मेयर को संत की उपाधि से किया समानित
ऋ षिकेष। धार्मिक स्थलों, मठ-मंदिरों, गुरुद्वारों और समाधि मंदिरों को भवन कर से मुक्त करने पर संत समाज ने खुशी जताई है। संत समिति ने मेयर अनिता ममगाईं का आभार जताते हुए उन्हें संत की उपाधि से नवाजा है। रविवार को बिश्नोई मंदिर ऋषिकेश में संत समिति ऋषिकेश की ओर से आयोजित स्वागत कार्यक्रम में समिति अध्यक्ष महंत विनय सारस्वत ने कहा कि मेयर अनिता ममगाईं और पार्षदों के प्रयास से नगर निगम ऋषिकेश में धार्मिक स्थलों को भवन कर से मुक्त किया गया है, जिससे संत समाज में हर्ष है। संतों ने मेयर से हरिद्वार कुंभ मेला बजट से धार्मिक स्थलों की रंगाई-पुताई, जीर्ण-शीर्ण स्थानों की मरमत और शौचालयों की व्यवस्था की मांग उठाई। साथ ही धर्मनगरी हरिद्वार की तरह तीर्थनगरी ऋषिकेश के अन्न क्षेत्रों में सरकारी राशन की व्यवस्था कराने की अपील की। मेयर अनिता ममगाईं ने समिति को आश्वास्त किया कि सभी मांगों को मुयमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के समक्ष रखकर समाधान का प्रयास करेंगी। मौके पर समिति महामंत्री महंत रामेश्वर गिरी, महंत अखिलेश भारती, महंत पूर्णानंद, आचार्य संत जयराम, महंत धर्मानंद गिरी, स्वामी धर्मवीर दादूपंथी, महंत हरि नारायणाचार्य, महंत राजेंद्र गिरी, महंत विवेकानंद सरस्वती, महंत कृष्णानंद, महंत राकेशानंद सरस्वती, महंत श्रृद्धा गिरी माता, महंत आनंद स्वरूप ब्रह्मचारी, महंत हयग्रीवाचार्य, योगाचार्य सिद्धांत सारस्वत, कोतवाल ध्यान दास, कोतवाल गोपाल, महंत इंदर गिरी, महंत निर्मल दास, महंत हरिदास, महंत केवल्यानंद, महंत जगदीशानंद, महंत हरेश्वरी माता, योगी सुमित, महंत बलवीर सिंह, महंत अवधूत प्रकाशानंद, महंत धर्मदास, महंत गोविंदपुरी, महंत सर्वेंद्र सिंह, महंत लोकेश दास, पंडित रवि शास्त्री, महंत नित्यानंद गिरी, महंत कृष्णकांत, केशव स्वरूप ब्रह्मचारी, गंगाराम व्यास, पंडित महेश मिश्रा, चेतन शर्मा, आश्रम धर्म शाला प्रबंधन समिति अध्यक्ष अभिषेक शर्मा, महामंत्री रमाकांत भारद्वाज, जय कुमार तिवारी आदि उपस्थित थे।