देश को कोरोना के खिलाफ मिलेगा चौथा हथियार ,इमरजेंसी इस्तेमाल की अनुमति मांगेगी जायडस कैडिला
नईदिल्ली,। भारत को कोरोना के खिलाफ चौथे हथियार मिलने की संभावना प्रबल हो गई है। मेडिसिन बनाने वाली अहमदाबाद की प्रमुख कंपनी जायडस कैडिला इस महीने अपनी कोरोना वैक्सीन के लिए अनुमति मांग सकती है। कंपनी को कोविड वैक्सीन से जुड़ा डेटा मिल गया है। अब इस टीके के लिए इमरजेंसी यूज ऑथराइजेशन का आवेदन कर सकती है। कंपनी को भरोसा है कि वैक्सीन को मई में ही मंजूरी मिल जाएगी। कंपनी प्रति महीने एक करोड़ कोरोना वैक्सीन के उत्पादन का दावा कर रही है।
रिपोर्ट के मुताबिक, अगर मंजूरी मिली तो जाइकोव-डी भारत के ष्टश1द्बस्र-19 टीकाकरण अभियान में इस्तेमाल होने वाला चौथा टीका होगा। मेड इन इंडिया, कंपनी की योजना वैक्सीन के उत्पादन को प्रति माह 3-4 करोड़ खुराक तक बढ़ाने की है। इसके लिए दो अन्य विनिर्माण कंपनियों के साथ पहले से ही बातचीत कर रही है।
वैक्सीन को आदर्श रूप से 2 और 8 डिग्री सेल्सियस के बीच संग्रहित किया जाना चाहिए। यह 25 डिग्री सेल्सियस पर कमरे के तापमान की स्थिति में भी स्थिर रहता है। इसका डोज लगाना भी काफी आसान है। डेवलपर्स ने यह जानकारी दी है। उनका कहना है कि इंट्राडेर्मल इंजेक्शन के माध्यम से इसे इंजेक्ट किया जा सकता है।
यदि जाइकोव-डी के आपातकालीन उपयोग की मंजूरी दी जाती है तो देश के टीकाकरण अभियान में आ रही कमी को दूर करने में मदद मिलेगी। आपको बता दें कि इससे पहले अप्रैल में, जायडस कैडिला ने घोषणा की थी कि उसकी दवा वीराफिन को ष्टश1द्बस्र-19 के हल्के मामलों के उपचार के लिए भारत के ड्रग कंट्रोलर जनरल से प्रतिबंधित आपातकालीन उपयोग की मंजूरी मिली है।
एक साक्षात्कार में शेरविल पटेल ने कोरोना वैक्सीन जाइकोव-डी के सभी पहलुओं पर बात की। उन्होंने कहा हमारी वैक्सीन आपातकालीन इस्तेमाल की मंजूरी पाने के काफी करीब है। उन्होंने कहा, मुझे यह बताते हुए बहुत खुशी हो रही है कि कोविड के खिलाफ भारत का पहला स्वदेशी तौर पर विकसित डीएनए वैक्सीन, जो कि हमारा जाइकोव-डी है, मंजूरी के बहुत करीब पहुंच रहा है।
शरविल पटेल ने कहा, हमने नैदानिक परीक्षणों के लिए अपनी सभी भर्ती लगभग पूरी कर ली है। हमारे पास, भारत में एक कोविड टीका परीक्षण के लिए अब तक की सबसे बड़ी संख्या में रोगियों की भर्ती है। परीक्षण के एक भाग के रूप में टीकाकरण किए गए स्वयंसेवकों की संख्या 28,000 है। शरविल पटेल ने यह भी कहा कि उनकी कंपनी ने 12-17 आयु वर्ग के बच्चों को भी टीका परीक्षण के लिए शामिल किया है।
शरविल पटेल ने कहा कि जैसे ही प्रभावकारिता डेटा प्राप्त होता है, हम आपातकालीन इस्तेमाल के लिए मंजूरी प्राप्त करने के लिए आवेदन करेंगे। उन्होंने कहा कि जैसे ही मंजूरी मिल जाती है, जुलाई से जायडस कैडिला कोविड -19 टीकों का उत्पादन शुरू कर देगा।
उन्होंने कहा, हम उम्मीद करते हैं कि मई के मध्य में हमारी प्रभावकारिता के आंकड़े देखने को मिलेंगे। हम वैक्सीन की अच्छी मात्रा का उत्पादन करने की उम्मीद करते हैं। उन्होंने कहा कि मई तक कंपनी कोविड -19 वैक्सीन के सीमित उपयोग के बारे में नियामकों से बात करने की स्थिति में होगी।