हर महिला को मिले मातृत्व लाभ योजना
बागेश्वर ( आखरीआंख समाचार ) जिलाधिकारी रंजना राजगुरू ने आज जिला कार्यालय में महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास द्वारा संचालित प्रधानमंत्री मातृ वन्दना योजना की मासिक समीक्षा बैठक ली। बैठक में जिलाधिकारी ने प्रधानमंत्री मातृ वन्दना योजना के अन्तर्गत लाभान्वित महिलाओं की माहवार जानकारी ली। बैठक में उन्होंने जिला कार्यक्रम अधिकारी बाल विकास को निर्देशित करते हुए कहा कि योजना का लाभ प्रत्येक पात्र लाभाथ्र्ाी को समय से पहुॅचें। उन्होंने कहा कि बाल विकास एवं स्वास्थ्य विभाग को आपस में समन्वय स्थापित करते हुए प्रत्येक लाभाथ्र्ाी को चिन्हित करें तथा योजना से लाभान्वित कराना सुनिश्चित करें।
बैठक में जिला कार्यक्रम अधिकारी ने अवगत कराया कि प्रधानमंत्री मातृ वन्दना योजना केन्द्र सरकार की मातृत्व लाभ योजना है जिसके अन्तर्गत प्रत्येक महिला को जो किसी राजकीय सेवा में न हो प्रथम बार गर्भ धारण करने पर यदि महिला टीकाकरण व जॉच कराती है तो रू0 5000 की प्रोत्साहन धनराशि तीन किश्तों में सीधे महिला के बैंक खातें में स्थानांतरित की जाती है। योजना का उद्देश्य ससमय पंजीकरण, हार्इरिश्क मामलों को चिन्हांकित करना एवं सस्थागत प्रसव को बढ़ावा देना है ताकि शिशु एवं मातृ मृत्यु दर को नियंत्रित किया जा सके, साथ ही महिला स्वास्थ का ध्यान रखा जा सके।
जिलाधिकारी ने जिला कार्यक्रम अधिकारी बाल विकास को निर्देश दिये कि योजना के सभी लक्ष्यों को ध्यान में रखकर जमीनी स्तर पर योजना का कार्यान्वयन एवं अनुश्रवण सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि योजना को जन-जन तक पहुॅचाने के लिए उसका व्यापक प्रचार-प्रसार करें एवं जन जागरूकता अभियान चलायें तथा योजनाओं का बू्रसर तैयार कर बहुउद्देशीय शिविरों व तहसील दिवसों व प्रत्येक माह के 05 तारीख को प्रत्येक ग्राम पंचायत में वितरण करें। जिला कार्यक्रम अधिकारी ने अवगत कराया कि इस योजना के अन्तर्गत जिले में अब तक कुल 2447 पात्र महिलाओं को लाभान्वित किया गया है जो तीन किश्तों में क्रमश: रू0 1000, रू0 2000 व रू0 2000 की धनराशि प्रदान की जा रहा है। जिसमें जिलाधिकारी ने कहा कि कर्इ क्षेत्रों से शिकायत प्राप्त हो रही है कि उनके खाते में धनराशि पहुॅचने पर भी दिखार्इ नहीं दे रही है इसलिए लाभार्थियों के आधार बेस भुगतान के खातों को चैक करें और समय से धनराशि का भुगतान करना सुनिश्चित करें।
जिलाधिकारी ने बैठक में कार्यक्रम अधिकारी को निर्देश देते हुए कहा कि योजना के प्रचार-प्रसार हेतु पोस्टर, बैनर बनाकर स्थापित करें। ताकि अधिक से अधिक लोगों योजना की जानकारी प्राप्त हो सके। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग व बाल विकास आपस में समन्वय स्थापित कर गर्भवती महिलाओं के पंजीकरण में एकरूपता के अनुसार कार्य करें। उन्होंने ए.एन.एम., आशा कार्यकत्री व आगनबाड़ी कार्यकत्री को सैक्टरवार होने वाली बैठकों में प्रशिक्षण देने के निर्देश दिये। कहा कि इस महत्वपूर्ण योजना का लाभ प्रत्येक लाभाथ्र्ाी तक पहुॅचे कोर्इ भी पात्र लाभाथ्र्ाी लाभ लेने से वंचित न रहे इसका विशेष ध्यान रखा जाय। साथ ही उन्होंने प्रत्येक ग्राम पंचायत में गर्भवती महिलाओं का पंजीकरण हेतु रजिस्ट्रर बनाने के निर्देश दिये। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी को निर्देश देते हुए कहा कि आपके विभाग में पंजीकृत गर्भवती महिलाओं की सूची यथाशीघ्र बाल विकास विभाग को उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें। उन्होंने बैठक में ए.एन.एम., आशा कार्यकत्री, आगनबाड़ी कार्यकत्री व सुपरवार्इजरों को भी अपने-अपने क्षेत्रों में इस योजना के सम्बन्ध में बैठकों का आयोजन कर महिलाओं को योजना के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी देने के निर्देश दिये। साथ ही उन्होंने कहा कि उच्च अधिकारियों के द्वारा किये गए निरीक्षण की अनुपालन आख्या भी प्रेषित करना सुनिश्चित करें। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी एस.एस.एस.पांगती, जिला विकास अधिकारी के.एन.तिवारी, डॉ0बी.के.सक्सेना, जिला कार्यक्रम अधिकारी राजेन्द्र बिष्ट, लीड बैंक अधिकारी रूद्र सिंह रावत, सी0डी0पी0ओ0 कपकोट दीपा धपोला, बागेश्वर नीलम सौन आदि मौजूद थे।