March 15, 2025

आरबीआई ने रेपो रेट में बढ़ोतरी की, वित्तीय वर्ष में महंगाई और बढऩे के दिए संकेत

आरबीआई ने रेपो रेट में बढ़ोतरी की, वित्तीय वर्ष में महंगाई और बढऩे के दिए संकेत
मुंबई, । भारतीय रिजर्व बैंक ने रेपो दर को 50 आधार अंकों से बढ़ाकर 4.9 प्रतिशत कर दिया है,। गवर्नर शक्तिकांत दास ने बुधवार को कहा कि मुद्रास्फीति इस वित्तीय वर्ष की तीन तिमाहियों के लिए अपर टोलरेंस लेवल से ऊपर रहने की संभावना है।
वह सोमवार को शुरू हुई तीन दिवसीय मौद्रिक नीति समीक्षा बैठक के समापन के बाद एक संवाददाता सम्मेलन में बोल रहे थे।
मई की शुरुआत में, आरबीआई ने एक आश्चर्यजनक ऑफ-साइकिल बैठक में, अर्थव्यवस्था में बढ़ती मुद्रास्फीति की चिंताओं के बीच रेपो रेट को 40 आधार अंकों (बीपीएस) से बढ़ाकर 4.40 प्रतिशत कर दिया। रेपो रेट वह रेट है जिस पर केंद्रीय बैंक बैंकों को अल्पकालिक धन उधार देता है।
उसी ऑफ-साइकिल बैठक में, केस रिजर्व रेशियो को 50 आधार अंकों से बढ़ाकर 4.5 प्रतिशत कर दिया गया था।
भारत की खुदरा मुद्रास्फीति अप्रैल में बढक़र 7.79 प्रतिशत हो गई, जो लगातार चौथे महीने केंद्रीय बैंक आरबीआई की सहनशीलता सीमा से ऊपर रही। इस बात की बहुत अधिक संभावना है कि खुदरा मुद्रास्फीति अगले कुछ महीनों तक 6 प्रतिशत से ऊपर बनी रहेगी।
दास ने बुधवार को स्पष्ट रूप से कहा कि भारत की खुदरा मुद्रास्फीति वित्त वर्ष 2023 की तीसरी तिमाही तक 6 प्रतिशत से नीचे रहने से पहले टोलरेंस लेवल से ऊपर रहने की संभावना है।
वित्त वर्ष 2023 के लिए, आरबीआई ने सामान्य मानसून और औसत कच्चे तेल की कीमत 105 डॉलर प्रति बैरल को ध्यान में रखते हुए, पहली तिमाही में 7.5 प्रतिशत, दूसरी तिमाही में 7.4 प्रतिशत, तीसरी तिमाही में 6.2 प्रतिशत और चौथी तिमाही में 5.8 प्रतिशत के साथ समग्र मुद्रास्फीति को देखा।
विशेष रूप से, देश में थोक मुद्रास्फीति पिछले एक साल से अधिक समय से दोहरे अंकों में है।
दास ने कहा कि विकास के लिए, वित्त वर्ष 23 में भारत की वास्तविक जीडीपी वृद्धि व्यापक रूप से संतुलित जोखिमों के साथ 7.2 प्रतिशत देखी गई है, पहली तिमाही में 16.2 प्रतिशत, दूसरी तिमाही में 6.2 प्रतिशत, तीसरी तिमाही में 4.1 और चौथी तिमाही में 4.0 देखी गई है।
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अब भुगतान के लिये क्रेडिट कार्ड भी जुड़ेगा यूपीआई से, आरबीआई ने दी अनुमति
मुंबई, । भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने बुधवार को क्रेडिट कार्ड को यूपीआई (यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस) से जोडऩे की अनुमति दी। इस सुविधा से और लोग इस ऐप के जरिये भुगतान कर सकेंगे।
फिलहाल यूपीआई उपयोगकर्ता के डेबिट कार्ड के जरिये बचत या चालू खातों को जोडक़र भुगतान को सुगम बनाता है।
आरबीआई के गवर्नर शक्तिकांत दास ने द्विमासिक मौद्रिक नीति समीक्षा के बारे में जानकारी देते हुए कहा, …क्रेडिट कार्ड को यूपीआई से जोडऩे का प्रस्ताव है।
उन्होंने कहा कि इसकी शुरुआत आरबीआई प्रवर्तित भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (एनपीसीआई) द्वारा जारी रूपे क्रेडिट कार्ड से होगी। प्रणाली के विकास के साथ सुविधा उपलब्ध होगी।
दास ने कहा कि नई व्यवस्था से ग्राहकों को यूपीआई मंच के माध्यम से भुगतान करने के लिये अधिक विकल्प और सुविधा मिलने की उम्मीद है।
यूपीआई देश में भुगतान का लोकप्रिय माध्यम बन गया है। इस मंच से करीब 26 करोड़ उपयोगकर्ता और पांच करोड़ कारोबारी जुड़े हैं।
दास ने कहा कि मई महीने में इस मंच के जरिये 10.40 लाख करोड़ रुपये के 594.63 करोड़ लेन-देन हुए।
उन्होंने कहा कि प्रीपेड भुगतान उत्पादों (पीपीआई) के उपयोग को व्यापक बनाने की सुविधा से भुगतान को लेकर पीपीआई की यूपीआई भुगतान प्रणाली तक पहुंच सुगम हुई है।
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(मुंबई)आरबीआई की मौद्रिक नीति समीक्षा के बाद शुरुआती गिरावट से उबरा बाजार
मुंबई,08 जून । शेयर बाजार बुधवार को शुरुआती गिरावट से उबर गए और सुबह के कारोबार में बीएसई सेंसेक्स में 317 अंक का उछाल आया। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) द्वारा पेश मौद्रिक नीति समीक्षा में कहा गया है कि शहरों और गांवों में मांग में धीरे-धीरे सुधार आ रहा है। इसके अलावा केंद्रीय बैंक ने चालू वित्त वर्ष के लिये वृद्धि दर के अनुमान को 7.2 प्रतिशत पर बरकरार रखा है
तीस शेयरों पर आधारित बीएसई सेंसेक्स सुबह के कारोबार में 316.63 अंक चढक़र 55.423.97 अंक पर पहुंच गया।
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 97.95 अंक की तेजी के साथ 16,514.30 अंक पर पहुंच गया।
आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने 2022-23 की तीसरी मौद्रिक नीति समीक्षा में कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था मजबूत बनी हुई है और केंद्रीय बैंक वृद्धि को समर्थन देता रहेगा। केंद्रीय बैंक की मौद्रिक नीति समिति ने प्रमुख नीतिगत दर रेपो को 0.5 प्रतिशत बढ़ाकर 4.9 प्रतिशत कर दिया है।