मुख्य विकास अधिकारी ने की राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम की समीक्षा
बागेश्वर ( आखरीआंख ) जनपद के आंगनबाडी केन्द्रो एवं सरकारी व सरकारी सहायता प्राप्त विद्यालयों में अध्यनरत बच्चों का बेहतर स्वास्थ व उपचार के लिए राष्ट्रीय बाल स्वास्थ कार्यक्रम की समीक्षा बैठक मुख्य विकास अधिकारी एस.एस.एस.पांगती की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार संपन्न हुर्इं।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी ने राष्ट्रीय बाल स्वास्थ कार्यक्रम से जुडे टीमों को निर्देश दिये है कि जनपद मे संचालित आंगनबाडी केन्द्रों एवं सरकारी एवं सरकारी सहायता प्राप्त विद्यालयों में शत प्रतिशत भ्रमण कर बच्चों का स्वास्थ परीक्षण अनिवार्य रूप से करें। उन्होने यह भी निर्देश दिये है कि संम्बन्धित आंगनबाडी केन्द्रो एवं विद्यालयों में भ्रमण करने से पूर्व उन विद्यालयों को उचित सूचना देना सुनिश्चित करें ताकि भ्रमण के दिन सभी बच्चें विद्यालय एवं आंगनबाडी केन्द्रो में मौजूद रहे ताकि उनका स्वास्थ परीक्षण किया जा सकें और कहा कि कोर्इ भी बच्चा स्वास्थ जांच एवं उपचार से वंचित न रहें। उन्होंने कड़े निर्देश देते हुए कहा कि प्रत्येक ऑगनबाडी केन्द्र में व विद्यालयों में भ्रमण की तिथि एवं किये गये बच्चों का परीक्षण की रिपोर्ट तत्काल उपलब्ध करायें तथा जनपद से कितने बच्चों को बाहर रेफर किया गया है उन बच्चों का भी डाटा तैयार कर उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय बाल स्वास्थ कार्यक्रम की टीम ब्लांकवार प्रत्येक विद्यालय एवं ऑगनबाड़ी केन्द्रों में जाकर प्रत्येक बच्चे का चैकअप करना सुनिश्चित करें यदि कोर्इ बच्चा किसी तरह भी अस्वस्थ हो जिसका उपचार किया जाना है उन बच्चों के सम्पूर्ण दस्तावेज बनाते हुए उपचार करना सुनिश्चित करें जिसकी जानकारी जिला कार्यालय को उपलब्ध कराते हुए मुख्य शिक्षा अधिकारी को भी उपलब्ध करायें। उन्होंने राष्ट्रीय बाल स्वास्थ कार्यक्रम की टीम को निर्देश दिये कि उनके द्वारा विद्यालयों में किये जाने वाले भ्रमणों के संबंध में विद्यालय के भ्रमण पंजिका में अंकन करना सुनिश्चित करें।
बैठक में मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ जे.सी.मण्डल ने कहा कि राष्ट्रीय बाल स्वास्थ कार्यक्रम के अन्तर्गत नवजात से लेकर 18 वर्ष तक के आयु वर्ग के बच्चों की नि:शुल्क जांच एवं उपचार का प्रावधान किया गया है भारत सरकार के निर्देशानुसार राष्ट्रीय बाल स्वास्थ कार्यक्रम जनपद में चलाया जा रहा है जिसके माध्यम से नवजात से लेकर 06 माह तक के बच्चों की स्वास्थ जांच एवं उनमें बीमारियों की जांच व उनमें बीमारियों की पहचान प्रत्येक सरकारी प्रसव केन्द्रों पर कार्यरत स्टांफ व आशा कार्यकत्री द्वारा अपने क्षेत्र में घर-घर भ्रमण कर किया जा रहा है तथा 06 सप्ताह से 06 वर्ष तक के बच्चों का वर्ष में दो बार स्वास्थ परीक्षण एवं बीमारियों की पहचान का कार्य ब्लांक स्तरीय मोबार्इल टीमों द्वारा आंगनबाडी केन्द्रो का भ्रमण कर किया जा रहा है तथा 06 वर्ष से 18 वर्ष के आयु वर्ग के बच्चे जो सरकारी एवं सरकारी सहायता प्राप्त विद्यालयों में अध्यनरत है वर्ष में एक बार स्वास्थ परीक्षण एवं बीमारियों की पहचान का कार्य ब्लांक स्तरीय मोबार्इल टीमों के द्वारा संबन्धित विद्यालयों में भ्रमण कर किया जा रहा है।
बैठक में जिला विकास अधिकारी के.एन.तिवारी, जिला कार्यक्रम अधिकारी राजेन्द्र प्रसाद बिष्ट, जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक नरेश शर्मा, उप खण्ड शिक्षा अधिरी पूनम चौहान,डॉ सुनिता जोशी, एच.सी.लोहनी, यू.एस.रावत सहित कार्यक्रम से जुडे अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित थें।