November 22, 2024

सीएम सोलर स्वरोजगार योजना में 10 हजार होंगे लाभान्वित: मुख्यमंत्री

बागेश्वर ।  प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने सूबे के जिलाधिकारियों एवं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम कोविड-19 पर प्रभावी नियंत्रण के लिए समीक्षा के दौरान कहा कि अस्पतालों में आवश्यक संसाधन बढ़ाने के साथ ही टेस्टिंग और अधिक बढार्इ जाय। दूरस्थ क्षेत्रों से टेस्टिंग लैब में सैंपल भेजने में देरी हो रही है, तो हेलीकॉप्टर से भी भेज सकते हैं। यह सुनिश्चित किया जाय की टेस्टिंग में देरी न हो। सर्विलांस सिस्टम मजबूत किया जाय। इस दौरान मा0 मुख्यमंत्री ने कोरोना योद्धाओं के लिए बनाये गये ‘चिकित्सा सेतु’ मोबार्इल एप लांच किया। इस मोबार्इल एप को डॉक्टर, पैरामेडिकल स्टाफ, नर्स, सुरक्षा कर्मी पुलिस तथा कोरोना ड्यूटी में लगे अधिकारियों एवं कर्मचारियों की सुरक्षा के लिए बनाया गया है। इस अवसर पर होम आइसोलेशन पर बनाये गये एप आरोग्य रक्षक के बारे में प्रस्तुतीकरण भी दिया। मा0 मुख्यमंत्री ने कहा कि कोविड के कारण काफी लोग बेरोजगार हुए हैं। राज्य में बेरोजगारों के लिए अनेक योजनाएं शुरू की गर्इ हैं। इन योजनाओं की लोगों को पूरी जानकारी हो इसका जनपद स्तर पर व्यापक स्तर पर प्रचार-प्रसार किया जाय। जिलाधिकारी सरकार की विभिन्न योजनाओं को जनप्रतिनिधियों, स्वयं सेवी संस्थाओं एवं विभागीय अधिकारियों के माध्यम से जन-जन तक पहुंचायें। योजनाओं के क्रियान्वयन के लिए जनप्रतिनिधियों का सहयोग लिया जाय। सीएम सोलर स्वरोजगार योजना जल्द शुरू की जायेगी। 10 हजार लोगों को इस योजना के तहत रोजगार दिया जायेगा। मोटर, बार्इक, टैक्सी योजना भी राज्य में जल्द शुरू की जायेगी। पार्इन निडिल पॉलिसी में पार्इन निडिल से बिजली पैदा करने एवं चारकोल पैदा करने के अच्छे प्रोजक्ट हैं, इनके बारे में भी लोगों को जानकारी दी जाय। मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना के सफल क्रियान्वयन के लिए सभी जिलाधिकारी बैंकर्स के साथ बैठकर सुनियोजित योजना बनाये। जल्द ही राज्य स्तर पर बैंकर्स के साथ बैठक की जायेगी। मा0 मुख्यमंत्री ने कहा कि कोविड का प्रभाव कब तक रहता है, इसकी कोर्इ निश्चित समयावधि नहीं है। उत्तराखण्ड के जो लोग बाहर के राज्यों से आये हैं, उनमें से अधिकांश लोग प्रदेश में ही काम करना चाहेंगे। हमें रोजगार एवं स्वरोजगार के विकल्प तलाशने होंगे। लोगों को काम मिले इसके लिए जिला योजना एवं राज्य सेक्टर में फण्ड की व्यवस्था की गर्इ है। उन्होंने कहा कि प्रवासियों को भी उपनल के माध्यम से सेवायोजित करने की योजना बनार्इ जा रही है। मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारियों एवं अन्य अधिकारियों को निर्देश दिये कि लोगों के फोन कॉल अवश्य रिसीव करें। किसी कार्य या मीटिंग में व्यस्त होने पर भी लोगों को इसकी जानकारी दे दें, और उसके बाद उन्हें वापस कॉल करें। यह सुनिश्चित किया जाय कि लोगों को फोन कॉल्स का रिस्पांस मिले। मुख्यमंत्री ने सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दिये कि डेंगू से बचाव के लिए नियमित जागरूकता के साथ ही स्वच्छता पर विशेष ध्यान दिया