July 1, 2024

अपर सचिव राधा रतूड़ी ने जिलाधिकारियों को दिब्याग बच्चों केचिन्हीकरण के दिये निर्देश, प्रदेश में अनाथ बच्चों की संख्या पहुची 23 हजार

बागेश्वर ( आखरीआंख समाचार ) अपर मुख्य सचिव महिला सशक्तीकरण एवं बाल विकास राधा रतूड़ी ने प्रदेश के समस्त जिलाधिकारियों के साथ 14 नवम्बर को बाल दिवस मनाये जाने के सम्बन्ध में वीडियों कान्फ्रेंसिंग की। उन्होंने निर्देश देते हुए कहा कि अपने-अपने जनपदों में बालकों की देखरेख एवं संरक्षण के लिए गठित समिति के द्वारा व्यापक प्रचार-प्रसार कर बालकों की देखरेख व संरक्षण का कार्य किया जा सके। उन्होंने कहा कि जनपद में भीख मॉगने वाले बच्चे, कूड़ा बीनने वाले बच्चे, ड्रग/धुम्रपान के शिकार बच्चे, दिव्यांग बच्चे, बाल श्रमिक, बालकों तक भोजन पहुॅचाने एवं बाल दिवस, बाल गृहों में पेंटिंग कार्यक्रम तथा बेटी बचाओं-बेटी पढ़ाओं के सम्बन्ध में दिशा-निर्देश जारी किये। कहा कि जनपद में इस प्रकार के बच्चों को यदि किसी भी व्यक्ति के संज्ञान में आने पर यथाशीघ्र जिला समाज कल्याण अधिकारी को सूचित करायें ताकि इन बच्चों की देखरेख एवं संरक्षण का कार्य किया जा सके। साथ ही उन्होंने बच्चों में बढ़ते नशे की लत को देखते हुए उन्होंने निर्देश दिये कि विद्यालयों में निरंतर नशे के सम्बन्ध में एक अभियान चलाकर बच्चों को जानकारी दें और उन्हें समझायें। साथ ही उन्होंने जनपद के दिव्यांग बच्चों का भी चिन्हित करने के निर्देश दिये ताकि जनपदवार दिव्यांग बच्चों की स्पष्ट संख्या ज्ञात हो सके। उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में पूरे प्रदेश में अनाथ बच्चों की संख्या 23 हजार है। बी.सी. के माध्यम से उन्होंने कहा कि जनपद में गठित जनपदस्तरीय समिति प्रत्येक माह बैठक करें एवं जनपद के ग्राम प्रधानों, क्षेत्र पंचायत सदस्यों एवं युवक मंगल दलों, महिला मंगल दलों व ऑगनबाड़ी व आशा कार्यकत्रियों, ग्राम प्रहरियों के साथ एक बैठक कर जनपद के प्रत्येक ग्राम पंचायतों में दिव्यांग अनाथ एवं कुपोषित बच्चों का चिन्हीकरण करें। साथ ही उन्होंने बेटी बचाओं-बेटी पढ़ाओं के संबंध में अभियान चलाने को कहा।
जनपद बागेश्वर की समीक्षा के दौरान जिलाधिकारी रंजना राजगुरू ने बताया कि जनपदस्तरीय गठित समिति के द्वारा प्रतिमाह बैठक की जाती है द्विव्यांग एवं कुपोषित बच्चों का चिन्हीकरण का कार्य किया जा रहा है साथ ही बेटी बचाओं-बेटी पढ़ाओं पर भी जनपद स्तर पर कार्यक्रम एवं अभियान चलाये जा रहे है। साथ ही उन्होंने कहा कि राजकीय महिला कल्याण बालिका पद्धति विद्यालय नीलेश्वर में कक्षा 01 से लेकर कक्षा 05 तक के लिए विद्यालय संचालित है उन्होंने इस विद्यालय को 06 से 10 तक स्वीकृति प्रदान करने को कहा ताकि बच्चों को उसी विद्यालय में पढ़ाया जा सके। बी.सी. में पुलिस अधीक्षक मुकेश कुमार, मुख्य विकास अधिकारी एस.एस.एस.पांगती, मुख्य शिक्षा अधिकारी हरीश चन्द्र सिंह रावत, जिला समाज कल्याण अधिकारी एन.एस.गस्याल, अधि0अधि0नगरपालिका राजदेव जायसी, जिला बाल विकास अधिकारी राजेन्द्र बिष्ट आदि मौजूद थे।