November 22, 2024

लवलीना के मुक्के से भारत को मिला एक और ब्रॉन्ज मैडल, सेमीफाइनल में वर्ल्ड नंबर-1 बॉक्सर से हारीं

लवलीना के मुक्के से भारत को मिला एक और ब्रॉन्ज मैडल, सेमीफाइनल में वर्ल्ड नंबर-1 बॉक्सर से हारीं
टोक्यो , ।  भारतीय महिला मुक्केबाज लवलीना बोरगोहेन का 69 किग्रा भार वर्ग के सेमीफानल में तुर्की की बुसेनाज सुरमेनेली से मुकाबला हुआ। सुरमेनेली के नाम पहले से दो इंटरनेशनल गोल्ड हैं, वहीं लवलीना भी दो इंटरनेशनल ब्रॉन्ज मेडल जीत चुकी हैं। इन दोनों महिला मुक्केबाजों का मुकाबला पहली बार हुआ। वहीं सेमीफाइनल मुकाबले में लवलीना बोरगोहेन वर्ल्ड चैम्पियन तुर्की की बुसेनाज सुरमेनेली के खिलाफ हार गई हैं। लवलीना को 0-5 से शिकस्त मिली। इस हार के साथ लवलीना के अभियान का अंत हो गया है। अब उन्हें कांस्य पदक से संतुष्ट से संतोष करना होगा।ओलिंपिक के इतिहास में भारत को मेडल दिलाने वाली लवलीना ओवरऑल तीसरी और बॉक्सिंग में मेरीकॉम के बाद पदक जीतने वाली दूसरी महिला महिला बॉक्सर हैं। उनसे पहले 2008 के बीजिंग ओलिंपिक में विजेंदर सिंह ने ब्रॉन्ज जीता था। उसके बाद 2012 लंदन ओलिंपिक ने मैरीकॉम ने ब्रॉन्ज मेडल जीता था। लवलीना के लिए कमाल की बात ये रही कि उन्होंने अपना पहला ओलिंपिक खेलते हुए ही मेडल पर पंच जड़ दिया।
तुर्की की मुक्केबाज शुरुआत से ही मुकाबले में हावी दिखी। लवलीना ने अपना गार्ड खुला रखा, जिसका पूरा फायदा वर्ल्ड चैंपियन बॉक्सर ने सेमीफाइनल मुकाबले में उठाया। बुसानाज के पंच लवलीना के खिलाफ सीधे टारगेट पर जाकर लगे, जिसके पॉइंट उन्हें मिले। अपने वेट कैटेगरी में टॉप सीड रहीं बुसानाज ने तीनों ही राउंड जजों की सर्वसम्मति से जीते।
वर्ल्ड चैंपियनशिप में 2 बार की ब्रॉन्ज मेडलिस्ट रहीं लवलीना के पास टोक्यो की रिंग में अपने मेडल के रंग को बदलकर विजेंदर और मैरीकॉम से आगे निकलने का पूरा मौका था। लेकिन, वो उन दोनों की कामयाबी को पीछे नहीं छोड़ सकती। भारत को ओलिंपिक की बॉक्सिंग रिंग में एक बार फिर से ब्रॉन्ज मेडल पर ही संतोष करना पड़ा। लवलीना ने पिछले शुक्रवार को चीनी ताइपे की बॉक्सर को 4-1 से हराकर ब्रॉन्ज मेडल पक्का किया था।
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रा)स्वदेश् लौटे ऑस्ट्रेलियाई ओलंपिक टीम के सदस्य चरंटीन
कैनबेरा , ।  टोक्यो ओलंपिक में नौ स्वर्ण पदक जीत कर स्वदेश लौटे ऑस्ट्रेलिया के स्टार ओलंपिक तैराकों समेत ओलंपिक टीम के 100 से अधिक सदस्य को 14 दिन के लिए अनिवार्य रूप से चरंटीन किया गया हैं।
टोक्यो से रवाना होने से पहले 200 और 400 मीटर फ्रीस्टाइल में स्वर्ण पदक विजेता एरियन टिटमस ने कहा कि वह कोरोना महामारी के बीच ओलंपिक में प्रतिस्पर्धा करने का अवसर मिलने के लिए आभारी हैं। ऑस्ट्रेलियाई ओलंपिक समिति (एओसी) ने कहा कि कुल 853 एथलीट और सहयोगी स्टाफ जापान से वाणिज्यिक और चंटास चार्टर्ड उड़ानों के जरिए 26 जुलाई से 14 अगस्त के बीच स्वदेश लौटेंगे।