जाय। किसी भी स्थान या लोगों के घरों में साफ पानी जमा न हो इसके लिए लगातार जागरूकता अभियान चलाया जाय। मुख्य सचिव श्री ओम प्रकाश ने कहा कि कोरोना को कम्यूनिटी स्प्रेड से रोकना जरूरी है। कन्टनमेंट जोन बनाने में किसी प्रकार की लापरवाही न हो। बाहरी राज्यों से जो लोग उत्तराखण्ड आ रहे हैं, उनके आने के कारणों के लिए कागजों की पूरी छानबीन की जाय। बाहर से आने वालों की प्रोपर चौंकिंग की जाय। कोविड पर नियंत्रण एवं जागरूकता के लिए जिलाधिकारी जनप्रतिनियों के माध्यम से लोगों को जागरूक करें कि यदि किसी को कोविड के कोर्इ लक्षण दिखे या कोर्इ समस्या हो रही हो तो वे तुरंत जिला प्रशासन एवं हैल्पलार्इन नम्बर पर सूचित कर दें। ताकि उनकी सही तरीके से मॉनेटरिंग हो सके। तथ्यों को छुपाने एवं गलत सूचना देने वालों पर कठोर कार्यवाही की जाय। मुख्य सचिव ने कहा कि होम आर्इसोलेशन का कड़ार्इ से पालन हो। होम आइसोलेशन की गार्इडलार्इन का विभिन्न माध्यमों से व्यापक स्तर पर प्रचार-प्रसार भी किया जाय। होम आर्इसोलेशन के नियमों उल्लंघन करने वालों पर प्रभावी कार्यवाही की जाय। वीसी में जनपद बागेश्वर की समीक्षा के दौरान जिलाधिकारी विनीत कुमार ने मा0 मुख्यमंत्री का अवगत कराया कि जनपद में 8113 लोगो के सैंपल लियें गये हैं जिसमें 7675 निगेटिव आयें हैं तथा 128 सैंपल की रिपोर्ट आनी बाकी है, तथा 119 सैंपल रिजेक्ट हुए है, एवं 191 पॉजिटिव मामले आ चुके हैं, जिसमें 173 व्यक्तियों का स्वास्थ ठीक होने पर कोविंड चिकित्सालय से डिस्चार्ज कियें गये है तथा वर्तमान समय मे जनपद में 18 कोरोना के केस एक्टिव हैं। जिसमें से 17 लोगो का कोविंड चिकित्सालय बागेश्वर में उपचार किया जा रहा हैं, तथा 01 अन्य व्यक्ति को उपचार हेतु सुशीला तिवारी हास्पिटल हल्द्वानी को रेफर किया गया है। उन्होने यह भी अगवत कराया कि जनपद में बाहरी राज्यों एवं राज्य के विभिन्न जनपदों से आने वाले व्यक्तियों के लिए बिलौना बस अड्डे एवं कौसानी में भी स्टेजिंग एरिया बनाया गया हैं जो 24×7 की तर्ज पर निरन्तर कार्य करने के लिए कार्मिको की तैनाती की गयी, जो जनपद में आने वाले सभी व्यक्तियों का डाटा तैयार करते हुए स्वास्थ टीम द्वारा स्वास्थ परीक्षण कराते हुए डॉक्टरों की सलाह पर उन्हें संस्थागत एवं होम क्वारंटीन के लिए भेजा जा रहा हैं। उन्होने कहा कि जिला चिकित्सालय में एक ट्रूनेट मशीन उपलब्ध है तथा एक अन्य ट्रूनेट मशीन हंस फाउन्डेशन के द्वारा उपलब्ध करायी गयी हैं जिसके माध्यम से सैंपलिंग और अधिक कियें जा सकेंगे। वीसी में जिलाधिकारी ने अवगत कराया कि जिला चिकित्सालय में वर्तमान समय में डेढ सौ एंटीजन किट उपलब्ध हैं जिसके लिए उन्होने 5 हजार एंटीजन किट की मांग की हैं। वीसी में मुख्य विकास अधिकारी डी0डी0पंत, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ0बी0डी0जोशी, जिला विकास अधिकारी के0एन0तिवारी, उपजिलाधिकारी बागेश्वर राकेश चन्द्र तिवारी, अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ0 वी0के0सैक्सेना, डॉ0 एस0पी0त्रिपाठी, जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी शिखा सुयाल आदि मौजूद रहें।

 

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