कपकोट में मडुये को बुलन्दियों तक पहुंचा रही माँ चिल्ठा स्वायत सहकारिता समिति
बागेश्वर कपकोट ( अर्जुन राणा आखरीआंख ) लोहारखेत(मुनार) की मडुये की बिस्कुट फ़ैक्ट्री का आज पूरे देश में अपना एक विशिष्ट स्थान बनता जा रहा है।
जनपद मुख्यालय से लगभग 45 किमी दूर पहाड़ की हाड़तोड़ मेहनत भरी जीवनशैली के बीच पहाड़ी क्षेत्रों में होने वाला अनाज मडुवा, चौलाई, जौ और मक्के की फसल ने बागेश्वर के सरयू घाटी में आजीविका परियोजना की पहल पर जब 2017 में इस अनाज से बिस्कुट बनाने का कार्य शुरू किया तो दुलम से झूनी के चौबीस गांवों के करीब 924 ग्रामीण इससे लाभांवित होने लगे हैं। शुद्व पर्वतीय अनाज से बने ये बिस्कुट डायबिटीज इत्यादि के लिए भी अत्यंत गुणकारी हैं। बाजार में इनकी काफी डिमांड होने पर अब इस काम के लिए गांवों में 84 महिला समूह भी इससे जुड़े हैं।
समिति के ब्लॉक समन्यवक हरीश पांडा ने बताया कि वर्तमान में समिति लगभग 20 किलो प्रतिदिन मडुये के बिस्किट बनाकर उन्हें देहरादून एक सरकारी संस्था को भेजती हैं जहाँ से उन्हें अन्य प्रदेशों को भी भेजा जाता है। उन्होंने बताया कि समिति द्वारा अभी हाल ही में मडुये के नमकीन बनाने का कार्य भी शुरू किया गया है जिसका की काफी अच्छा परिणाम मिल रहा है। कहा कि समिति की योजना भविष्य में इस काम को बड़े पैमाने पर करने की है।
श्री पांडा का यह भी कहना है कि यहाँ पर नेटवर्क कनेक्टिविटी एक बहुत बड़ी समस्या बनी हुई है।
देश के प्रधानमंत्री माननीय नरेन्द्र मोदी जी ने अपनी 43वी मन की बात कार्यक्रम में जहाँ एक तरफ़ देश भर में बागेश्वर जनपद की इस पहल की सराहना की वही सरकारी किसी भी प्रकार की सुविधाओं से इन महिला समूहों को कोसों दूर ही रखा गया, जो अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है ।समूह की अध्यक्षा श्रीमती तारा टाकुली, सचिव श्रीमती बसन्ती देवी, ब्लॉक समन्वयक हरीश पाण्डा और प्रभागीय परियोजना प्रबन्धक श्री धर्मेन्द्र पाण्डे जी ने अवगत कराया कि उरेडा के माध्यम से ज़िला योजना के तहत सोलर पैनल एवं लघु घराट योजना के माध्यम से संस्था को बिजली मुहैया करायी जाए । क्योंकि यहाँ पर बिजली की समस्या अधिक है। जिसके लिए पूर्व में ज़िला प्रशासन से भी माँग की गई है परन्तु अभी तक कोई भी सकारात्मक पहल देखने को नही मिली है। इस बात से अन्दाज़ा लगाया जा सकता है कि हमारा ज़िला प्रशासन कितना सक्रीय है।कैसे डबल इंजन की सरकार में जनपद की इन कर्मठ महिला समूहों को मूलभूत सुविधाओं से वंचित रखा जा रहा है ।
इन सभी महिला उधमियों का जो इस कार्य से जुड़कर लगातार जनपद का देश में नाम रौशन कर रही हैं।प्रभागीय परियोजना प्रबन्धक श्री धर्मेन्द्र पाण्डे जी का मार्गदर्शन लगातार इनको प्राप्त होता आ रहा है ।