ऑस्ट्रेलियाई ओलंपिक समिति (एओसी) के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) मैट कैरोल ने मंगलवार की रात जारी बयान में कहा,  वापसी करने वाली टीम के सदस्यों को विदेशों से लौटने ऑस्ट्रेलियाई नागरिकों के अंतरराष्ट्रीय आगमन के क्षेत्र में नहीं लाया जाएगा। ऑस्ट्रेलिया ओलंपिक टीम के एथलीट और अधिकारी अंतरराष्ट्रीय आगमन कोटे में शामिल नहीं हैं जो राष्ट्रीय कैबिनेट द्वारा निर्धारित किया गया है। भले ही टीम के सदस्यों को वैक्सीन लगाई गई है और खेलों में हर दिन उनका कोरोना टेस्ट किया गया है, लेकिन उन्हें अन्य ऑस्ट्रेलियाई नागरिकों की तरह स्वदेश लौटने पर 14 दिनों के लिए चरंटीन में रहना होगा और प्रत्येक राज्य और क्षेत्र की आवश्यकताओं के अनुसार नियमित परीक्षण से गुजरना होगा।
आम तौर पर टीम के वापस आने के बाद उत्साहजनक भीड़ और परिवार के साथ भावनात्मक पुनर्मिलन होता है, लेकिन इस बार एथलीटों की मुलाकात मास्क लगाए अधिकारियों और पुलिसकर्मियों से हुई। इस दौरान उनका तापमान जांचा गया तथा कागजी कार्रवाई की जांच की गई।
कैरोल ने कहा,  हमें अस्वीकार्य व्यवहार की खबरों के बारे में पता है, जिसमें 30 जुलाई को जापान से सिडनी की उड़ान में रग्बी और फुटबॉल टीम के सदस्य शामिल थे। एयरलाइन से कोई औपचारिक शिकायत नहीं मिली है, लेकिन अस्वीकार्य व्यवहार हमारे ध्यान में लाया गया है और मैंने सीधे हमारे सदस्य खेल सीईओ के सामने यह मुद्दा उठाया है। यह बेहद निराशाजनक है, लेकिन रग्बी और फुटबॉल टीम दोनों ने मुझे बताया है कि इस तरह का व्यवहार निश्चित रूप से उनके खेल में स्वीकार्य नहीं है और मैंने ईमानदारी से ऑस्ट्रेलियाई ओलंपिक टीम से माफी मांगी है।
उल्लेखनीय है कि ऑस्ट्रेलिया तैराकों ने इस बार नौ स्वर्ण पदक जीत कर इतिहास रचा है। स्वर्ण पदकों की यह संख्या पिछले दो ओलंपिक खेलों की संख्या से भी अधिक है। इस रिकॉर्ड ने मेलबोर्न में 1956 के घरेलू ओलंपिक में तैराकी में आठ स्वर्ण पदक जीतने के रिकॉर्ड को भी तोड़ा है।
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)आईओसी ने बेलारूसी धाविका के मामले में अनुशासनात्मक आयोग नियुक्त किया : एडम्स
टोक्यो , । अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति (आईओसी) ने बेलारूस की धाविका क्रिस्टीना तिमानोव्सकाया के मामले में अनुशासनात्मक आयोग नियुक्त किया है।
आईओसी के प्रवक्ता मार्क एडम्स ने आज यहां बताया कि बेलारूसी धाविका क्रिस्टीना तिमानोव्सकाया के मामले में एक अनुशासनात्मक आयोग को नियुक्त किया है। उन्होंने कहा कि आयोग बेलारूस के प्रतिनिधिमंडल के दो सदस्यों आर्टुर शुमाक और यूरी मोइसेविच के कार्यों की जांच करेगा।
