November 22, 2024

बागेश्वर को पर्यटन मानचित्र पर लाने को डीएम ने ली बैठक

बागेश्वर ।  जनपद में पर्यटन गतिविधियों को बढ़ावा दिये जाने के साथ ही इसे विश्व पर्यटन मानचित्र पर लाये जाने के लिए तथा इस क्षेत्र में किये जाने वाले कार्यों व जनपद में अधिक से अधिक पर्यटन स्थलों को चिन्हित कर उनको विकसित किये जाने के सम्बन्ध में जिलाधिकारी विनीत कुमार की अध्यक्षता में जिला कार्यालय सभागार में पर्यटन विभाग द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं की कार्यदायी संस्थाओं के साथ अब तक कियें गयें कार्यो की समीक्षा करते हुए संबंधित कार्यदायी संस्थाओं द्वारा तैयार की गयी कार्ययोजना के संबंध में जानकारी प्राप्त की। बैठक में अधि0 अभि0 लघु सिंचार्इ ने जिलाधिकारी को अवगत कराया कि 13 डिस्ट्रिक 13 डेस्टिनेशन योजना के अंतर्गत शासन द्वारा गरूड़ वैली चयन किया गया हैं। जिसमें रैतोली नामक स्थान को टी-टूरिज्म हेतु चयन किया गया है। जिसमें लगभग 100 नाली भूमि उपलब्ध हैं, जिसमें स्थानीय प्रजाती के चाय बागान लगाने के साथ-साथ 02 र्इका हट का निर्माण उक्त बागान में किया जायेगा, पर्यटको की सुविधा के लिए उक्त स्थान पर वाटर एटीएम, र्इको डस्टबिन, र्इ-टायलेट आदि के साथ पालिस स्टोन बाउन्ड्री, कार पार्किंग तथा मुख्य सडक मार्ग से हट तक लिंक रोड आदि अवस्थापना सुविधाओं का निर्माण प्रस्तावित हैं। तथा इसी के साथ जौलकांडे नामक स्थान में माउन्टेन एवेंन्चर बाइकिंग सेंटर के रूप में विकसित किया जाना भी प्रस्तावित हैं। जिसमें 15 नाली भूमि उपलब्ध हैं जिसमें पार्किंग, रैस्टोरेंट, कॉटेज, गार्डन आदि का निर्माण कार्य किया जाना हैं। इसके साथ ही जिलाधिकारी श्यामा प्रसाद मुखर्जी रूर्बन मिशन कलस्टर योजना की समीक्षा करते हुए इस योजना के अंतर्गत कियें गयें कार्यो की समीक्षा करते हएु जानकारी प्राप्त की। जिस पर कार्यदायी संस्था के अधि0अभि0 ग्रामीण निर्माण विभाग रमेश चन्द्र ने जिलाधिकारी को अवगत कराया कि श्यामा प्रसाद मुखर्जी रूर्बन मिशन कलस्टर कौसानी योजना के अंतर्ग्ात कौसानी में 02 किमी टै्रक रूट, 03 शौचालयों तथा 21 स्ट्रीट लार्इट लगवायें जाने का कार्य करवाया जा रहा हैं। जिसमें स्वीकृति धनराशि 70 लाख के सापेक्ष माह अगस्त तक 40 लाख की धनराशि व्यय की जा चुकी हैं, जिसके अंतर्गत वर्तमान तक 02 शौचालय का चिनार्इ का कार्य पूर्ण किया जा चुका हैं एवं टै्रक रूट में 01 किमी में 200 मीटर सीसी मार्ग का कार्य पूर्ण हो चुका हैं तथा अन्य 500 मीटर में बेस कंक्रीट कार्य पूर्ण हो चुका हैं। शेष टै्रक रूट का कार्य प्रगति पर हैं। इसके साथ ही जिलाधिकारी द्वारा मा0 मुख्यमंत्री द्वारा की गयी घोषणाओं की अद्यतन स्थिति चाही गयी जिसमें कुकुडामार्इ-गिरेछीना-पालडीछीना-मैचुलामार्इ मंदिर को पर्यटन सर्किट से जोडे जाने तथा सरमूल/सौधारा का विकास एवं पर्यटन स्थल के रूप में विकसित