गोमुख से तीर्थनगरी ऋषिकेश के लिए रवाना हुई कलश यात्रा
उत्तरकाशी। रामायण प्रचार समिति तुलसी मानस मंदिर और गंगा सेवा एवं पर्यावरण सुरक्षा समिति मुनिकीरेती ऋषिकेश के संयुक्त तत्वावधान में गोमुख कलश संकल्प यात्रा सोमवार को गोमुख से तीर्थनगरी ऋषिकेश के लिए रवाना हो गई।5 सितंबर से तीर्थनगरी के त्रिवेणीघाट से शुरू हुई कलश यात्रा देर सायं उत्तरकाशी में पहुंची थी। यहां 6 सितंबर को विभिन्न कार्यक्रम आयोजित कर गंगोत्री धाम के लिए रवाना हुए। 7 सितंबर को समिति के सदस्य गंगोत्री धाम से 18 किमी दूर गोमुख पहुंचे। जहां उन्होंने कलश में जल भरकर यात्रा की। यहां 9 सितंबर सुबह उत्तरकाशी से तीर्थनगरी ऋषिकेश की ओर रवाना हो गई। इस दौरान सोमवार सुबह शांति कुटीर मांडौं व मातली में स्थानीय लोगों ने कलश यात्रा का स्वागत किया। रामायण प्रचार समिति तुलसीमानस मंदिर ऋषिकेश के प्रचारक प.रवि शास्त्री ने बताया कि मां गंगा को स्वछ एवं निर्मल बनाए रखने के लिए प्रतिवर्ष उनकी गोमुख कलश संकल्प यात्रा निकलती है। कहा यात्रा का मुय उद्देश्य मां गंगा और पर्यावरण को गोमुख से लेकर गंगासागर तक प्रदूषण मुक्त बनाए रखना है। कहा यात्रा के विभिन्न पड़ावों में स्थानीय लोगों को संकल्प पत्र और पौधरोपण के माध्यम से जागरुक किया जा रहा है। इस मौके पर गंगा सेवा एवं पर्यावरण सुरक्षा समिति के अध्यक्ष दिनेश डबराल आदि मौजूद थे।