बागेश्वर में सुशासन को सीएम हेल्पलाइन का प्रशिक्षण शुरू
बागेश्वर । उत्तराखण्ड सरकार सुशासन के प्रति पूरी तरह समर्पित है। जनसामान्य की शिकायतों कें निराकरण के लिए बनाए गए सीएम हेल्पलाइन पोर्टल 1905 के सभी स्तर के अधिकारियों को प्रशिक्षण देकर मजबूत किया जा रहा है। इसी क्रम आज विकास खण्ड़ सभागार बागेश्वर में प्रशिक्षण कार्याशाला का जिलाधिकारी रंजना राजगुरु, पुलिस अधीक्षक प्रीति प्रियदर्शिनी, मुख्यमंत्री हेल्पालार्इन के प्रभारी रवीन्द्र दत्त ने दीप प्रज्वलित कर शुभारम्भ किया। जिसमे जनपद के एल 01 और एल 02 स्तर के अधिकारियों को प्रशिक्षण दिया गया है।
मुख्य मंत्री हेल्पलाइन के प्रोग्रामर पंकज ने तकनीकी बारीकियों की जानकारी देतें हुए कहा मुख्यमंत्री कार्यालय द्वारा अपेक्षा की गयी है कि सभी स्तर के अधिकारी जन समस्याओं को बारीकी से समझकर उनका त्वरित निस्तारण करेंगें। उन्होनें कहा कि मुख्यमंत्री कार्यालय नियमित रूप से इसकी मॉनिटरिंग की जा रही है। इस एप पर कोर्इ भी नागरिक अपनी शिकायत हिन्दी,अंग्रेजी,गढ़वाली,पंजाबी,कुमाऊनी भाषा में दर्ज करा सकता है। मुख्यमंत्री हेल्पलाइन के प्रभारी रविन्द्र दत्त ने बताया मा0 मुख्यमंत्री के निर्देशों के क्रम में प्रदेश के सभी जनपदों के अधिकारियों को ट्रेनिंग दी जा रही है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री चाहतें है कि जनता को छोटी-छोटी सामान्य शिकायतों के लिए, सचिवालय या मुख्यमंत्री आवास के चक्कर न काटने पड़े इसलिए अधिकारी शिकायतों का अपने स्तर पर त्वरित निस्तारण करें उन्होने कहा कि हेल्पलाइन पर प्राप्त शिकायत का समयबद्ध निराकरण आवश्यक है। इसमें जिला ब्लॉक व तहसील स्तर के अधिकारी को प्रथम स्तर एल 1, जिलाधिकारी व विभाग के जिला स्तर के अधिकारी को द्वितीय स्तर एल 2, सम्बन्धित विभाग के विभागाध्यक्ष को तृतीय स्तर एल 3 तथा सम्बन्धित विभाग के सचिव को चतुर्थ स्तर एल 04 में वर्गीकृत किया गया है। उन्होने कहा कि शिकायत पंजीकृत होने पर वह प्रथम स्तर एल 01 अधिकारी के डेश बोर्ड पर प्रदर्शित होती है। जिसका निराकरण उन्हे निर्धारित समय अवधि 07 दिन के भीतर होना आवश्यक है निर्धारित समय 07 दिन में निस्तारण न होने पर वह द्वितीय स्तर एल 02 डेश बोर्ड पर प्रदर्शित होती है। शिकायत के निस्तारण का प्रथम दायित्व एल 01 अधिकारी का होगा इसी प्रकार विभाग द्वारा एल 02 व एल 03 के लिए भी 07-07 दिन की समय सीमा निर्धारित की गयी है। इस अवधि के समाप्ति पर शिकायत उच्चस्तर के अधिकारी एल 04 के डेश बोर्ड पर उपलब्ध हो जायेगी। एल 04 के लिए भी समय सीमा 07 दिन ही रहेगी उन्होने बताया हेल्पलाइन की प्रत्येक माह मुख्यमंत्री स्तर, विभाग स्तर व जिलाधिकारी स्तर पर समीक्षा की जायेगी। उन्होने कहा कि इसकी निरन्तर मुख्यमंत्री कार्यालय द्वारा निगरानी की जा रही है समस्याओ के त्वारित निराकरण करने वाले अधिकारियो को उत्कृष्ठ कार्य के लिये स्टार लेंवल दिया जायेगा तथा शिकायतो का समय से निराकरण न करने वाले अधिकारियो के विरुद्व आवश्यक कार्यवाही भी अमल मे लायी जायेगी। जिसके लिये उन्होने ने सभी अधिकारियो को गम्भीरत से कार्य करने को कहा है। उन्होने यह भी कहा कि आज प्रशिक्षण कार्यशाला मे अधिकारियों के द्वारा जो सुझाव दिये गये है उन्हें कार्य योजना में सम्मिलित किया जायेगा।
