बाल श्रम रोकथाम हेतू डीएम ने दिए सख्त निर्देश
बागेश्वर । जनपद में बाल श्रम रोकने के लिए कलेक्टे्रट कार्यालय में जिलाधिकारी रंजना राजगुरू की अध्यक्षता में बाल श्रम उन्मूलन हेतु गठित टास्क फोर्स समिति की बैठक आहूत की गयी। जिसमें जिलाधिकारी द्वारा बाल श्रमिकों के विषय में श्रम प्रवर्तन अधिकारी सुरेश चन्द्र से विस्तृत जानकारी ली।बैठक में बाल श्रम प्रवर्तन अधिकारी ने जिलाधिकारी को अवगत कराया कि जनपद में बाल श्रम को रोकने के लिए बाल एवं किशोर श्रमिकों का सर्वेक्षण कार्य किया जाना हैं, जिसका सर्वेक्षण ग्राम विकास अधिकारी, ग्राम पंचायत विकास अधिकारी, पटवारी तथा अधि0अधि0 नगर पालिका/नगर पंचायत द्वारा कराया जा सकता हैं। उन्होंने कहा कि सर्वेक्षण की आंख्या बाल एवं किशोर श्रमिकों की अलग-अलग सूचियों को श्रम प्रवर्तन अधिकारी एवं जिला शिक्षा अधिकारी बेसिक द्वारा संयुक्त रूप से परीक्षण किया जायेगा तथा 6 से 8 वर्ष आयु वर्ग के बाल श्रमिकों का नियमित विद्यालय में प्रवेश तथा 9 से 14 वर्ष आयु वर्ग के चिन्हित बाल श्रमिकों के लिए विशेष प्रशिक्षण केंद्र (एसटीसी) के संचालन हेतु अनुमन्य सहायता अनुदान की मांग का प्रस्ताव श्रम एवं रोजगार मंत्रालय भारत सरकार को प्रेषित किया जायेंगा तथा खतरनाक व्यवसाय/प्रक्रियाओं में चिन्हित 14 वर्ष से अधिक व 18 वर्ष से कम आयु वर्ग के किशोर श्रमिकों को राज्य मे संचालित कौशल विकास योजना के माध्यम से रोजगार परक कौशल विकास प्रशिक्षण दिलाया जायेंगा।बैठक में जिलाधिकारी ने जनपद में बाल श्रम को रोकने के लिए तथा बाल एवं किशोर श्रमिकों का नगरीय क्षेत्र में सर्वेक्षण कार्य ठीक प्रकार से कराने के लिए उपजिलाधिकारियो के माध्यम से कराने के लिए अपरजिलाधिकारी को आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिये तथा ग्रामीण क्षेत्रों में सर्वेक्षण का कार्य खंड विकास अधिकारियों के माध्यम से कराये जाने हेतु मुख्य विकास अधिकारी को आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दियें। बैठक में जिलाधिकारी ने सभी संबंधित विभागीय अधिकारियों एवं बाल कल्याण समिति व किशोर न्याय समिति के सदस्यों को निर्देश दियें कि जनपद में कही बाल श्रमिको से कार्य करवाया जा रहा हैं तो इसके लिए सभी अधिकारी कडी निगरानी रखते हुए इस पर तत्काल आवश्यक कार्रवार्इ करना सुिनश्चित करें, इसमें किसी प्रकार की कोर्इ लापरवाही नहीं होनी चाहिए। उन्होंने यह भी निर्देश दिये कि बाल एवं किशोर श्रमिकों का जो भी सर्वेक्षण किया जायेगा उसे सभी अधिकारी बड़ी र्इमानदारी से करते हुए अपने कार्यो का निवर्हन निष्ठा पूर्वक करें, किसी भी दशा में कोर्इ भी बाल श्रमिक सर्वेक्षण कार्य में छुटना नही चाहिए। जिलाधिकारी ने आमजन मानस से भी अपील की हैं कि उनके क्षेत्र में यदि कहीं बाल श्रम जैसा मामला प्रकाश में आता हैं तो उसकी सूचना तत्काल पेंसिल पोर्टल PENCIL Portal (Platform for Effective Enforcement for No Child Labour) पर बाल श्रमिक की फोटो अपलोड करने के साथ ही इसकी सूचना मुख्य विकास अधिकारी/नोडल अधिकारी बाल श्रम, जिला कार्यालय, श्रम प्रवर्तन अधिकारी एवं पुलिस विभाग को भी दे सकते हैं, ताकि इस संबंध में तत्काल आवश्यक कार्रवार्इ सुनिश्चित की जा सकें तथा बाल श्रमिक पर हो रहे शोषण को रोकने के साथ ही उसके भविष्य को संवारने के लिए उसे उचित शिक्षा दिलायी जा सकें। बैठक में अपर जिलाधिकारी राहुल कुमार गोयल, पुलिस उपाधीक्षक संगीता, जिला शिक्षा अधिकारी पदमेन्द्र सकलानी, जिला समाज कल्याण अधिकारी एन0एस0गस्याल, अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ0एन0एस0टोलिया, जिला पंचायत राज अधिकारी रामपाल सिंह, अधि0अधि0 नगर पालिका बागेश्वर राजदेव जायसी, अध्यक्ष बाल कल्याण समिति तारा चन्द्र उप्रेती, सदस्य मोहन चन्द्र जोशी, राजेन्द्र बिष्ट, टी0आर0आर्या सहित संबंधित अधिकारी मौजूद रहें।