बागेश्वर में जिला टास्क फोर्स ने 27 आवेदनों के लिए किए 95. 50 लाख के ऋण स्वीकृत
बागेश्वर । जनपद के बेरोजगार लोंगो को स्वरोजगार उपलबध कराने के उद्देश्य से प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम योजना के अन्तर्गत जिला टास्क फोर्स कमेटी ऋण वितरण का साक्षात्कार उद्योग विभाग के सभागार में जिलाधिकारी रंजना राजगुरू की उपस्थिति मे सम्पन हुआ। जिलाधिकारी ने आवेदकों को बारी-बारी से बुलाकर उनका साक्षात्कार लिया। जिसमें खादी ग्रामोद्योग बोर्ड में उद्योग स्थापित करने के लिये 19 आवेदन प्राप्त हुये जिसमें 14 लोंगो के आवेदन स्वीकृति करते हुए साक्षात्कार लिया गयाा जिसमें 41.00 लाख धनराशि स्वीकृति की गयी। इसी प्रकार खादी ग्रामोद्योग आयोग में कुल 04 आवेदन प्राप्त हुये जिसमें 5.00 लाख धनराशि के कुल 02 आवेदन स्वीकृत हुये, जिला उद्योग केन्द्र में कुल 37 आवेदन प्राप्त हुए जिसके सापेक्ष 95.50 लाख धनराशि के कुल 27 आवेदन स्वीकृत हुये। उद्योग स्थापित करने के लिये होटल ढाबा, सिलार्इ-कडार्इ, आटा चक्की, मोबार्इल रिपेयरिंग दुकान, फर्नीचर, स्टील फेबिर्केशन, टैन्ट हाऊस, ब्यूटी पार्लर तथा विभिन्न स्वरोजगार हेतु आवेदको को ऋण की स्वीकृति प्रदान की गयी। जिलाधिकारी ने प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम योजना के अन्तर्गत आवेदको के साक्षात्कार लेते हुए कहा कि आप को इस उद्देश्य से ऋण दिया जा रहा है कि आप अपनी आजिविका के साथ साथ अन्य बेरोजगारों को भी रोजगार दे सके। उन्होंने यह भी निर्देश दिये कि जो धनराशि जिस मद के लिये आवंटित की जा रही है वह धनराशि को उसी मद मे खर्च करना सुनिश्चित करें। उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि जो धनराशि आपको उद्योग स्थापित करने के लिये विभाग के माध्यम से दी जा रही है उसे र्इमानदारी पूर्वक इस्तेमाल करते हुए कड़ी मेहनत कर सफल बनाये। साथ ही उन्होंने कहा कि जिन आवेदकों को स्वरोजगार स्थापित करने के लिए ऋण दिया जा रहा है वह आवेदक उस पर कार्य कर रहा है या नहीं समय-समय पर संबंधित अधिकारियों को निरीक्षण करने के भी निर्देश दिये। साक्षात्कार में जिला विकास अधिकारी के.एन.तिवारी, महाप्रबन्धक उद्योग बी.सी.चौधरी, प्रभारी प्रबन्धक ग्रामीण बैंक जगदीश प्रसाद, जिला ग्रामोद्योग अधिकारी के.एस.कर्मियाल, लीड बैंक अधिकारी मनोहर पांगती, सदस्य जिला पंचायत चन्दन सिंह रावत, खाद्य ग्रामोद्योग से हरीश चन्द्र, सहायक प्रबंधक समाज कल्याण राजेन्द्र प्रसाद आदि मौजूद थे।