November 13, 2025

मर्चेंट नेवी में कार्यरत नंदन सिंह का पार्थिव शरीर पहुंचा कौलाग, पूरे क्षेत्र में छाया मातम

गरुड़ (बागेश्वर)। दक्षिण अफ्रीका में हुई नाव दुर्घटना में जान गंवाने वाले मर्चेंट नेवी कर्मी नंदन सिंह का पार्थिव शरीर रविवार को उनके पैतृक गांव कौलाग (गरुड़) पहुंचा। शव के पहुंचते ही गांव में मातम छा गया और परिजनों में कोहराम मच गया। हर किसी की आंखें नम थीं, वातावरण गमगीन था।

16 अक्टूबर को दक्षिण अफ्रीका में हुई एक भीषण नाव दुर्घटना में गरुड़ क्षेत्र के कौलाग निवासी नंदन सिंह पुत्र स्व. हरीश सिंह लापता हो गए थे। कई दिनों की खोजबीन के बाद उनका पार्थिव शरीर बरामद किया गया। रविवार को स्कॉर्पियो कंपनी के कर्मचारी दिनेश कठायत और रोजिना पार्थिव शरीर को लेकर कौलाग पहुंचे। जैसे ही शव गांव पहुंचा, पूरे क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई।

मृतक की मां, पत्नी सहित परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। परिजनों के साथ ही ग्रामीण भी इस असमय निधन से व्यथित हैं। नंदन सिंह के दोनों छोटे बच्चे — बड़ा पुत्र ऋतिक और छोटा पुत्र भावेश, अपने पिता के घर लौटने का इंतजार कर रहे थे, लेकिन पिता की अर्थी देखकर दोनों बेसुध हो गए।

पार्थिव शरीर घर पहुंचने की सूचना मिलते ही क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि और सामाजिक कार्यकर्ता भी कौलाग पहुंचे। शोक संवेदना प्रकट करने वालों में कपकोट के पूर्व विधायक ललित फर्स्वाण, जिला पंचायत सदस्य जनार्दन लोहुमी, सभासद अंकित जोशी, ग्राम प्रधान, और कई अन्य स्थानीय जनप्रतिनिधि शामिल रहे। उन्होंने परिजनों को ढांढस बंधाया और हर संभव सहयोग का आश्वासन दिया।

इसके बाद नंदन सिंह का अंतिम संस्कार हिंदू रीति-रिवाजों के अनुसार सरयू-गोमती संगम तट पर किया गया। इस दौरान सैकड़ों की संख्या में लोग मौजूद रहे।

नंदन सिंह के निधन से न केवल उनका परिवार, बल्कि पूरा क्षेत्र शोक में डूब गया है। उनके जाने से कौलाग ही नहीं, बल्कि पूरे गरुड़ क्षेत्र ने एक जांबाज़ बेटे को खो दिया है।