April 25, 2024

तलवारबाजी में भवानी का सफर थमा, टेबल टेनिस में शरत कमल ने तीसरे दौर में बनाई जगह

टोक्यो  । भारतीय फेंसर सीए भवानी देवी ने अपने पहले ओलंपिक अभियान में शानदार शुरूआत की और महिला व्यक्तिगत महिला व्यक्तिगत साब्रे के अपने शुरूआती दौर के मुकाबले में जीत हासिल कर इतिहास रच दिया लेकिन दूसरे मुकाबले में हार के साथ उनका सफर समाप्त हो गया।
27 साल की भवानी ने ट्यूनीशिया की नादिया बेन अजीजी को 15-3 से हराकर राउंड आफ 32 में प्रवेश किया और ओलंपिक में कोई मैच जीतने वाली भारत की पहली तलवारबाज बन गईं लेकिन अगले राउंड में भवानी को फ्रांस की मेनोन ब्रुनेट के हाथों 7-15 से हार मिली।
यह एक ऐतिहासिक दिन था जब भारत ने ओलंपिक में तलवारबाजी में अपनी शुरूआत की। यह एक ऐसा खेल है, जो 1896 से ही ग्रीष्मकालीन खेलों में का हिस्सा है। इसी को ध्यान में रखते हुए भवानी ने पहला मैच जीता और फिर दूसरे मैच में विश्व की तीसरे नम्बर की खिलाड़ी मेनोन को कड़ी टक्कर दी।
मकुहारी मेस्से हॉल में एक सतर्क शुरूआत करते हुए, भवानी ने मेनोन को जोरदार टक्कर दी। पहले राउंड में 2-9 से पीछे होने के बावजूद भवानी ने हार नहीं मानी और एक समय स्कोर को 6-11 तक ले गईं लेकिन अंतत: फ्रांसीसी खिलाड़ी ने अपने अपार अनुभव का प्रयोग करते हुए भवानी को हार मानने पर विवश कर दिया।
इसी तरह पहले मैच में भवानी ने अजीजी को हमले की शुरूआत करने का मौका दिया लेकिन बाद में भवानी ने ट्यूनीशियाई को असहज करते हुए अंक पॉकेट में डालने के लिए बार-बार पिन किया। तलवारबाजी में, राईट ऑफ वे नियम का उपयोग यह निर्धारित करने के लिए किया जाता है कि दोनों एथलीटों के स्पर्श दर्ज करने की स्थिति में किस फेंसर को अंक दिए जाते हैं। इस नियम के तहत हमले की शुरूआत करने वाले फेंसर को प्राथमिकता दी जाती है।
अपने बचाव के दम पर दुनिया की 42वें नंबर की भवानी देवी ने अपने प्रतिद्वंद्वी की बढ़त को रद्द कर दिया। भारतीय ने फर्स्ट पीरियड के समाप्त होने तक 8-0 की लीड ले ली। दूसरे में, भवानी देवी ने हमला किया और अपनी जीत पर मुहर लगाने के लिए अपनी इच्छा से ओपनिंग की। चेन्नई, तमिलनाडु में जन्मी, भवानी देवी ओलंपिक खेलों के लिए क्वालीफाई करने वाली पहली भारतीय फेंसर हैं। भवानी देवी एशियाई चैंपियनशिप में रजत पदक जीतने वाली पहली भारतीय भी हैं।
बैडमिंटन: बी साईं प्रणीत का ओलिंपिक सफर खत्म
बिना दूसरा मुकाबला खेले ही बी साईं प्रणीत का ओलिंपिक सफर खत्म हो गया है। प्रणीत को हराने वाले इजराइल के मिशा जिल्बरमैन ने अपना दूसरा मुकाबला जीता जिसके बाद अब प्रणीत के ग्रुप के टॉप 2 में रहने की संभावनाएं खत्म हो गई हैं। वह अगला मैच जीतकर भी आगे नहीं जा सकते।
टेबल टेनिस: सुतीर्था मुखर्जी का सफर खत्म
यू फो ने भारत की सुतीर्था मुखर्जी को मैच में कहीं भी मौका नहीं दिया. फू यो ने सीधे सेट में हराकर पहली बर ओलिंपिक में खेल रही सुतीर्था मुखर्जी का सफर दूसरे राउंड में खत्म कर दिया.. सुतीर्था को 3-11,3-11, 5-11, 5-11 से हार मिली।
