September 21, 2024

जिलाधिकारी ने की राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की समीक्षा

बागेश्वर ( आखरीआंख ) जिलाधिकारी रंजना राजगुरू ने कलेक्ट्रेट सभागार में आज राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की समीक्षा बैठक चिकित्सकों एवं स्वास्थ प्रवेक्षकों के साथ ली। जिसमें उन्होंने एन0एच0एम0 की वर्तमान प्रगति, आर0बी0एस0के0 प्रगति, आर0एन0टी0सी0पी0 प्रगति, एम.एम.आर, टीबी, आर्इ.एम.आर. की गहन समीक्षा करते हुए कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवायें मुहैया कराने में स्वास्थ्य विभाग से जुडे हुए ए.एन.एम. कार्यकत्रियों की अहम भूमिका रहती है, इसलिए जनपद में कार्यरत समस्त ए.एन.एम. कार्यकत्री पूर्ण मनोयोग के साथ कार्य करें यह सुनिश्चित करना स्वास्थ विभाग की जिम्मेदारी है।
जिलाधिकारी ने राष्ट्रीय बाल स्वास्थ कार्यक्रम के टीमों के द्वारा ऑगनबाड़ी केन्द्रों व विद्यालयों में किये जाने वाले भ्रमणों की जानकारी प्राप्त की। उन्होंने कड़े निर्देश देते हुए कहा कि प्रत्येक ऑगनबाडी केन्द्र में व विद्यालयों में भ्रमण की तिथि एवं किये गये बच्चों का परीक्षण की रिपोर्ट तत्काल उपलब्ध करायें तथा जनपद से कितने बच्चों को बाहर रेफर किया गया है उन बच्चों का भी डाटा तैयार कर उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें। जिलाधिकारी ने कहा कि राष्ट्रीय बाल स्वास्थ कार्यक्रम की टीम ब्लाकवार प्रत्येक विद्यालय एवं ऑगानबाड़ी केन्द्रों में जाकर प्रत्येक बच्चे का चैकअप करना सुनिश्चित करें यदि कोर्इ बच्चा किसी तरह भी अस्वस्थ हो जिसका उपचार किया जाना हो इसका सम्पूर्ण दस्तावेज बनाने हुए उपचार करना सुनिश्चित करें जिसकी जानकारी जिला कार्यालय को उपलब्ध कराते हुए मुख्य शिक्षा अधिकारी को भी उपलब्ध करायें। जिलाधिकारी ने राष्ट्रीय बाल स्वास्थ कार्यक्रम की टीम को निर्देश दिये कि उनके द्वारा विद्यालयों में किये जाने वाले भ्रमणों के संबंध में विद्यालय के भ्रमण पंजिका में अंकन करना सुनिश्चित करें। जिलाधिकारी ने बैठक में चिकित्सालयवार होने वाली डिलीवरियों की भी जानकारी प्राप्त की। कहा कि संस्थागत डिलीविरी के बाद निश्चित समय के उपरान्त पूर्ण रूप से जॉच आदि करके ही जच्चा बच्चा को डिस्चार्ज किया जाय साथ ही उन्हें नवजात शिशु की सुरक्षा एवं उसकी देखरेख के संबंध में विभिन्न जानकारियॉ अवश्य दी जाय जिससे मॉ एवं बच्चे दोनों स्वास्थ रहे। उन्होंने कहा कि नवजात शिशुवों को दी जाने वाली दवार्इयॉ अवश्य पिलायें। जिलाधिकारी ने टीकाकरण, डिलीवरी, मिजिल्स रूबेला के साथ साथ गर्भवती महिलाओं का पंजीकरण शतप्रतिशत करने के निर्देश दिये।
उन्होनें कहा कि चिकित्सालयों में संसाधनों एवं उपकरणों की किसी प्रकार की कमी न हो यदि बजट की कमी आड़े आती है तो प्रस्ताव बनाकर उपलब्ध करायें ताकि चिकित्सालयों में अन्टार्इड फन्ड से बजट जारी किया जा सके। बैठक में प्रभारी चिकित्सक काण्डा व कपकोट ने अवगत कराया कि चिकित्सालयों में पेयजल की आपूर्ति ढंग नहीं हो रही है जिस पर जिलाधिकारी ने अधि0अभि0जलसंस्थान को पेजयल नियमित रूप से सुचारू करने के लिए मुख्य विकास अधिकारी को निर्देश दिये। साथ ही चिकित्सालयों में शान्ति एवं सुरक्षा व्यवस्था बनाये रखने हेतु पी0आर0डी0 जवानों की तैनाती करने के निर्देश दिये।
जिलाधिकारी ने बैठक में मुख्य चिकित्साधिकारी सहित समस्त चिकित्सकों को कहा कि प्रत्येक चिकित्सालय में आने वाले रोगियों को बेहतर उपचार मिल सके इसी उद्देश्य के साथ कार्य किया जाना चाहिए। स्वास्थ एवं उपचार के संबंध में कतर्इ लापरवाही न बरती जाय। उन्होंने कहा कि चिकित्सालयों में दी जाने वाली एमेरजेंसी सुविधायें 24X7 उपलब्ध हों साथ ही 108 जैसी सुविधाओं का नियमित रूप से संचालन सुनिश्चित किया जाय। उन्होंने मुख्य चिकित्साधिकारी को निर्देश दिये कि ए.एन.एम. कार्यकत्रियों के साथ प्रत्येक माह गहन समीक्षा बैठक करें। प्रत्येक कार्यक्रम की जानकारी आम जनता को देने का उत्तरदायित्व ए.एन.एम., आशा कार्यकत्री, एवं प्रभारी चिकित्साधिकारी एवं समस्त कार्यरत चिकित्सा विभाग का दायित्व है इसलिए जो भी कर्मचारी जिस पद पर कार्यरत है अपने कार्यों का पूर्ण लगन, मेहनत से निर्वहन करें।
इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी एस.एस.एस.पांगती, अपर जिलाधिकारी राहुल कुमार गोयल, मुख्य शिक्षा अधिकारी हरीश चन्द्र सिंह रावत, मुख्य चिकित्साधिकारी डा0 जे.सी.मण्डल, जिला पंचायत राज अधिकारी पूनम पाठक, अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ0 बी0के0सक्सेना, डा0 हरीश पोखरिया काण्डा, डा0 राजेश गुंज्याल गरूड़, डा0 वृजेश रावत कपकोट आदि मौजूद थे।