विवाहिता की संदिग्ध मौत को लेकर पुलिस अधीक्षक का घेराव
इस पूरे मामले की जांच की जाएगी और दोषियों को उचित सजा दी जाएगी।
एस पी बागेश्वर
( आखरी आंख समाचार ) बागेश्वर । जिले के काफलीगैर में विवाहिता की संदिग्ध मौत की जांच नहीं होने से नाराज ग्रामीणों ने एसपी का घेराव किया। उन्होंने एसपी ने घटना को हत्या बताते हुए मामले की जल्द जांच करने को कहा। ग्रामीणों ने मामले में पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए। धारा 302 को बदलकर 306 करने पर भी सख्त नाराजगी जताई। उन्होंने मामले की निष्पक्ष जांच करने और दोषियों को पकड़ने को कहा। जल्द मामले का हल नहीं निकलने पर आंदोलन करने की भी चेतावनी दी।
विदित हो कि नौ सितंबर को काफलीगैर के झिरौली गांव निवासी विवाहिता नीमा देवी की संदिग्ध हालात में मौत हो गई थी। मायके वाले ने पति समेत ससुराल के पांच लोगों पर हत्या का आरोप लगाया था। जिसकी प्राथमिकी के आधार पर पुलिस ने पांच लोगों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कराया था। जिसे अब बदलकर आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला बना दिया है। जिससे ससुराल पक्ष के लोगों में रोष है। उन्होंने कहा कि पुलिस ने बिसरा रिपोर्ट आए बगैर और सुसाइड नोट की जांच किए बगैर ही मामले में मुकदमा बदल दिया। अब तक स्वतंत्र गवाहों के बयान भी नहीं लिए गए। सुसाइड नोट का भी घटना के पांच दिनों तक पता नहीं चला। उन्होंने कहा कि अगर आत्महत्या के लिए उकसाया भी गया था तो मामले में गिरफ्तारी होनी चाहिए थी। उन्होंने जल्द मामले के दोषियों को सजा नहीं मिली तो उग्र आंदोलन किया जाएगा ।
इधर एसपी ने ग्रामीणों को जल्द मामले को 15 दिन के भीतर हल करने का आश्वासन दिया है। ग्रामीणों ने फिलहाल राज्यपाल से मिलने और आंदोलन करने की बात को स्थगित कर दिया है, लेकिन तय सीमा के भीतर मामला हल नहीं होने पर उग्र आंदोलन की अपनी चेतावनी भी जाहिर की है। अब देखना होगा कि पुलिस मामले को दिए गए समय के अनुसार सुलझा पाती है या नहीं।