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)अमेरिकी धाविका सिडनी मैकलॉघलिन ने महिलाओं की 400 मीटर बाधा दौड़ में जीता स्वर्ण
टोक्यो , । अमेरिकी धाविका सिडनी मैकलॉघलिन ने आज टोक्यो ओलंपिक में अपना पुराना विश्व रिकॉर्ड तोड़ते हुए महिलाओं की 400 मीटर बाधा दौड़ में स्वर्ण पदक जीता।
उन्होंने 51.40 सेकेंड में दौड़ पूरी कर पहला ओलंपिक स्वर्ण पदक अपने नाम किया। वहीं उनकी हमवतन और रियो ओलंपिक 2016 की स्वर्ण पदक विजेता दलीला मुहम्मद ने 51.58 सेकेंड के समय के साथ रजत पदक जीता तथा नीदरलैंड की फेम्के बोल ने 52.03 सेकेंड में दौड़ पूरी कर कांस्य पदक हासिल किया।
2019 विश्व चैंपियनशिप की रजत पदक विजेता 21 वर्षीय सिडनी ने इससे पहले जून में ओलंपिक ट्रायल में 51.90 सेकेंड में 400 मीटर बाधा दौड़ पूरी कर विश्व रिकॉर्ड बनाया था। ओलंपिक फाइनल में आज उन्होंने 51.40 सेकेंड का एक नया विश्व रिकॉर्ड बना कर बड़ी उपलब्धि हासिल की।
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)क्यूबा ने टोक्यो ओलंपिक में दो और स्वर्ण जीते
टोक्यो , । क्यूबा ने टोक्यो ओलंपिक में अपने बेड़े में दो और स्वर्ण पदक जोड़े, जिससे टूर्नामेंट में अब तक उसके कुल स्वर्ण पदकों की संख्या चार हो गई।
पहला स्वर्ण तब आया जब सर्गेई टोरेस और फर्नांडो दयान ने पुरुषों के कैनो युगल 1000 मीटर फाइनल में पहला स्थान हासिल किया, जबकि दूसरा स्वर्ण मुक्केबाजी में आया। मुक्केबाज रोनील इग्लेसियस ने मंगलवार को कोरोना महामारी के दौरान हवाना के बाहरी इलाके में एक बायो-बबल में प्रशिक्षण के बाद अपना दूसरा ओलंपिक स्वर्ण पदक जीता।
इससे पहले सोमवार को क्यूबा के ग्रीको-रोमन पहलवान मिजैन लोपेज और लुइस ओर्टा ने देश के लिए पहला स्वर्ण पदक हासिल किया था। इस बीच पुरुषों की 25 मीटर रैपिड फायर पिस्टल स्पर्धा के दौरान लेउरीज पुपो ने दूसरा स्थान हासिल किया, जबकि याइमी पेरेज ने महिलाओं के डिस्कस फाइनल में कांस्य पदक जीता। इसके अलावा जुआन मिगुएल एचेवरिया ने लंबी कूद में रजत पदक जीता, जिसमें उनके हमवतन मेकेल मासो कांस्य ले जाने में सफल रहे।
उल्लेखनीय है कि क्यूबा ने 1900 के पेरिस खेलों में अपने ओलंपिक पदार्पण के बाद से अब तक कुल 226 पदक जीते हैं, जो ओलंपिक इतिहास में लैटिन अमेरिकी और कैरेबियाई देशों में सर्वाधिक हैं। कुल पांच स्वर्ण पदक जीतने के अनुमान के साथ क्यूबा को टोक्यो ओलंपिक में ओवरऑल पदक जीतने के मामले में शीर्ष 20 में जगह बनाने की उम्मीद है।
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)शिवपाल सिंह पुरुष भाला फेंक के फाइनल में पहुंचने में नाकाम
टोक्यो , । भारतीय भाला फेंक एथलीट शिवपाल सिंह चलीफिकेशन राउंड में निराशाजनक प्रदर्शन के कारण पुरुषों के भाला फेंक फाइनल के लिए चलीफाई करने में नाकाम रहे। इसी के साथ उनका टोक्यो ओलंपिक का सफर भी खत्म हो गया।
