आंदोलनकारी मोर्चे पर डटे, पुलिस व आबकारी के 100 जवानों के पहरे में बिकी शराब
ऋषिकेश । मुनिकीरेती स्थित खारास्रोत में अंग्रेजी शराब की दुकान के विरोध में छठवें दिन भी स्थानीय लोग आंदोलन पर डटे रहे। शराब की दुकान से करीब 150 मीटर दूर आंदोलनकारी दिनेशचंद मास्टर और विकास रयाल अनशन पर बैठे हैं, जबकि उनके साथ अन्य लोग धरने पर बैठे हैं। वहीं, सुरक्षा के लिए आबकारी और पुलिस विभाग ने शराब की दुकान को छावनी में तब्दील कर दिया है। शुक्रवार को दोनों विभागों के करीब 100 कर्मचारियों की तैनाती में शराब बिकी। शुक्रवार को दूसरे दिन भी अंग्रेजी शराब की दुकान निर्धारित समय पर खुली। इस बीच आंदोलनकारी भी दुकान से करीब 150 मीटर दूर नगरपालिका की पार्किंग में टैंट गाड़कर धरना-प्रदर्शन करते नजर आए। उन्होंने शराब की दुकान बंद करने की मांग को लेकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। नरेंद्रनगर के पूर्व विधायक ओमगोपाल ने कहा कि दुकान बंदी तक कोई भी स्थानीय इस आंदोलन से पीछे नहीं हटने वाला है। लिखित में आश्वासन देने के बावजूद फिर से शराब की दुकान को खोला गया, जो कि अजेंद्र कंडारी के साथ अन्याय है। उन्होंने कहा कि दोबारा इस तरह की घटना का कोई व्यक्ति शिकार न हो, इसके लिए खारास्रोत में शराब की यह दुकान हर हाल में हटनी जरूरी है। वहीं, दुकान व आसपास शांति और सुरक्षा व्यवस्था बनाने के लिए पुलिस के 25 जवान तैनात रहे। आबकारी विभाग से भी टिहरी, हरिद्वार और देहरादून से लगभग 75 कर्मचारी दुकान के बाहर डटे नजर आए। उधर, शराब की दुकान पर आम दिनों से कम भीड़ खरीदारी के लिए दिखी। धरना-प्रदर्शन और पुलिस व आबकारी विभाग की फोर्स को देखकर दुकान पर पहुंचने वाले शराब के खरीदार भी सहमे नजर आए। आबकारी निरीक्षक समरवीर बिष्ट ने बताया कि शासन के आदेश के मुताबिक यहां दुकान का संचालन किया जा रहा है। जैसे कोई आदेश मिलता है तो उस पर त्वरित कार्रवाई की जाएगी। मुनिकीरेती थानाध्यक्ष प्रदीप चौहान ने बताया कि पुलिस शांति और सुरक्षा को कायम रखने के लिए तैनात है। इस मामले में कोर्ट से भी कुछ निर्देश पुलिस को मिले हैं, जिसका अनुपाल भी सुनिश्चित किया जा रहा है।