शूटिंग: चलिफाइंग राउंड में पिछड़े अंगद और मेराज
पुरुष स्कीट के चलिफाइंग के पांचवें राउंड में मेराज अहमद खान और अंगद बाजवा ने 23/25 अंक हासिल किए। मेराज 25वें स्थान पर हैं जबकि अंगद 19वें स्थान पर हैं।
तीसरे दौर में पहुंचे शरत कमल
टेबल टेनिस की पुरुषों की एकल स्पर्धा में भारत के शरत कमल ने कमाल कर दिया। उन्होंने दूसरे राउंड में पुर्तगाल के टियागो अपोलोनिया को हराकर तीसरे दौर में जगह बना ली। छठे गेम में एक समय स्कोर 9-9 से बराबर होने के बाद शरत कमल ने अगले दो अंक हासिल किए और 4-3 से मुकाबला जीतकर तीसरे दौर में प्रवेश कर लिया।
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)भारतीय फैंस की उम्मीदों को बड़ा झटका, टेबल टेनिस के तीसरे दौर में हारीं मनिका बत्रा
टोक्यो , । भारतीय खिलाड़ी मनिका बत्रा तोक्यो ओलंपिक खेलों की टेबल टेनिस प्रतियोगिता के महिला एकल में सोमवार को यहां आस्ट्रिया की सोफिया पोलकानोवा से सीधे गेम में हारकर बाहर हो गईं। इससे पहले अपने से अधिक रैंकिंग की खिलाडिय़ों को हराने वाले मनिका के पास विश्व में 16वें नंबर की पोलकानोवा के नियंत्रित और दमदार खेल का कोई जवाब नहीं था। उन्होंने 0-4 (8-11, 2-11, 5-11, 7-11) से यह मैच गंवाया। मनिका इससे पहले अचंता शरत कमल के साथ मिश्रित युगल में भी बाहर हो गई थी। वहीं, दूसरी ओर टेबल टेनिस में अपना चौथा ओलंपिक खेल रहे अचंता शरत कमल ने शुरू में पिछडऩे के बाद अच्छी वापसी करते हुए टोक्यो ओलंपिक खेलों की टेबल टेनिस प्रतियोगिता में सोमवार को यहां पुरुष एकल के तीसरे दौर में प्रवेश किया लेकिन महिला एकल में सुतिर्था मुखर्जी सीधे गेम में हारकर बाहर हो गई। शरत कमल ने 49 मिनट तक चले इस मैच में पुर्तगाल के 20वीं वरीयता प्राप्त टियागो अपोलोनिया को 4-2 (2-11, 11-8, 11-5, 9-11, 11-6, 11-9) से जीत दर्ज की। उन्हें मंगलवार को तीसरे दौर में चीन के मौजूदा चैंपियन मा लांग की कड़ी चुनौती का सामना करना होगा। लांग अभी विश्व चैंपियन भी हैं। उन्होंने इस खेल से जुड़ा हर खिताब जीता है। अब भारत की उम्मीद शरत कमल पर जाकर टिक गई है। देखना होगा कि क्या शरत भारत को टेबल टेनिस में मेडल दिला पाते हैं या नहीं।
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)गोल्ड में तब्दील हो सकता है मीराबाई चानू का सिल्वर मेडल, चीन की वेटलिफ्टर का होगा डोप टेस्ट