शिवपाल अपने तीनों प्रयासों में 80 के चिन्ह पर भी नहीं पहुंच पाए। उनका सर्वश्रेष्ठ थ्रो 76.40 का रहा, जो चलीफाई करने के लिए पर्याप्त साबित नहीं रहा। तीनों प्रयासों में क्रमश: 76.40, 74.80 और 74.81 मीटर के थ्रो के साथ वह ग्रुप बी में 12वें स्थान पर रहे, जबकि पाकिस्तान के भाला फेंक एथलीट अरशद नदीम सर्वश्रेष्ठ 85.16 मीटर के थ्रो के साथ ग्रुप टॉपर रहे।
इसमें कोई संदेह नहीं है कि शिवपाल भी अपने इस प्रदर्शन से निराश होंगे, क्योंकि उनका व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ थ्रो 86.23 मीटर है, जो उन्होंने दोहा में 2019 एशियाई चैंपियनशिप में लगाया था। इतना ही नहीं शिवपाल ने टोक्यो ओलंपिक 2020 के लिए चलीफाई करने के लिए भी 85.47 मीटर का थ्रो फेंका था।
उल्लेखनीय है कि इससे पहले आज सुबह अन्य भारतीय भाला फेंक एथलीट नीरज चोपड़ा ने 86.65 मीटर के थ्रो के साथ सीधे चलीफिकेशन से पुरुषों के भाला फेंक फाइनल में प्रवेश किया। वह अब शनिवार को फाइनल में स्पर्धा करेंगे।
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()ब्राजील की तैराक एना मार्सीला ने महिला मैराथन तैराकी में जीता स्वर्ण
टोक्यो , । ब्राजील की तैराक एना मार्सीला कुन्हा ने टोक्यो ओलंपिक खेलों में महिलाओं की 10 किमी मैराथन तैराकी में स्वर्ण पदक जीता।
मार्सीला ने एक घंटा 59 मिनट और 30.8 सेकेंड के समय के साथ स्वर्ण अपनी झोली में डाला, जबकि नीदरलैंड की अहरोन वान रौवेंडाल ने रजत पदक जीता, जिन्होंने एक घंटा 59 मिनट 31.7 सेकेंड के समय के साथ दूरी तय की। कांस्य पदक ऑस्ट्रेलिया की करीना ली के नाम गया, जिनका समय एक घंटा 59 मिनट 32.5 सेकेंड रहा।
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चौथा टी-20 मैच बारिश से धुलने के बाद 1-0 से पाकिस्तान के नाम सीरीज
गयाना , । वेस्ट इंडीज और पाकिस्तान दोनों को एक और निराशाजनक दिन का सामना करना पड़ा, क्योंकि दोनों टीमों के बीच चौथा और आखिरी टी-20 मैच भी तीन ओवर के खेल के बाद बारिश से धुल गया। मैच के बारिश के कारण रद्द होने के साथ ही चार मैचों की सीरीज 1-0 से पाकिस्तान के नाम हो गई।
सीरीज का दूसरा मैच एकमात्र मैच रहा जो पूरा हो पाया, जिसमें मेहमान टीम पाकिस्तान ने मेजबान को सात रन से हराया और सीरीज अपने नाम की। इससे पहले शुरुआती मैच में नौ और तीसरे मैच में महज 1.2 ओवर का खेल ही हो पाया।
उल्लेखनीय है कि क्रिकेट वेस्ट इंडीज और पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने मूल रूप से निर्धारित पांच मैचों की इस श्रृंखला से एक मैच काटने के लिए पारस्परिक रूप से सहमति व्यक्त की, क्योंकि इससे पहले खेली गई वेस्ट इंडीज-ऑस्ट्रेलिया एकदिवसीय श्रृंखला कोरोना से प्रभावित हुई थी। सीरीज के ये चार मैच दोनों टीमों के लिए बेहद महत्वपूर्ण थे, क्योंकि दोनों टीमें इस साल के अंत में टी-20 विश्व कप की ओर बढ़ रही हैं।