प्रशिक्षण कार्यशाला में उपस्थिति अधिकारियों एवं कर्मचारियों को संबोधित करते हुए जिलाधिकारी रंजना राजगुरु ने कहा कि मुख्यमंत्री हेल्पलाइन जिस उद्देश्य के लिए शुरू किया गया है उस उद्देश्य को सफल बनाने की सभी की नैतिक जिम्मेदारी है तथा मुख्यमंत्री हेल्पलार्इन एवं अन्य माध्यमों से आम जनता की जो भी शिकायतें प्राप्त होती है उन शिकायतों का समय सीमा के अन्तर्गत निराकरण किया जाना आवश्यक है। उन्होंने सभी अधिकारियों से कहा कि सीएम हेल्पलार्इन में जो भी शिकायतें दर्ज करायी जाती है उसके लिए आज जो प्रशिक्षण दिया जा रहा है इस प्रशिक्षण को सभी अधिकारी गम्भीरता से लें तथा सभी अधिकारी दर्ज शिकायतों का पारदर्शिता एवं तत्परता से निस्तारण करना सुनिश्चित करें। उन्होंने अधिकारियों से यह भी कहा कि किसी अधिकारियों को हेल्पलार्इन से प्राप्त हो रही शिकायतों के निराकरण में कोर्इ समस्य एवं दिक्कत हो रही है तो उसका प्रशिक्षण में ही प्रशिक्षकों एवं विशेषज्ञों द्वारा दिये गये समाधानों के अनुसार समस्याओं का समाधान कर लें। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा यह एक बेहतर प्रयास किया गया है जिसके माध्यम से आम जनता के शिकायतों का सीएम हेल्पलार्इन के माध्यम से तत्काल निराकरण होगा इसके लिए कोर्इ भी नागरिक संबंधित विभागों में न जाकर अपने घर से ही हेल्पलार्इन के माध्यम से भी अपनी शिकायत दर्ज करा सकता है। उन्होंने प्रशिक्षण के दौरान सभी अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि समस्याओं का समाधान धरातलीय रूप में सुनिश्चित किया जाय और किये किये गये समाधान के संबंध में पुष्ट दस्तावेजों को पोर्टल के माध्यम से अपलोड भी किया जाय ताकि शिकायत का प्राथमिक स्तर पर ही निराकरण सुनिश्चित हो सके।
उन्होंने प्रभारी अधिकारी सीएम हेल्पलार्इन को अवगत कराया कि जनता की समस्याओं के निराकरण के लिए जिला प्रशासन द्वारा जनपद के दूरदराज गॉव में बहुउद्देशीय शिविरों का आयोजन करते हुए संबंधित विभागों द्वारा स्टॉल लगाकर उनके द्वारा संचालित जन कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी भी आम जनता को दी जा रही है तथा बहुउद्देशीय शिविरों पर प्राप्त शिकायतों का भी मौके पर ही निराकरण किया जा रहा है तथा जिन समस्याओं का निराकरण मौके पर नही ंहो पाता है ऐसी समस्याओं के निराकरण के संबंध में संबंधित अधिकारियों को आवश्यक कार्यवाही के निर्देश निर्गत किया जाता है। उन्होंने सभी अधिकारियों को निर्देश दिये है कि सीएम हेल्पलार्इन का सभी अधिकारी रोजाना मॉनिटरिंग करें तथा प्राप्त होने वाली शिकायतों पर त्वरित कार्यवाही करना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि इस कार्य को सभी अधिकारी गम्भीरता से ले इसमें किसी प्रकार की लापरवाही क्षम्य नहीं होगी तथा ठीक प्रकार से कार्य न करने वाले अधिकारियों के विरूद्ध आवश्यक कार्यवाही भी सुनिश्चित की जायेगी। उन्होनें कहा कि मुख्यमंत्री एप कोर्इ भी व्यक्ति टोल फ्री नम्बर-1905 के माध्यम से या ऑनलार्इन पोर्टल https://www.cmhelpline.uk.gov.in/ पर अपनी शिकायत हिन्दी,अंग्रेजी,गढ़वाली,पंजाबी,कुमाऊनी भाषा में दर्ज करा सकता है। जिलाधिकारी ने प्रभारी सीएम हेल्पलार्इन रवीन्द्र दत्त एवं प्रोग्रामर पंकज का आभार व्यक्त करते हुए जनपद आगमन पर उन्हें बधार्इ भी दी गयी।
प्रशिक्षण कार्यशाला में पुलिस अधीक्षक प्रीति प्रियदर्शिनी, मुख्य विकास अधिकारी एस.एस.एस पांगती, प्रभागीय वनाधिकारी मंयक झा, अपर जिलाधिकारी राहुल कुमार गोयल, उप जिलाधिकारी बागेश्वर राकेश चन्द्र तिवारी, कपकोट प्रमोद कुमार, गरुड जयवर्धन शर्मा, काण्ड़ा योगेन्द्र सिंह, मुख्य चिकित्सा अधिकारी संजय शाह, जिला विकास अधिकारी के.एन. तिवारी, सहित समस्त जनपदस्तरीय अधिकारी समस्त जिला, तहसील, ब्लाक स्तरीय अधिकारी मौजूद रहे।