बागेश्वर में शराब की दुकानों के लिए नही मिल रहे आवेदक
बागेश्वर ( आखरीआंख ) जिले में शराब की दुकानों के लिए कोई भी व्यवसायी आगे नहीं आ रहा है। दो दिन बाद एक विदेशी शराब की दुकान का आवंटन हो गया है। इसके अलावा जिले की अन्य 11 दुकानों को आज भी आवेदक नहीं मिल पाए हैं। इन दुकानों को पाने के लिए कोई भी पहले आवत पहले पावत के तहत आवेदन कर सकता है। जिस दुकान का आवंटन हुआ है, पहले भी वहीं अनुज्ञापी चला रहा था। मालूम हो कि 31 मार्च को शराब की दुकानों की आवंटन का समय पूरा हो गया था। नये वित्त वर्ष के लिए किसी भी शराब कारोबारी ने आवेदन नहीं किया। पहले आवत पहले पावत नियम के तहत बागेश्वर की विदेशी शराब के लिए इंद्र सिंह परिहार ने आवेदन किया था। जिला आवंटन समिति की संस्तुति के बाद मंगलवार को यह दुकान उन्हें आवंटित हो गई है। इसका राजस्व 11 करोड़, 55 लाख, 90 हजार 666 रुपये है। इसके अलावा बागेश्वर की देशी शराब की दुकान के अलावा कांडा, गरुड़, काफलीगैर, भराड़ी सहित विभिन्न क्षेत्रों में देशी तथा विदेशी 11 दुकानों को लेने के लिए कोई भी आगे नहीं आया है। आवेदक नहीं आने से इन दुकानों में ताले लटके हैं। इससे विभाग को राजस्व की हानि हो रही है। इतना ही नहीं शाम होते ही मदिरा के शौकीन भी इन बंद दुकानों के पास मंडराते दिख रहे हैं।
शराब तस्करी का बढ़ा खतरा- जिले में एक मात्र दुकान आवंटन होने तथा अन्य दुकानों के बंद होने के कारण शराब की तस्करी होने का खतरा बढ़ गया है। इतना ही नहीं दुकानदार मनमानी के अलावा ओवर रेट में शराब बेच सकता है। लोगों ने आबकारी तथा पुलिस विभाग से इस पर कड़ाई से अंकुश लगाने की मांग की है।