अटल आयुष्मान योजना की खामियों को लेकर चेयरमैन से मिला मोर्चा प्रतिनिधिमंडल
देहरादून, ( आखरीआंख ) प्रदेश में अटल आयुष्मान योजना में आ रही विसंगतियों, कठिनाइयों एवं हाई पावर माॅनिटरिंग कमेटी के गठन को लेकर जनसंघर्ष मोर्चा प्रतिनिधिमण्डल ने मोर्चा अध्यक्ष एवं जी0एम0वी0एन0 के पूर्व उपाध्यक्ष रघुनाथ सिंह नेगी के नेतृत्व में अटल आयुष्मान समिति के अध्यक्ष दिलीप कोटिया से मुलाकात कर ज्ञापन सौंपा। श्री कोटिया ने तत्काल कार्यवाही का भरोसा दिलाया।
नेगी ने कहा कि अटल आयुष्मान योजना के तहत थोड़ी गम्भीर बीमारी में सबसे पहले सरकारी अस्पताल से रैफर कराना होता है, जिसके तहत मरीज उच्च स्वास्थ्य संस्थान में इलाज करा सकता है। सरकारी अस्पतालों में अत्यधिक भीड़ व अव्यवस्थाओं के चलते मरीज को रैफर कराना टेढी खीर साबित हो रहा है। सूत्रों से ज्ञात हुआ है कि सरकार द्वारा हिडेन एजेन्डा (गुप्त रूप से) के तहत सरकारी चिकित्साधिकारियों को हिदायत दी गयी है कि सिर्फ और सिर्फ उच्च सरकारी सेंटर पर ही मरीज को रैफर किया जाये। अगर उत्तराखण्ड के उच्च सरकारी अस्पतालों की बात की जाये तो प्रदेश भर में बामुश्किल 8-10 ही अस्पताल हैं, जिनमें इलाज हो पाता है, लेकिन हर वक्त मरीजों की अत्याधिक भीड़ होने के कारण इलाज करना सम्भव नहीं हो पाता। नेगी ने कहा कि सरकार द्वारा इस योजना के तहत पैनल में लगभग 186 सरकारी व प्राईवेट अस्पताल शामिल हैं। इन प्राईवेट अस्पतालों की बात की जाये तो अधिकांश अस्पताल तय (अनुबन्ध) की गयी कीमतों पर इलाज करने में आनाकानी करते हैं तथा मरीजों से कीमतों का हवाला देकर अधिक रकम वसूलते हैं। मोर्चा का कहना है कि गम्भीर बीमारियों में सरकारी अस्पताल से रैफर करने की व्यवस्था समाप्त हो, प्राईवेट अस्पतालों का तय कीमतों से अधिक धनराशि वसूलना बन्द हो। योजना के कार्ड बनाये जाने का सरलीकरण (अन्य दस्तावेजों के आधार पर) हो और हाई पावर माॅनिटरिंग कमेटी का गठन हो। कोटिया से मिलने वाले प्रतिनिधिमण्डल में मोर्चा उपाध्यक्ष विजयराम शर्मा, अनिल कुकरेती, दिलबाग सिंह, ओ0पी0 राणा, नवीन नेगी आदि शामिल रहे।