टोक्यो , । पूरे देश को गौरवान्वित करने वाली वेटलिफ्टर मीरा बाई चानू को उसी मुकाबले में स्वर्ण पदक मिल सकता है जिसमें उन्होंने रजत पदक जीता था। दरअसल उस मुकाबले की स्वर्ण पदक विजेता चीन की वेटलिफ्टर हाऊ झिहू को डोप टेस्ट के लिए रोका गया है। एंटी डोपिंग अथारिटी की तरफ से किए जाने वाले इस टेस्ट में अगर  चीन की वेटलिफ्टर हाऊ झिहू फेल होती हैं तो फिर मीराबाई चानू का रजत स्वर्ण में बदल जाएगा। टेस्ट होने व रिजल्ट आने तक वेटलिफ्टरों को टोक्यो में ही रुकने के लिए कहा गया है। उल्लेखनीय है कि चीन की होऊ झिऊई ने कुल 210 किलो (स्नैच में 94 किलो, क्लीनऔर जर्क में 116 किलो) वजन उठा कर गोल्ड मेडल अपने नाम किया था जबकि  इंडोनेशिया की ऐसाह विंडी कांटिका ने कुल 194 किलो वजन उठाकर कांस्य पदक हासिल किया जबकि चानू ने क्लीन एंड जर्क में 115 किलो और स्नैच में 87 किलो से कुल 202 किलो वजन उठाकर पदक अपने नाम किया। चानू को यह सफलता कर्णम मल्लेश्वरी के 2000 के सिडनी ओलंपिक्स में 69 किग्रा वर्ग में कांस्य पदक जीतने के 20 साल बाद आयी है मल्लेश्वरी ओलम्पिक पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला बनी थीं। इस कामयाबी के साथ चानू ने 2016 के पिछले रियो ओलंपिक्स की बुरी यादों को पीछे छोड़ दिया जब वह क्लीन एन्ड जर्क में अपने तीनों प्रयासों में नाकाम रही थीं। इस स्पर्धा का स्वर्ण पदक चीन की होऊ झिहुई ने कुल 210 किग्रा (94+116) वजन उठाकर जीता जबकि इंडोनेशिया की ऐसाह विंडी कांतिका ने 194 किग्रा (84+110) वजन उठाकर जीता।
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2020 के आयोजकों का ओलंपिक मेडल को लेकर किया गया ट्वीट हुआ वायरल
टोक्यो , ।  टोक्यो 2020 के आयोजकों का ओलंपिक मेडल को लेकर किया गया ट्वीट सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है जिसे लोग काफी पसंद कर रहे हैं। आयोजकों ने एक तस्वीर पोस्ट की है जिसमें एक एथलीट हंस रहा है और अपने स्वर्ण पदक को मुंह से काट रहा है।
इस तस्वीर को पोस्ट कर आयोजकों ने लिखा, हम आधिकारिक रूप से इस बात की पुष्टि करना चाहते हैं कि टोक्यो 2020 के मेडल मुंह में नहीं रखे जा सकते हैं। हमारे मेडल इलेक्ट्रोनिक उपकरणों को रिसाईकिल कर बने है जिसे जापान की जनता ने दान किया था। आप इसे मुंह से काट नहीं सकते लेकिन हमें पता है कि आप फिर भी ऐसा करेंगे।
इस ट्वीट ने सोशल मीडिया पर तहलका मचा दिया और प्रशंसक आयोजकों के इस कैची लाइन की जमकर सराहना कर रहे हैं।
एक प्रशंसक ने लिखा, काटना बेहद अच्छा है क्योंकि यह काफी मेहनत से मिलता है और जीवन में लंबे समय तक इसकी यादें रहती हैं।
एक अन्य फैन ने लिखा, ओपनिंड डे से अब तक का यह सबसे अच्छा ट्वीट है। मुझे यकीन है कि आपको पता है आज तीसरा दिन है और सभी लोग चिंतित है। आपके ट्वीट ने मुझे हंसाया है।
टोक्यो आयोजन समिति ने ओलंपिक और पैरालम्पिक खेलों को पदक छोठे इलेक्ट्रोनिक उपकरणों से बने हैं जिसमें इस्तेमाल किए हुए मोबाइल फोन भी शामिल हैं।
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)रिप्लेसमेंट के तौर पर इंग्लैंड जाएंगे शॉ और सूर्यकुमार
