बागेश्वर में मनरेगा समीक्षा दौरान अधिकारियों को कड़ी फटकार
( आखरी आँख समाचार बागेश्वर ) बागेश्वर । जिलाधिकारी रंजना राजगुरू ने आज विकास भवन सभागार में जनपद में मनरेगा के कार्यों की समीक्षा बैठक ली। बैठक में उन्होंने रेखीय विभागों एवं खण्ड विकास अधिकारियों ग्राम विकास अधिकारियों व रोजगार सहायकों के साथ समीक्षा की। बैठक में जिलाधिकारी ने महात्मा गाधी नरेगा की भौतिक एवं वित्तीय प्रगति, समय से मजदूरी का भुगतान, वर्षवार कार्यवृत्ति, आधार सीडिंग, जीओ टैग, एन.आर.एम.वर्क सहित मनरेगा के द्वारा किये जाने वाले कार्यों की बिन्दुवार समीक्षा की। उन्होंने विकास खण्डवार समीक्षा करते हुए विकास खण्ड कपकोट का परफोमेन्स रिपोर्ट ठीक न होने पर नाराजगी व्यक्त करते हुए परफोमेन्स ठीक करने के निर्देश खण्ड विकास अधिकारी को दिये। उन्होंने तीनों विकास खण्डों के परफोमेन्स रिपोर्ट के आधार पर कपकोट विकास खण्ड की स्थिति कम है मानकों के अनुरूप प्रगति नहीं की गयी है। जिसमें जिलाधिकारी ने बैठक में रोजगार सहायक, जे.र्इ.मनरेगा, व ग्राम विकास अधिकारी को फटकार लगाते हुए कहा कि अपनी कार्यप्रणाली में सुधार लाना सुनिश्चित करें। सभी बिन्दुओं पर प्रगति में सुधार लायें। अन्यथा इस स्थिति में एक माह के पश्चात भी सुधार नहीं हुआ तो मनरेगा कार्मिकों सहित ग्राम्य विकास के कर्मचारियों पर कड़ी कार्यवाही अमल में लायी जायेगी। जिलाधिकारी ने तीनों खण्ड विकास अधिकारियों एवं सहायक खण्ड विकास अधिकारियों को भी कड़ी फटकार लगाते हुए निर्देश दिये कि अपने-अपने विकास खण्डों में कार्यों में प्रगति लाना सुनिश्चित करें। जिलाधिकारी ने विगत वर्षों के मनरेगा के कार्यों को शतप्रतिशत पूर्ण करने के निर्देश दिये।
जिलाधिकारी ने रोजगार सहायक, कम्प्यूटर आपरेटर, ग्राम विकास अधिकारी को निर्देश दिये कि वे समय से मस्टरौल उपलब्ध कराते हुए भुगतान करना सुनिश्चित करें। कार्यपूर्ति की प्रगति की समीक्षा करते हुए कहा कि वित्तीय वर्ष 2016-17 में कपकोट विकास खण्ड के 13 निर्माण कार्य अर्पूण है इन कार्यों को तत्काल पूर्ण करने के निर्देश दिये। साथ ही उन्होंने बैठक में सभी अधिकारियों को निर्देश करते हुए कहा कि जो भी योजनायें 02 वर्ष पूर्व की अपूर्ण है उन योजनाओं को अक्टूबर 20 तक हर हाल में पूर्ण करना सुनिश्चित करें। यदि कार्य समय से पूर्ण न होने पर सम्बन्धित कर्मचारी व अधिकारी की जिम्मेदारी तय की जायेगी। उन्होंने कहा कि विकास कार्यों में गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखा जाय। गुणवत्ता के सम्बन्ध में कोर्इ समझौता नहीं किया जायेगा। उन्होंने खण्ड विकास अधिकारियों को निर्देश दिये कि वे विकास खण्डों में मनरेगा कार्मिकों व ग्राम विकास अधिकारियों की नियमित रूप से बैठक लें।
जिलाधिकारी ने रोजगार सहायक, जे.र्इ. मनरेगा, एवं कम्प्यूटर आपरेटर मनरेगा को चेतावनी जारी करते हुए कहा कि सभी कर्मचारी मेहनत व लगन के साथ कार्य करना शुरू करें। शतप्रतिशत भुगतान करने पर ही माह सितम्बर का वेतन आहरित किया जायेगा। शतप्रतिशत भुगतान न होने पर मुख्य विकास अधिकारी को कम्प्यूटर आपरेटर व जे0र्इ0मनरेगा के वेतन रोकने के निर्देश दिये। जो भी कार्य निर्माणाधीन है उसे समयानुसार पूर्ण करना सुनिश्चित करें। यदि किसी प्रकार भी आपके कार्यशैली में सुधार नहीं हुआ तो सम्बन्धित कर्मचारियों के विरूद्ध कड़ी से कड़ी कार्यवाही अमल में लायी जायेगी। उन्होंने कहा कि माह नवम्बर में पुन: मनरेगा के कार्यों की समीक्षा की जायेगी। अगले बैठक में इस प्रकार की परफोमेन्स न आये। उन्होंने मुख्य विकास अधिकारी को निर्देश दिये कि वे भी अपने स्तर से बैठक कर समीक्षा करना सुनिश्चित करेंगे।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी एस.एस.एस.पांगती, जिला विकास अधिकारी के.एन.तिवारी, पशुपालन अधिकारी डा0उदय शंकर, परियोजना अधिकारी ग्राम्या शिल्पी पन्त, खण्ड विकास अधिकारी गरूड़ विपिन चन्द्र पन्त, कपकोट गंगागिरी गोस्वामी, मुख्य कृषि अधिकारी बी.पी. मौर्या, जिला उद्यान अधिकारी तेजपाल सिंह सहित ग्राम विकास अधिकारी एवं रोजगार सहायक, जे.र्इ.मनरेगा आदि उपस्थित थे।