मतदाता प्रत्याशी से सवाल करे कि हम आपको वोट क्यों दें? : गणेश
पौड़ी ( आखरीआंख ) चकबंदी आंदोलन के प्रणेता गणेश गरीब ने लोकसभा चुनाव में पहाड़, पलायन और वीरान गांवों की बात प्रत्याशियों द्वारा नहीं किए जाने का आरोप लगाते हुए नाराजगी जताई है। कहा कि पहाड़ पीड़ा से कराह रहा है। लेकिन चुनाव में राजनीतिक दल व प्रत्याशी पहाड़ की बात करने को तैयार ही नहीं हैं। उन्होंने मतदाताओं से आह्वान किया कि मतदाता प्रत्याशी से सवाल करे कि हम आपको वोट क्यों दें? चकबंदी आंदोलन के प्रणेता गणेश सिंह गरीब ने राजनीतिक दलों पर मतदाताओं को गुमराह करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि गांव, खेती व किसान लोकतंत्र का आधार हैं। लेकिन लोकसभा चुनाव में ये सभी हाशिए पर रखे गए हैं। गरीब ने कहा कि पहाड़ में पलायन, वीरान होते गांव, सिकुड़ती खेती, जंगली जानवरों का उत्पात, बंद होते राजकीय स्कूल, बदहाल चिकित्सा व्यवस्था मुद्दें हैं। लेकिन इन जनमुद्दों पर कोई राजनीतिक दल बात करने तक को तैयार नहीं है। जो मतदाताओं को गुमराह करने के सिवा कुछ नहीं है। उन्होंने कहा कि चकबंदी को लेकर प्रदेश सरकारों ने जनता को हमेशा ही ठगा है। वर्तमान प्रदेश सरकार ने सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत व मुयमंत्री योगी आदत्यिनाथ के मूल गांवों में चकबंदी किए जाने का शोर मचा रही है। लेकिन धरातल पर कोई काम इस दिशा में नहीं हुआ है। पहाड़ के मतदाताओं को राजनीतिक दलों व प्रत्याशियों से सवाल करना होगा कि हम आखिर आपको वोट क्यों दें। जिसके बाद प्रत्याशी सोचने को जरुर मजबूर हो जाएगा। जो आगामी समय में उसकी चेतना को जागृत करते हुए उसे इस दिशा में कार्य करने के लिए प्रेरित करेगा।