संतों ने समाज को सदैव नई दिशा प्रदान कीः श्रीमहंत विनोद गिरी
हरिद्वार, ( आखरीआंख ) जूना अखाड़े का अंतर्राष्ट्रीय सभापति बनाए जाने पर श्रीमहंत प्रेमगिरी महाराज का भूपतवाला स्थित बाबा अमीर गिरी धाम में पंचपुरी षड़दर्शन साधु समाज एवं स्थानीय लोगों और संस्थाओं की ओर से भव्य स्वागत किया गया। बाबा अमीर गिरी धाम के परमाध्यक्ष एवं जूना अखाड़े के
अंतर्राष्ट्रीय संगठन मंत्री श्रीमहंत विनोद गिरी महाराज ने स्वागत समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि जूना अखाड़ा संतों की विश्व विख्यात संस्था है।
अखाड़े के संतों की भारतीय संस्कृति एवं सनातन धर्म के प्रचार प्रसार में अहम भूमिका है। संतों के मार्गदर्शन से व्यक्ति के कल्याण का मार्ग प्रशस्त होता है, ओर संतों के सानिध्य में ही व्यक्ति के चरित्र का निर्माण होता है।
संतों का जीवन सदैव परमार्थ को समर्पित रहता है। संतों ने सदैव समाज को नई दिशा प्रदान की है। श्रीमहंत प्रेमगिरी महाराज के सानिध्य में जूना अखाड़ा धर्म व संस्कृति के संरक्षण में अहम भूमिका अदा करेगा। अपनी तप व विद्वता के माध्यम से श्री महंत प्रेमगिरी महाराज सनातन धर्म के क्षेत्र में नए आयाम देंगे। श्रीमहंत प्रेमगिरी महाराज ने कहा कि जूना अखाड़े द्वारा जो दायित्व उन्हें सौंपा गया है। उसका अखाड़े की परम्पराओं के अनुसार पूरी निष्ठा से निर्वहन करते हुए धर्म व संस्कृति के संरक्षण व संवर्द्धन के लिए सदैव तत्पर रहेंगे।
उन्होंने कहा कि जूना अखाड़ा तपस्वी व ज्ञानी विज्ञानियों संतों की संस्था है। जो अनादि काल से सनातन धर्म के संरक्षण व संवर्द्धन में अहम भूमिका निभा रहा है। साध्वी प्राची ने श्रीमहंत प्रेमगिरी को शुभकामनाएं देते कहा कि श्रीमहंत प्रेमगिरी जैसे विद्वान संत से प्रेरणा लेकर युवा संतों को समाज के कल्याण में अपनी सहभागिता सुनिश्चित करनी चाहिए।
युवा संत ही सनातन धर्म की रीढ़ हैं। इस अवसर पर महंत बुधगिरी, महामण्डलेश्वर स्वामी प्रबोधानंद गिरी, महंत देवानंद सरस्वती, स्वामी रविन्द्रानंद सरस्वती, स्वामी ललितानंद गिरी, अष्टकौशल महंत हरेराम गिरी, महंत विनोद महाराज, महंत सच्चिदानंद, महंत साधनानंद, स्वामी धीरेंद्र पुरी, स्वामी योगेश्वरानंद,
महंत रामगिरी, अन्नू कक्कड़, सवीता शर्मा, प्रेमलाल शर्मा, रीतेश वशिष्ठ, मनोज जखमोला, विदित शर्मा, पार्षद सुनीता शर्मा, रविबाबू शर्मा, दीपांशु आदि उपस्थित रहे।