November 13, 2025

उत्तरकाशी में 58 लाख की काजल की लकड़ी के साथ दो गिरफ्तार


उत्तरकाशी ।   उत्तरकाशी की डुंडा पुलिस ने प्रतिबंधित काजल काठ की लकड़ी की तस्करी कर ले जा रहे दो लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने दोनों आरोपियों से काजल काठ के 597 नग बरामद किए है। पुलिस के अनुसार बाजार में इनकी कीमत 58 लाख रुपये आंकी गई है। यहां एसएचओ कोतवाली भावना कैंथोला के नेतृत्व में चौकी प्रभारी डुंडा प्रकाश राणा और उनकी टीम ने बुधवार सुबह डुंडा बैरियर के पास चैकिंग के दौरान एक यूटिलिटी वाहन से काजल काठ की लकड़ी के 597 नग बरामद किए। जिस पर पुलिस ने वाहन में सवार गोपाल बोहरा उम्र 39 वर्ष पुत्र चन्द्र सिंह बोहरा निवासी ग्राम डोली, जिला कंचनपुर, महाकाली नेपाल, हॉल मोजांग, त्यूणी देहरादून और वाहन चालक विजय उम्र 35 वर्ष पुत्र प्रेमलाल निवासी नाल्ड, गंगोरी भटवाड़ी, उत्तरकाशी को हिरासत में लिया। राणा ने बताया कि भटवाड़ी ब्लॉक के अगोड़ा क्षेत्र के जंगलों से इस प्रतिबंधित लकड़ी को इकट्ठा कर देहरादून और सहारनपुर ले जाने के फिराक में थे। मामले में अग्रिम विधिक कार्रवाई के लिए आरोपियों को प्रतिबन्धित लकड़ी के साथ वन विभाग के सुपुर्द किया गया है। एसआई राणा ने बताया कि बरामद लकड़ी की कीमत बाजार में 58 लाख रुपये आंकी गई है। बता दें कि काजल की लकड़ी उच्च हिमालय के आरक्षित वन क्षेत्र में पाई जाती है। काजल औषधीय दृष्टिकोण से सर्वोत्तम मानी जाती है। बौद्घ सम्प्रदाय के लोग इसके बर्तन (बाउल) बनाकर खाद्य एवं पेय पदार्थों के लिए इस्तेमाल करते हैं। भारत, चीन, तिब्बत, नेपाल आदि देशों में इस लकड़ी की तस्करी कर उच्च कीमतों पर बेचा जाता है। थाना कोतवाली प्रभारी भावना कैंथोला ने बताया कि बुधवार को चैकिंग के दौरान जो काजल काठ की लकड़ी पकड़ी गई है उसमें 597 नग बरामद किए गए हैं। यह अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई है।