( अर्जुन राणा आखरी आँख बागेश्वर )
गरुड़ विकास खण्ड के द्योनाई घाटी में आज विगत वर्षों की भांति इस बार भी पहाड़ में श्रम को सम्मान दिलाने हेतू की जा रही यह महिलाओं की प्रतियोगिता सम्पन्न हो गई।
हितैषी संस्था द्वारा आयोजित महिलाओं की इस प्रतियोगिता में प्रथम चरण में हर गाँव मे महिलाओं से 2 मिनट का समय देकर घास कटवाया जाता है । और उनमें से प्रथम 3 प्रतिभागियों को दूसरे चरण में कुल प्रथम तीसरे स्थान में आई हुई महिलाओं के साथ घास काटना होता है।
इनमे से जिन प्रथम तीन महिलाओं के घास का वजन सबसे ज्यादा अंक दिए जाते है । उन्हें फिर तीसरे व अंतिम चरण में सभी प्रथम तीन आई हुई महिलाओं के साथ कुछ जानवरों खेती बाड़ी एवम अन्य प्रश्नों के उत्तर देने होते है। उनके उत्तर के आधार पर ही अंक दिए जाते है । इस तरह जिन 3 महिलाओं के सर्वोच्च अंक होते है उन्हें प्रथम द्वितीय व तृतीय घोषित किया जाता है।
इस प्रकार प्रथम 3 विजयी महिलाओं को नकद राशि से पुरस्कृत किया जाता है।
इस वर्ष के द्वितीय चरण में मुख्य अतिथि रिटायर्ड आई जी रमेश चन्द्रा ने कहा कि पहाड़ की नारी काफी शसक्त होती है । उन्होंने पहाड़ में कृषि को ऒर बढ़ावा दिए जाने पर बल दिया । कहा कि इस तरह की प्रतियोगिता के आयोजन से हमारी नई पीढ़ी का ध्यान भी कृषि की ओर आकृष्ट हो सकेगा।
सभा की अध्यक्षता करते हुए प्रमुख समाजसेवी नन्दी भंडारी ने पहाड़ में महिलाओं की अनेक समस्याओं से जनता को अवगत कराया और सरकार से मांग की कि पहाड़ में एक जमाने से लगातार महिलाओं के सिर का बोझ कम नही हो रहा है।
इस ओरहमारेजनप्रतिनिधियों को भी ध्यान देना होगा।
संस्था के अध्यक्ष श्री रतन सिंह किरमोलिया ने बताया कि इस बार 5 न्याय पंचायतों की कुल 60 महिलाओं ने इसमें हिस्सा लिया।
सचिव किसन राणा ने जानकारी दी कि अगला व फाईनल कार्यक्रम दिसम्बर माह के 16 व 17 तारीख को किया जाना निश्चित किया गया है।