चौथे मैच में बारिश के मौसम के मद्देनजर मेजबान वेस्ट इंडीज टीम ने टॉस जीत कर बल्लेबाजी चुनी। सलामी बल्लेबाज आंद्रे फ्लेचर ने पाकिस्तान के अनुभवी स्पिनर मोहम्मद हफीज के खिलाफ शुरुआती ओवर में 14 रन बनाए, जबकि यूनीवर्स बॉस क्रिस गेल ने मोहम्मद वसीम जूनियर के खिलाफ अगले ओवर में 12 रन बनाए। हसन अली ने तीसरे ओवर में चार रन देकर रन रेट को नियंत्रण में किया और इन तीन ओवरों के बाद बारिश ने मैच को प्रभावित किया और अंत में अधिकारियों को मैच रद्द करना पड़ा।
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)बंगलादेश ने ऑस्ट्रेलिया को पहली बार टी-20 में हराया
ढाका , । लेफ्ट आर्म स्पिनर नासुम अहमद (19 रन पर चार विकेट) क़ी घातक गेंदबाजी की बदौलत बंगलादेश ने ऑस्ट्रेलिया को पहली बार टी 20 मुकाबले में 23 रन से हराकर पांच मैचों क़ी सीरीज में 1-0 क़ी बढ़त बना ली।
बंगलादेश ने 20 ओवर में सात विकेट पर 131 रन बनाने के बाद ऑस्ट्रेलिया को 20 ओवर में 108 रन पर ढेर कर दिया। नासुम अहमद को प्लेयर ऑफ द मैच का पुरस्कार दिया गया। बंगलादेश की पारी में आल राउंडर शाकिब अल हसन ने 33 गेंदों में तीन चौकों की मदद से सर्वाधिक 36 रन , मोहम्मद नईम ने 29 गेंदों पर दो चौकों और दो छक्कों के सहारे 30 रन और अफीफ हुसैन ने 17 गेंदों में तीन चौकों के सहारे 23 रन बनाये।
ऑस्ट्रेलिया के लिए मिशेल मार्श ने 45 गेंदों पर सबसे ज्यादा 45 रन बनाये। नासुम अहमद के चार विकेटों के अलावा मुस्ताफिजुर रहमान और शरीफुल इस्लाम ने दो-दो विकेट हासिल किये।
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)नेपाल के पूर्व कप्तान पारस खडका ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से लिया संन्यास
काठमांडू । नेपाल क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान एवं ऑलराउंडर पारस खडका ने सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने की घोषणा की है।
34 वर्षीय पारस ने नेपाल के लिए 10 एकदिवसीय और 33 टी-20 मैच खेले हैं, जिसमें उन्होंने 1114 रन बनाए हैं। इसमें सात बार पचास से अधिक स्कोर शामिल हैं। उनके नाम 17 अंतरराष्ट्रीय विकेट भी हैं। उन्होंने 2004, 2006 और 2008 में तीन अंडर-19 विश्व कप में नेपाल का प्रतिनिधित्व किया, जिसके बाद 2009 में उन्हें टीम का कप्तान बनाया गया।
उनकी सबसे बड़ी उपलब्धि 2013 के चलीफायर में तीसरे स्थान पर रहने के बाद बंगलादेश में 2014 आईसीसी पुरुष टी-20 विश्व कप में अपने देश को फ्रंट से लीड करना था । उन्होंने नीदरलैंड के खिलाफ 2018 में टीम को पहली एकदिवसीय जीत भी दिलाई थी।
