नसीम शाह के छक्कों ने जावेद मियांदाद के आखिरी गेंद पर मारे गए छक्के की याद दिला दी: बाबर आजम
शारजाह ,। पाकिस्तान के कप्तान बाबर आजम ने अफगानिस्तान के खिलाफ आखिरी ओवर में रोमांचक जीत दर्ज करने के बाद कहा कि उनके 10वें नंबर के बल्लेबाज नसीम शाह के मैच विजयी छक्कों ने उन्हें लीजेंड क्रिकेटर जावेद मियांदाद के कुछ दशक पहले भारत के चेतन शर्मा की आखिरी गेंद पर मारे गए छक्के की याद दिला दी।
पाकिस्तान को फाइनल में पहुंचने और भारत को होड़ से बाहर रखने के लिए 10 गेंदों में 20 रन की जरूरत थी और उसके दो विकेट बाकी थे। ऐसी स्थिति में नदीम शाह मैदान में उतरे। नसीम ने इससे पहले तक टी20 में मात्र एक गेंद का सामना किया था। दूसरे छोर पर अनुभवी आसिफ अली मौजूद थे।
लेकिन पाकिस्तानी खेमे में उस समय हड़बड़ाहट फैल गयी जब आसिफ 19वें ओवर में आउट हो गए। नसीम ने यहीं से खुद मोर्चा संभालने का फैसला किया। पाकिस्तान को अब भी 13 रन की जरूरत थी।
फजलहक फारूकी, जिनका गेंदबाजी विश्लेषण उस समय तक 3-0-19-3 था, और उन्हें आखिरी ओवर की जिम्मेदारी दी गयी। नसीम ने कहा कि वह उनके सामने आने वाली यॉर्कर के लिए भी तैयार थे।
आखिरी ओवर में नसीम शाह ने लगातार दो छक्के मारकर जीत पाकिस्तान की झोली में डाल दी और टीम को फाइनल में पहुंचा दिया।
कप्तान बाबर आजम ने नसीम की तारीफ करते हुए कहा कि उनके छक्कों ने उन्हें मियांदाद के मैच विजयी छक्के की याद दिला दी। मियांदाद ने जब यह उपलब्धि हासिल की थी तब बाबर आजम का जन्म भी नहीं हुआ था।
बाबर आजम ने कहा, ईमानदारी से कहूं तो ड्रेसिंग रूम में तनावपूर्ण माहौल था। हम बढिय़ा पार्टनरशिप बनाने में सफल नहीं हो पाए। उनकी टीम में जिस तरीके के गेंदबाज हैं, शारजाह जैसी पिच पर यह और ज्यादा कठिन हो जाता है। हमने गेंदबाजी बढिय़ा की लेकिन बल्लेबाजी में हम बढिय़ा पार्टनरशिप बनाने में कामयाब नहीं हो पाए। हमारे दिमाग में एक बात थी कि नसीम बड़े सिक्सर लगा सकता है और उसमें वह सफल भी रहा। उनके छक्कों ने मुझे जावेद मियांदाद के शारजाह में मारे गए छक्के की याद दिला दी।
मियांदाद ने ऑस्ट्रल-एशिया कप के फाइनल में भारत के चेतन शर्मा की आखिरी गेंद पर छक्का मारकर पाकिस्तान को यादगार जीत दिला दी। इसे क्रिकेट में सबसे आइकोनिक फिनिश में से एक माना जाता है।
पाकिस्तान के कप्तान ने कहा, नसीम ने जिस अंदाज में मैच समाप्त किया उसके बाद का माहौल आप देख सकते हैं।
नसीम शाह ने कहा, मुझे पता था कि मैं सिक्सर मार सकता हूं। साथ ही मुझे यह भी पता था कि गेंदबाज मुझे यॉर्कर मारने का प्रयास करेंगे। मैं अपने पार्टनर से भी यही बात कर रहा था कि हम बड़े शॉट लगा सकते हैं। जब आसिफ बल्लेबाजी कर रहे थे तो मैं सिंगल देने का प्रयास कर रहा था लेकिन जब वो आउट हुए तो मैं बड़े शॉट लगाने का प्रयास कर रहा था। एक पल के लिए तो मैं यह भूल गया था कि मैं बोलर हूं।
विश्व कप के लिए 95 प्रतिशत टीम तय है : रोहित
दुबई,र। एशिया कप में जल्दी बाहर होने की कगार पर खड़ी भारतीय क्रिकेट टीम को लचर प्रदर्शन के कारण आलोचकों का सामना करना पड़ रहा है लेकिन कप्तान रोहित शर्मा ने कहा कि ऑस्ट्रेलिया में होने वाले विश्वकप के लिए टीम लगभग तय हो चुकी है।
अस्वस्थ आवेश खान और चोटिल रविंद्र जडेजा की अनुपस्थिति में भारत के पास भुवनेश्वर कुमार और अर्शदीप सिंह के रूप में केवल दो अग्रणी तेज गेंदबाज मौजूद हैं। हार्दिक पंड्या तेज गेंदबाजी के तीसरे विकल्प हैं।
आक्रमण में धार नहीं होने के कारण भारत को एशिया कप सुपर चार में पाकिस्तान और श्रीलंका से हार का सामना करना पड़ा। भारतीय गेंदबाज क्रमश: 181 और 173 रन का बचाव नहीं कर पाए थे।
रोहित ने श्रीलंका के खिलाफ हार के बाद कहा, विश्वकप के लिए हमारी 90 से 95 प्रतिशत टीम तय है।
कप्तान ने कहा कि वह एशिया कप में कुछ प्रयोग करना चाहते थे और यह देखना चाहते थे कि चार विशेषज्ञ गेंदबाजों का उपयोग करने पर क्या होता है।
