द्वाराहाट में श्री गोल्ज्यू यात्रा का भव्य स्वागत
अल्मोड़ा। श्रीगोल्ज्यू संदेश यात्रा का द्वाराहट में भव्य स्वागत किया गया। शुक्रवार सुबह यात्रा इंजीनियरिंग कॉलेज के सरस्वती मंदिर से सलना गांव के गोल्ज्यू मंदिर पहुंची। उसके बाद नगर में प्रवेश कर सर्वप्रथम मृंत्युंजय मंदिर पहुंची। उसके बाद मुख्य चौराहे स्थित कुलदेवी व हनुमान मंदिर में परिक्रमा कर गोल्ज्यू मंदिर कालीखोली में महिलाओं ने पारम्परिक वेशभूषा में पुष्प चढ़ाकर यात्रा का स्वागत किया। इस दौरान गोल्ज्यू के जयकारे लगते रहे। द्वाराहाट में पूजा-अर्चना के बाद यात्रा गढ़वाल मंडल के पौढ़ी के लिए रवाना हुई। गुरुवार को यात्रा ताड़ाखेत के बाद दूरस्थ क्षेत्र के विख्यात चमड़खान गोल्ज्यू मंदिर पहुंची थी। इस दौरान अलग-अलग स्थानों पर गोल्ज्यू चौपाल लगाकर स्थानीय समस्याओं और रोजगारोन्मुख कार्यक्रमों पर भी चर्चा की गयी।
ये रहे मौजूद- श्री गोल्ज्यू संदेश यात्रा में प्रदेश संयोजक पूर्व आईजी व अ.ज.आयोग के उपाध्यक्ष गणेश सिंह मर्तोलिया, विजय भट्ट, संयोजक संजय मठपाल, पूर्व विधायक महेश नेगी, नगर पंचायत अध्यक्ष मुकुल साह, भूपेन्द्र कांडपाल, ललित चौधरी, मुकुल चौधरी, उषा साह, ममता भट्ट, सीमा साह, अनिल काकू, कमल साह, शैलू साह, विनोद भट्ट, हेमंत साह, धीरेन्द्र मठपाल, बीरेन्द्र बजेठा, कुंदन सिंह आदि मौजूद रहे।
संस्कृति संवर्धन व धार्मिक पर्यटन से रोजगार सृजन जरूरी : मर्तोलिया
श्री गोल्ज्यू संदेश यात्रा के प्रदेश संयोजक गणेश मर्तोलिया ने कहा कि संस्कृति के संवर्धन व संरक्षण के साथ धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देकर निश्चित ही स्वरोजगार व रोजगार के अवसर तलाशे जा सकते हैं। उन्होंने बताया कि अपनी धरोहर संस्था के माध्यम से चलायी जा रही यात्रा का उद्देश्य उत्तराखंड की पहचान व विरासत को जीवंत करनार है। साथ ही उत्तराखंड के शिल्पकार, मूर्तिकार, लोहार, जगरिये, डंगरिये, लोकगायक, वाद्य यंत्र बनाने वालों कलाकारों को भी चिन्हित करने का प्रयास है। मर्तोलिया ने बताया कि पूरे प्रदेश में 22 सौ किलोमीटर की यात्रा का समापन 5 मई को घोड़ाखाल में होगा। जिसके बाद पूरे प्रदेश में श्री गोल्ज्यू धार्मिक सर्किट बनाने के लिए ड्राफ्ट तैयार कर प्रदेश सरकार को सौंपा जायेगा। इस दौरान संगठन के सचिव विजय भट्ट, श्याम सिंह रौतेला आदि भी मौजूद रहे।