पारस ने एक बयान में कहा,  नेपाल के लिए खेलना मेरी सबसे बड़ी उपलब्धि रही है और इसके लिए मैं हमेशा अपने कोचों, खिलाडिय़ों, प्रशंसकों, हितधारकों, दोस्तों और परिवार के प्रति उनके निरंतर समर्थन के लिए ऋणी रहूंगा। मैंने 2002 में 15 साल की उम्र में क्रिकेट करियर की शुरुआत की थी। एक क्रिकेटर के रूप में मैंने अपना दिल और जान दी है और हमेशा अपने देश के लिए सर्वश्रेष्ठ हासिल करने का सपना देखा है। मेरा अंतिम सपना है कि नेपाल में एक बेहतर क्रिकेट प्रणाली हो, जिसके लिए मैंने पिछले दो दशकों में अपनी सारी ऊर्जा खर्च की है। मुझे विश्वास है कि सभी के ईमानदार प्रयासों और इरादों के साथ हम और अधिक ऊंचाइयों तक पहुंचने में सक्षम होंगे।
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)उज्बेकिस्तान के अकबर जुराएव ने 109 किग्रा वर्ग भारोत्तोलन में जीता स्वर्ण
टोक्यो , । उज्बेकिस्तान के भारोत्तोलक अकबर जुराएव ने आर्मेनिया के साइमन मार्टिरोसियन को हरा कर टोक्यो ओलंपिक में भारोत्तोलन के 109 किलोग्राम भार वर्ग में स्वर्ण पदक जीता। मार्टिरोसियन को रजत तो वहीं लातविया के आर्टर्स प्लेस्नीक्स ने कांस्य पदक हासिल किया।
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लल्ल)रहाणे को इंग्लैंड टेस्ट सीरीज के दौरान शॉर्ट पिच गेंदों के खिलाफ काम करने की जरूरत : वीवीएस लक्ष्मण
नयी दिल्ली , । पूर्व भारतीय बल्लेबाज वीवीएस लक्ष्मण ने कहा है कि भारतीय उप कप्तान अजिंक्या रहाणे आज नॉटिंघम में शुरू होने वाली भारत-इंग्लैंड टेस्ट सीरीज के लिए भारतीय टीम के बल्लेबाजी क्रम के एक महत्वपूर्ण सदस्य हैं, लेकिन उन्हें शार्ट पिच गेंदों के खिलाफ काम करने की जरूरत है।
लक्ष्मण ने टेस्ट सीरीज से पहले स्टार स्पोर्ट्स के कार्यक्रम ‘ गेम प्लान Ó के दौरान कहा,  मुझे अब भी याद है कि जिस तरह से उन्होंने लॉर्ड्स या मेलबोर्न में विदेशी परिस्थितियों में बल्लेबाजी की। इतना ही जिस तरह से वह दक्षिण अफ्रीका में खेले, उससे साबित होता है कि वह भारतीय टीम के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। वह जब भी क्रीज पर होते हैं तो रन बनाते हैं। वह विपक्षी टीम के गेंदबाजी आक्रमण पर हावी रहते हैं, लेकिन मुझे लगता है कि एक चीज जो रहाणे को सुलझानी चाहिए, वह है शॉर्ट पिच गेंदों के खिलाफ उनका गेम प्लान।
पूर्व भारतीय बल्लेबाज ने कहा,  विश्व टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल में न्यूजीलैंड के खिलाफ सीरीज में आपने देखा था। यह गेंदबाजी लाइन विपक्ष का गेम प्लान था जिसमें शॉर्ट पिच गेंदों का एक बैरल सेट किया गया था और रहाणे के पास पुल शॉट बनाने के लिए केवल एक ही विकल्प था, लेकिन जब आप उच्चतम स्तर पर खेलते हैं तो आपको यह भी पता होना चाहिए कि कौन सी गेंद को पुल शॉट खेलना है और किस गेंद को जाने देना है। मुझे लगता है कि यही वह क्षेत्र है जिस पर रहाणे काम करते हैं और उन्हें गारंटी मिली है। मुझे यकीन है कि वह

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