November 22, 2024

बागेश्वर में हुआ मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना का साक्षात्कार, 53 आवेदकों के 2 करोड़ 23 लाख 9 हजार किये स्वीकृत, प्रदेश का साक्षात्कार करने वाला बना पहला जिला

बागेश्वर  ।  जनपद के बेरोजगार युवाओं एवं कोरोना संक्रमण के कारण अपने जनपद को लौटे प्रवासी युवाओं को स्वरोजगार से जोडने के लिए आज मुख्य विकास अधिकारी डी.डी.पन्त की अध्यक्षता में विकास भवन सभागार में मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना का साक्षात्कार किया गया। जनपद बागेश्वर प्रदेश का पहला जनपद हैं जहॉ मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना का साक्षात्कार सबसे पहले शुरू किया गया। इस योजना के तहत जनपद के 65 बेरोजगार एवं प्रवासी युवाओं द्वारा आनलार्इन आवेदन किया गया है, जिसमें 12 आवेदक साक्षात्कार में शामिल नहीं हुए है तथा 53 आवेदकों ने साक्षात्कार में शामिल होकर साक्षात्कार दिया, जिसमें विभिन्न व्यवसायों हेतु 02 करोड़ 23 लाख 09 हजार का ऋण स्वीकृत किया गया। जिसमें बकरी पालन, पोल्ट्री फार्म, रैस्टोरेंट, आटा चक्की, डेयरी, रेडीमेंड गारमेंट्स, म्यूजिक बैंक, जनरल स्टोर तथा मसाला उद्योग आदि रोजगार को शुरू करने के लिए आवेदन दिये गयें।
इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी डी.डी. पन्त ने कहा कि सरकार द्वारा प्रदेश के बेरोजगार एवं प्रवासी युवाओं को अपना उद्योग लगाने के लिए मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना का शुभारम्भ किया हं,ै जिसके तहत जनपद के ऐसे उद्यमशील युवाओं एवं प्रवासी जो कोविड-19 के कारण अपने जनपद को वापस आये है, जिसमें कुशल एवं अकुशल दस्तकारों एवं हस्तशिल्पियों एवं शिक्षित शहरी व ग्रामीण बेरोजगारों आदि को अभिप्रेरित कर स्वयं के उद्यम/व्यवसाय की स्थापना हेतु प्रोत्साहित करने के लिए उद्यम सेवा अथवा व्यवसाय की स्थापना हेतु राष्ट्रीयकृत/अनुसूचित वाणिज्यिक बैंकों, राज्य सहकारी बैंको/क्षेत्रीय ग्रामीण बैंको के माध्यम से ऋण सुविधा उपलब्ध कराये जाने के उद्देश्य से यह योजना संचालित की जा रही ह,ै उसी के तहत आज बेरोजगार युवाओं का यह साक्षात्कार किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार का मुख्य उद्देश्य बेरोजगार युवाओं को स्वरोजगार से जोड़ते हुए उन्हें आत्मनिर्भर बनाना है, उन्होंने कहा कि साक्षात्कार का मुख्य उद्देश्य हैं कि युवा किस क्षेत्र में अपना रोजगार करना चाहते है, उस क्षेत्र में उसके अनुभव एवं कार्यकुशलता व उसके द्वारा मांगी जा रही धनराशि के बारे में पूर्ण जानकारी प्राप्त करने के उपरांत ही इसके आवेदन को स्वीकृत करते हुए उन्हें अपने रोजगार शुरू करने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। उन्होंने साक्षात्कार में शामिल हुए युवाओं को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि जिस रोजगार के लिए वह आवेदन कर ऋण ले रहे हैं उसी रोजगार को शुरू करते हुए धनराशि का व्यय करें, जिसे किसी अन्य योजना या कार्य में धनराशि व्यय नहीं की जा सकेगा। उन्होंने महाप्रबन्धक उद्योग एवं सभी बैंक शाखाओं के प्रबन्धकों से कहा कि जो भी आवेदन पत्र बैंकों में ऋण हेतु उपलब्ध कराये जा रहे हैं उन्हें प्राथमिकता के आधार पर आवश्यक कार्यवाही करते हुए तत्काल युवाओं को अपने रोजगार शुरू करने के लिए धनराशि उपलब्ध कराये।
इस अवसर पर महाप्रबन्धक उद्योग वी.सी. चौधरी ने कहा कि इस योजना के अन्तर्गत विनिर्माणक क्षेत्र के उद्यम के लिए परियोजना की अधिकतम लागत रू0 25 लाख तथा सेवा व व्यवसाय क्षेत्र के लिए अधिकतम लागत रू0 10 लाख होगी। योजनान्तर्गत जनपद बागेश्वर में मार्जिन मनी/अनुदान परियोजना लागत का 25 प्रतिशत (विनिर्माणक गतिविधि के लिए अधिकतम रू0 6.25 लाख तथा सेवा व व्यवसायिक गतिविधि के लिए रू0 2.50 लाख), सामान्य श्रेणी के लाभार्थियों द्वारा परियोजना लागत का 10 प्रतिशत स्वयं का अंशदान तथा विशेष श्रेणी (अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, अन्य पिछड़ा वर्ग, अल्पसंख्यक, भूतपूर्व सैनिक, महिला एवं दिव्यांगजन) के लाभार्थियों को कुल परियोजना लागत का 5 प्रतिशत स्वयं के अशंदान के रूप में जमा करना होगा। कुल परियोजना लागत में पूंजी व्यय (भूमि क्रय की लागत को छोड़कर) और कार्यशील पूंजी का एक चक्र शामिल होगा। परियोजना लागत में किराये पर वर्कशाप/वर्कशेड लिए जाने को सम्मिलित किया जा सकता है, परन्तु भूमि क्रय की लागत को परियोजना लागत में सम्मिलित नहीं किया जायेगा।
इस अवसर पर लीड बैंक अधिकारी एम0एस0 पांगती, जिला सेवायोजन अधिकारी शंकर बोरा, प्रधानाचार्य आर्इटीआर्इ काण्डा के.एस. कन्याल, प्रबन्धक भारतीय स्टेट बैंक सौरव भट्ट, केनरा बैंक संजय पाण्डेय सहित संबंधित अधिकारी एवं आवेदक उपस्थित थे।