमें अभी भी बिक्री जारी है। इस मेले में निर्वाचन विभाग द्वारा र्इवीएम एवं वीवीपैड के संबंध में आम जनता को जानकारी भी दी जा रही है।
हिलांस मेले के अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष हरीश चन्द्र सिंह ऐठानी ने कहा कि आजीविका द्वारा लगाये गये इस हिलांस कृषि मेले में अधिक से अधिक जानकारियॉ प्राप्त करने के साथ ही अपने अपने उत्पादों को अधिक से अधिक बढ़ाने को कहा। कहा कि उत्पादों के साथ साथ आजीविका में भी वृद्धि हो सके। इस अवसर पर उप जिलाधिकारी बागेश्वर राकेश चन्द्र तिवारी, जिला विकास अधिकारी के.एन.तिवारी, आजीविका परियोजना देहरादून से राजीव सिंघल, मुख्य कृषि अधिकारी बीपी मौर्य, जिला उद्यान अधिकारी तेजपाल सिंह, परियोजना निदेशक शिल्पी पन्त, मत्स्य प्रभारी मनोज मियान आदि मौजूद थे।