कियें जाने आदि की भी समीक्षा की। जिस पर कार्यदायी संस्था कुमांऊ मंडल विकास निगम ने बताया की स्वीकृति धनराशि 36.86 लाख के सापेक्ष 20 लाख की धनराशि अवमुक्त की गयी हैं जिसमें गिरेछीना में व्यू पाइन्ट, मैचुलामार्इ में सोलर लार्इट एवं पालडीछीना में साइजेन का कार्य प्रगति पर है, तथा सरमूल/सौधारा पर्यटन स्थल को विकसित करने के लिए स्वीकृति धनराशि 36.36 लाख के सापेक्ष 20 लाख की धनराशि अवमुक्त की गयी हैं जिससे 280 मीटर खंडचा व एक व्यू पाइन्ट तैयार किया गया हैं। जिलाधिकारी द्वारा वीर चन्द्र सिंह गढवाली पर्यटन स्वरोजगार योजना एवं होम स्टे योजना की भी समीक्षा करते हुए जिला पर्यटन अधिकारी से जानकारी प्राप्त की गयी। जिस पर जिला पर्यटन अधिकारी कीर्ति आर्या ने जिलाधिकारी को अगवत कराया कि वित्तीय वर्ष 2020-21 में जनपद बागेश्वर को वाहन मद में 15 तथा गैर वाहन मद में 15 कुल 30 का लक्ष्य प्राप्त हुआ हैं। प्राप्त लक्ष्य के सापेक्ष वाहन मद में 10 तथा गैर वाहन मद में 07 आवेदन प्राप्त हुए हैं जिसमें वाहन मद में 06 तथा गैर वाहन मद में 07 कुल 13 आवेदकों की पत्रावली सैद्धान्तिक सहमति प्रदान की हैं। जिसके सापेक्ष 10 आवेदको की पत्रावलियों को वित्त पोषण हेतु संबंधित बैंको को प्रेषित की जा चुकी हैं। उन्होने अवगत कराया कि होम स्टे योजना के अंतर्गत जनपद में 56 होम स्टे पंजीकृत हैं। बैठक में जिलाधिकारी ने जिला पर्यटन अधिकारी एवं संबंधित कार्यदायी संस्थाओं को निर्देश दियें कि जनपद को पर्यटन के क्षेत्र में विकसित करने के लिए जो भी कार्ययोजना तैयार की गयी हैं उन योजनाओं को धरातली स्वरूप प्रदान करते हुए तथा पर्यटको को आकर्षित करने के लिए बेहतर ढंग से कार्य करें, ताकि जनपद में अधिक से अधिक पर्यटक जनपद में आयें। उन्होने कहा कि सरकार द्वारा प्रदेश में पर्यटन गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए राज्य सरकार द्वारा 13 डिस्ट्रिक्ट 13 नवीन डेस्टिनेशन के अन्तर्गत प्रत्येक जनपद में पर्यटन स्थल का चयन कर पर्यटन के रूप में विकसित किया जा रहा है। और कहा कि जनपद बागेश्वर को पर्यटन के क्षेत्र में एक विशेष पहचान दिलाये जाने के लिए हम सभी को सामूहिक रूप से कार्य करना होगा। कहा कि हम पर्यटन से ही यहॉ की अर्थ व्यवस्था को और मजबूत कर सकते है तथा अधिक से अधिक लोगों को रोजगार मुहैया करा सकते है। उन्होने कहा कि जनपद में पर्यटन स्थल कौसानी, बैजनाथ धाम, बागनाथ धाम एवं पिण्डारी, नामिक, सुंदरढुगा तथा कफली आदि ग्लेशियर शामिल है, इन क्षेत्रों को पर्यटन की दृष्टि से विकसित करने के लिए एक बेहतर कार्य योजना तैयार करना अति आवश्यक है। बैठक के दौरान मुख्य विकास अधिकारी डी0डी0पंत, प्रभागीय वनाधिकारी बी0एस0शाही, अधि0अभि0 लघु सिंचार्इ नरेश कुमार, सहायक अभियंता अमित अडवाल, ग्रामीण निर्माण विभाग रमेश चन्द्रा सहित संबंधित अधिकारी एवं कर्मचारी मौजूद रहें।