उत्तराखंड का स्वास्थ्य बेहाल, अस्पताल में न डॉक्टर हैं और न ही फार्मेसिस्ट
काशीपुर। तिलियापुर एलोपैथिक स्वास्थ्य केंद्र में ताले लटके रहने से मरीजों, तीमारदारों व ग्रामीणों ने प्रदर्शन किया। बुधवार को दोपहर 10.30 बजे तक अस्पताल में ताले लटके रहने से मरीजों व तीमारदारों ने स्वास्थ्य विभाग के खिलाफ नारेबाजी की। एक दशक से अस्पताल में डॉक्टर की तैनाती नहीं है। अस्पताल फार्मसिस्ट के भरोसे संचालित हो रहा है। बुधवार को अस्पताल के ताले खोलने भी कोई आया। आक्रोशित ग्रामीणों ने चिकित्सालय पहुंच स्वास्थ्य विभाग के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। बाद में एसीएमओ डॉ अविनाश खन्ना को दूरभाष पर जानकारी दी। एसीएमओ ने 24 घंटे के भीतर कार्यवाही का आश्वासन दिया है। इधर सीएमएस डॉ राजेश आर्य ने तिलियापुर अस्पताल का निरीक्षण किया। शक्तिफार्म के ग्राम तिलियापुर में एक दशक पूर्व एलोपैथिक चिकित्सालय बना। परंतु चिकित्सालय में किसी भी चिकित्सक की तैनाती नहीं हुई है। दो माह पूर्व यहां तैनात फार्मसिस्ट का भी स्थानांतरण हो गया है। उनके स्थान पर भी किसी की तैनाती नहीं हुई। इसी अव्यवस्था के चलते ग्रामीणों ने चिकित्सालय पहुंच स्वास्थ्य महकमे के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया। प्रदर्शन करने वालों में अजय कुमार गांधी, सुमिंदर यादव, राहुल राजभर, दीपक यादव, रामानंद, वासुदेव विश्वास, आकाश कुमार, विकास कुमार, विशाल कुमार, शंभू साहनी, सूरज राजभर, ओम प्रकाश, योगेश राजभर, अजीत राजभर, राममूरत, राजेश कुमार, आलोक तिवारी, प्रेमचंद्र, अजय मौर्या, सोनू कुमार मौजूद रहे। इधर सूचना मिलने पर सीएमएस डॉ राजेश आर्य ने तिलियापुर अस्पताल का निरीक्षण किया। सीएमएस ने बताया कि फार्मसिस्ट चन्द्रशेखर जोशी का नैनीताल जनपद में ट्रांसफर हो गया है। वार्ड ब्वाय महेश को सीएचसी सितारगंज में स्टाफ कम होने से सबद्ध किया है। बुधवार को स्वछक मीना स्वास्थय खराब होने से अस्पताल नहीं गई। जबकि एएनएम टीकाकरण की ड्यूटी में रही। सीएमएस ने बताया कि वैकल्पिक व्यवस्था के तहत महिला चिकित्सालय के फार्मसिस्ट को सप्ताह में एक दिन तिलियापुर अस्पताल में बैठने के आदेश दिये जा रहे हैं। तहसीलदार जगमोहन त्रिपाठी ने बताया कि वह अस्पतालों का निरीक्षण करेंगे। सीएमएस को अस्पताल में वैकल्पिक व्यवस्था के लिए निर्देशित किया है।