December 23, 2024

जिलाधिकारी ने ली स्टाफ बैठक

 

बागेश्वर ( आखरीआंख )  जिलाधिकारी रंजना राजगुरू की अध्यक्षता में कलैक्ट्रेट सभागार में मासिक स्टाफ बैठक राजस्व एवं पुलिस क्षेत्रों के अन्तर्गत अपराधों, सत्र न्यायालयों एवं विभिन्न न्यायालयों में लम्बित वादों, राजस्व वादों के निस्तारण, विभाग स्तर पर आडिट आपत्तियों का निराकरण, राजस्व वसूली, पेंशन प्रकरण समेत राजस्व विभाग के अन्तर्गत विभिन्न अधिष्ठानों के तहत संपन्न होने वाले कार्यों के साथ साथ परिवहन विभाग, खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति, आबकारी विभाग से संबंधित कार्यों की प्रगति की समीक्षा की।
जिलाधिकारी ने सत्र न्यायालय व उप जिलाधिकारी न्यायालयों में लम्बित प्रकरणों को प्राथमिकता के साथ निपटाने के लिए अधिवक्ताओं को निर्देश देते हुए कहा कि वादों के निराकरण के लिए प्रभावी पैरवी करते हुए गवाही शत प्रतिशत हो। तथा उप जिलाधिकारियों को निर्देश दिये है कि उनके न्यायालयों में जो भी वाद लंम्बित है उनका तत्काल निस्तारण करना सुनिश्चित करें। जिलाधिकारी ने सभी उपजिलाधिकारियों को राजस्व वादों के निस्तारण में भी तेजी लाने के निर्देश दिये।
बैठक में आबकारी विभाग की समीक्षा करते हुए जनपद में अवैध शराब की बिक्री पर अंकुश लगाने के लिए जिलाधिकारी ने आबकारी अधिकारी एवं उप जिलाधिकारियों व पुलिस विभाग के अधिकारियों को नियमित छापेमारी करने के निर्देश दिये। उन्होंने राजस्व क्षेत्र में भी तहसीलदारों एवं नायब तहसीलदारों को भी अपने-अपने क्षेत्रों में अवैध शराब के खिलाफ छापेमारी करने के भी निर्देश दिये। परिवहन विभाग की समीक्षा करते हुए जिलाधिकारी ने सहायक सम्भागीय परिवहन अधिकारी को निर्देश दिये है कि वे संयुक्त रूप से निरीक्षण करें तथा सड़क सुरक्षा के संबंध में जागरूकता अभियान चलाते हुए लोगों को यातायात नियमों के बारे में जानकारी उपलब्ध कराये। जिस पर सहायक परिवहन अधिकारी ने जिलाधिकारी को अवगत कराया है कि परिवहन विभाग द्वारा अब तक 1852 चालान किये गये है, जिसके माध्यम से 43 लाख 94 हजार की वसूली की गयी है। वाणिज्यकर विभाग की समीक्षा करते हुए जिलाधिकारी ने अपलेखन के लंबित 06 मामलों पर कार्यवाही न होने पर गहरी नाराजगी व्यक्त करते हुए वाणिज्यकर के अधिकारी को निर्देश दिये है कि इन मामलों के निस्तारण के लिए संयुक्त निरीक्षण करते हुए यथाशीघ्र अनिवार्य रूप से निराकरण करने के निर्देश दिये। कहा कि बकाया वसूली पर भी शीघ्रता शीघ्र कार्यवाही करने के निर्देश दिये। जिला पूर्ति विभाग की समीक्षा करते हुए जिलाधिकारी ने निर्देश दिये है कि समय-समय पर खाद्यान के गोदामों एवं सस्ता गल्ला विक्रेताओं की दुकानों का निरीक्षण करना सुनिश्चित करें तथा रैस्टोरेन्ट एवं ढाबो होटलों में अवैध रूप से संचालित हो रहे घरेलू गैस सिलेण्डरों के विरूद्ध छापामारी करें पकड़े जाने वालों के विरूद्ध भी कड़ी कार्यवाही करना सुनिश्चित करें। उन्होंने खाद्य सुरक्षा विभाग की समीक्षा के दौरान कहा कि विभाग समय-समय पर दुकानों का निरीक्षण करते हुए नकली मिलावटी सामान एवं एक्सपायरी डैट हुये सामान को बेचने वाले विक्रेताओं के विरूद्ध कड़ी कार्यवाही करना सुनश्चित करें। इस पर पैनी नजर बनाये रखें तथा समय-समय पर मिल्क, बटर, टमाटों सॉस, पनीर, घी, तेल आदि खाद्य पदार्थों का सैंपल लेने के निर्देश दिये। खनन विभाग की समीक्षा करते हुए जिलाधिकारी ने प्रवर्तन की कार्यवाही के लिए प्रतिदिन सूचना उपलब्ध कराने के निर्देश दिये तथा राजस्व, वन विभाग, पुलिस विभाग एवं परिवहन विभाग को संयुक्त निरीक्षण करते हुए ओवर लोडिंग के विरूद्ध कड़ी कार्यवाही करने के निर्देश दिये।
जिलाधिकारी ने तहसीलवार मुख्य देयकों एवं विविध देयकों की समीक्षा के दौरान सभी उप जिलाधिकारियों एवं तहसीलदारों को निर्देश दिये है कि जिन तहसीलों में राजस्व वसूली कम की गयी है वह राजस्व वसूली में तेजी लायें। उन्होंने तहसीलवार बनाये जाने वाले प्रमाण पत्रों की भी समीक्षा की कहा कि सभी तहसीलों से जो भी प्रमाण पत्र निर्गत किये जा रहे है उन प्रमाण पत्रों को समय से बनाकर आवेदनकर्ता को उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें प्रमाण पत्रों के जारी करने में किसी प्रकार की कोर्इ लापरवाही न बरती जाय।
बैठक में जिलाधिकारी ने सूचना का अधिकार अधिनियम के तहत प्राप्त आवेदन पत्रों का निर्धारित समय सीमा के अन्तर्गत निराकरण करने को कहा। उन्होंने सभी पटल सहायकों को निर्देश देते हुए कहा कि प्राप्त शिकायतों व अन्य सन्दर्भो का नियमित तरीके से निस्तारण करें इसमें किसी प्रकार की हिलाहवाली कतर्इ बर्दाश्त नहीं होगी।
बैठक में अपर जिलाधिकारी राहुल कुमार गोयल, संयुक्त मजिस्ट्रेट कपकोट नरेन्द्र सिंह भण्डारी, उपजिलाधिकारी सदर राकेश चन्द्र तिवारी, गरूड जयवर्द्धन शर्मा, ज्येष्ठ अभियोजन अधिकारी भूपेन्द्र सिंह जंगपांगी, तहसीलदार मैनपाल सिंह, प्रशासनिक अधिकारी बालम सिंह बिष्ट, दिनेश सिंह खेतवाल, बलवन्त सिंह देवडी, शासकीय अधिवक्ता बसन्त बल्लभ पाठक, खडक सिंह कार्की सहित समस्त पटल सहायक मौजूद थे।