नई दिल्ली  ।  पृथ्वी शॉ और सूर्यकुमार यादव रिप्लेसमेंट के तौर अगले महीने इंग्लैंड के खिलाफ होने वाली टेस्ट सीरीज के लिए इंग्लैंड जाएंगे। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने सभी संभावनाओं पर विराम लगाते हुए चोटिल शुभमन गिल, आवेश खान और वाशिंगटन सुंदर की जगह इन दो खिलाडिय़ों के नाम रिप्लेसमेंट के तौर पर चुने है। शुभमन पहले ही स्वदेश लौट चुके हैं।
बीसीसीआई ने बयान जारी कर कहा, ऑलराउंडर वाशिंगटन को इंजेक्शन लगाया गया है। हालांकि, उनकी रिकवरी उम्मीद से ज्यादा समय ले रही है जिस कारण वह दौरे से बाहर हो गए हैं।
बयान में कहा, तेज गेंदबाज आवेश को अभ्यास मैच के पहले दिन अंगूठे में चोट लगी थी। उन्हें एक्स रे के लिए ले जाया गया जिसमें फ्रैक्चर आया है। उनकी चोट के लिए विशेषज्ञ से सलाह ली गई है और वह इंग्लैंड दौरे से बाहर हो गए हैं।
बयान में कहा, सलामी बल्लेबाज शुभमन को विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल मुकाबले के दौरान पैर में चोट लगी थी। वह दौरे से बाहर हो गए हैं और भारत वापस लौट गए हैं। ऑल इंडिया सीनियर चयन समिति ने रिप्लेसमेंट के तौर पर शॉ और सूर्यकुमार के नाम चुने हैं।
चयन पैनल ने ओपनर अभिमन्यु ईश्वरन को मुख्य टीम में मूव किया है। भारत और इंग्लैंड के बीच पांच मैचों की टेस्ट सीरीज का पहला मुकाबला चार अगस्त को नॉटिंघम में खेला जाएगा।
भारतीय टीम इस प्रकार है
रोहित शर्मा, मयंक अग्रवाल, चेतेश्वर पुजारा, विराट कोहली (कप्तान), अजिंक्य रहाणे (उपकप्तान), हनुमा विहारी, ऋषभ पंत (विकेटकीपर), रविचंद्रन अश्विन, रवींद्र जडेजा, अक्षर पटेल, जसप्रीत बुमराह, इशांत शर्मा, मोहम्मद शमी, मोहम्मद सिराज, शार्दुल ठाकुर, उमेश यादव, लोकेश राहुल, रिद्धिमान साहा (विकेटकीपर), अभिमन्यु ईश्वरन, पृथ्वी शॉ और सूर्यकुमार यादव।
स्टैंडबाई खिलाड़ी : एम प्रसिद्ध कृष्णा और अरजान नागवसवाला।
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पोडियम पर अस्थायी रूप से मास्क हटा सकते हैं खिलाड़ी
टोक्यो , ।  टोक्यो 2020 ओलंपिक खेलों के आयोजकों ने एथलीटों को 30 सेकेंड के लिए बिना मास्क के पोडियम पर व्यक्तिगत फोटो और एक समूह फोटो लेने की अनुमति दे दी है। अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक समिति (आईओसी) की एक प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, टोक्यो 2020 प्लेबुक और वैज्ञानिक सलाह की आवश्यकताओं के अनुरूप, विजयी समारोह प्रोटोकॉल को एथलीटों को मीडिया के लिए एक फोटो लेने की अनुमति देने के लिए अनुकूलित किया गया है।
आईओसी मानता है कि पदक जीतना उनके खेल करियर में एक अद्वितीय क्षण होता है और इस दौरान उनकी भावनाओं का भी प्रदर्शन होना चाहिए, जो मास्क में छुप जा रहा है।
यह नया प्रोटोकॉल 25 जुलाई से लागू होना शुरू हो गया है और आने वाले दिनों में इसे सभी जगहों पर लागू किया जोगा।
भारत के लिए मीराबाई चानू ने वेटलिफ्टिंग में रजत पदक जीता था लेकिन तब यह नियम लागू नही था। लिहाजा मीराबाई को मास्क में ही फोटो खिंचवाना पड़ा था।