2करोड़ 74 लाख रुपये खर्च करने के बाद भी शोपीस बना आइसीयू
नई टिहरी। दो करोड़ 74 लाख रुपये खर्च करने के बाद भी जिला अस्पताल टिहरी में पांच बेड का आइसीयू शोपीस बना है। हैरानी की बात ये है कि कोरोना वायरस संक्रमण की दूसरी घातक लहर चलने के बाद भी स्वास्थ्य विभाग इसका संचालन करने में कोताही बरत रहा है। गंभीर मरीजों को तत्काल जीवन रक्षक उपकरण के जरिये सुविधा देने की खातिर पिछले साल सितंबर में जिला अस्पताल में पांच बेड के आइसीयू बनाने की शुरुआत की गई थी। जिला अस्पताल का संचालन पीपीपी मोड पर हिमालयन अस्पताल जौलीग्रांट कर रहा है। अब आइसीयू निर्माण पूरा होने के बाद इसका संचालन शुरू किया जाना था, लेकिन अभी तक इस दिशा में कोई काम नहीं हो पाया है। इस कारण मरीजों को इसका लाभ नहीं मिल रहा है। बीते रोज ही जिला अस्पताल में एक युवती और एक बुजुर्ग की मौत हो गई थी। अगर इन्हें समय पर आइसीयू की सुविधा मिल जाती तो इनका जीवन बच सकता था। हैरानी की बात ये है कि आइसीयू संचालन न होने पर स्वास्थ्य विभाग और हिमालयन अस्पताल एक दूसरे के ऊपर इसकी जिमेदारी डाल रहे हैं। हिमालयन अस्पताल के जिला अस्पताल के प्रबंधक साइम ने बताया कि अभी कुछ तकनीकी दिक्कतों की वजह से आइसीयू संचालन नहीं हो पाया है। आइसीयू संचालन न होने के संबंध में स्वास्थ्य विभाग को निर्देश दिए हैं। वहां पर हिमालयन अस्पताल प्रबंधन ने कर्मचारियों की तैनाती करनी है। इवा आशीष श्रीवास्तव, जिलाधिकारी टिहरी गढ़वाल जिला अस्पताल में आइसीयू संचालन हिमालयन अस्पताल प्रबंधन को करना है। उन्हें आइसीयू संचालन के लिए कहा गया है।