कंपनी चलाएगी घराट, जीबी पंत विवि देगा वैज्ञानिक मदद
रुद्रपुर । जीबी पंत कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय ने हल्द्वानी की एक कपनी के साथ मिलकर घराटों का आधुनिकीकरण करते हुए पारंपरिक खाद्य प्रणाली को पुनर्जीवित करने के लिए पहल की है। इसके लिए कंपनी के साथ शनिवार को एमओयू किया गया। एमओयू के बाद जीबी पंत विवि, कंपनी को अगले पांच वर्षों तक तकनीकी और वैज्ञानिक सहायता देगा। कंपनी घराटों का व्यावसायिक प्रयोग करेगी और इससे होने वाला मुनाफा विवि को भी दिया जाएगा। जीबी पंत कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय इस एमओयू के साथ पहली बार स्टार्ट अप के क्षेत्र में प्रवेश कर रहा है। उत्तराखंड स्टार्ट अप काउंसिल ने केबी सिस्टस प्राइवेट लिमिटेड को स्टार्ट अप की मान्यता दी है। केबी सिस्टस के डायरेक्टर एनके भट्ट ने बताया कि मुनाफे का एक हिस्सा रॉयल्टी के रूप में जीबी पंत विवि को दिया जाएगा। विवि के शोध निदेशक डॉ. एएस नैन ने बताया कि परंपरागत खाद्य प्रणाली को आधुनिक करने के लिये घराटों को आधुनिक करने के साथ साथ उत्पाद की प्रोसेसिंग, पैकेजिंग और मार्केटिंग भी महत्वपूर्ण है। इस एमओयू के तहत इन सभी कार्यों के लिये सहयोग किया जाएगा। इस अवसर पर कुलपति डॉ. तेज प्रताप ने कहा कि विश्वविद्यालय से इस तरह की मदद आजीविका और रोजगार के अवसर पैदा करने के काम में सहायक है।