रोहित ने कहा, जब आप प्रयोग की बात करते हैं तो हम कुछ चीजें आजमाना चाहते थे। अगर आप एशिया कप से पहले हमारे संयोजन को देखें तो हम चार तेज गेंदबाजों और दो स्पिनरों के साथ खेल रहे थे। इसमें दूसरा स्पिनर ऑलराउंडर था।
उन्होंने कहा, मैं हमेशा प्रयास करना चाहता हूं और यह देखना चाहता हूं अगर हम तीन तेज गेंदबाजों और दो स्पिनरों के साथ खेलते हैं तो क्या होता है। इनमें तीसरा स्पिनर ऑलराउंडर होगा। हम अभी इसकी जवाब की तलाश में हैं।
टीम प्रबंधन विशेष तौर पर यह देखना चाहता था कि हार्दिक तीसरे तेज गेंदबाज के रूप में टीम संयोजन में फिट है कि नहीं।
रोहित ने कहा, मैं विश्वकप के लिए तैयार होना चाहता हूं जहां आप को कड़ी चुनौती का सामना करना होगा। जब आप विश्व कप जैसी प्रतियोगिता में खेलने के लिए जाते हैं तो सभी चीजों के जवाब आपके पास होने चाहिए। हार्दिक पंड्या की वापसी हो गई है और इसलिए हम तीन तेज गेंदबाजों के साथ खेल सकते हैं।
उन्होंने कहा, यह जानना अच्छा रहा कि तीन तेज गेंदबाजों और दो स्पिनरों के साथ खेलने से क्या हो सकता है। इन हार से हमें कई चीजें सीखने को मिली।
रोहित ने एक तरफ तो कहा कि विश्वकप के लिए 95 प्रतिशत टीम तय है वहीं दूसरी तरफ कहा कि उन्हें अभी कुछ चीजों के जवाब तलाशने हैं।
उन्होंने कहा, कई ऐसे सवाल हैं जिनके हमें जवाब चाहिए और इस दौरान हमने जो तीन चार श्रृंखलाएं खेली उन्हें हमें कुछ जवाब मिले। अभी यह कहने में समय है कि विश्वकप के लिए हम यह संयोजन चाहते हैं। अभी हमने विश्व कप से पहले दो श्रृंखलाएं और खेलनी हैं। हम टीम घोषित होने से पहले कुछ अन्य खिलाडिय़ों को आजमा सकते हैं।
रोहित से लगातार इस पर सवाल किए गए कि दीपक हुड्डा को जब एक भी ओवर नहीं दिया गया तो फिर उन्हें सातवें नंबर पर बल्लेबाजी के लिए क्यों भेजा गया।
उन्होंने कहा, हां हमारे पास गेंदबाजी में छठा विकल्प था लेकिन हम पांच विकल्पों को ही आजमाना चाहते थे और यह देखने चाहते थे कि क्या होता है और क्या नहीं होता है। यदि हमें जल्दी विकेट मिल जाते तो हम हुड्डा को जरूर भेज देते। ऐसी मेरी रणनीति थी। छह विकल्प होना हमेशा अच्छा होता है।
रोहित ने कहा कि दाएं और बाएं हाथ के बल्लेबाज का संयोजन बनाने के लिए दिनेश कार्तिक को अंतिम एकादश में जगह नहीं मिली। उनकी जगह ऋषभ पंत को टीम में लिया गया लेकिन वह मौकों का फायदा नहीं उठा पाए।
भारतीय कप्तान ने कहा, हम मध्यक्रम में बाएं हाथ का बल्लेबाज चाहते थे और इसलिए दिनेश कार्तिक को बाहर रखा गया। उनकी फॉर्म को देखकर यह फैसला नहीं किया गया। हम दबाव बनाने के लिए मध्यक्रम में बाएं हाथ का बल्लेबाज चाहते थे लेकिन हम दबाव नहीं बना पाए।
भारत भले ही फाइनल में जगह बनाने की स्थिति में नहीं है लेकिन रोहित ने कहा कि टीम में कुछ भी गलत नहीं है और वह जिस तरह से खेल रही है वह भी गलत नहीं है।
रोहित ने कहा, मुझे नहीं लगता कि कुछ गलत है। बाहर से लोग किस नजरिए से देख रहे हैं लेकिन हमें कुछ गलत नजर नहीं आता है।
००
(नईदिल्ली)रोमांचक मुकाबले में आपस में भिड़े पाक और अफगान के खिलाड़ी
नईदिल्ली,08 सितंबर । एशिया कप के सुपर-4 में पाकिस्तान ने एक रोमांचक मुकाबले में अफगानिस्तान को एक विकेट से हराया. अफगानिस्तान के दिए गए महज 130 रनों का पीछे करने उतरी पाकिस्तान टीम को जीत के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ी. आखिरी ओवर तक मैच अफगानिस्तान के मुठ्ठी में लग रहा था, लेकिन नसीम शाह ने दो गेंदों पर दो छक्के लगाकर अफगानिस्तान से जीत छीन लिया. मैच के आखिरी दो ओवर में इतना रोमांचक था कि पाकिस्तान के बल्लेबाज और अफगानिस्तान के गेंदबाज आपस में भिड़ गए. यहां तक की हाथापाई की भी नौबत आ गई. मामला इतना बढ़ गया कि खिलाडिय़ों और अंपायर्स को भी बीच बचाव के लिए आना पड़ा.
दरअसल यह वाकया उस दौरान हुआ जब पाकिस्तान की पारी का 19वां ओवर चल रहा था और आसिफ अली बल्लेबाजी कर रहे थे. फरीद अहमद की पांचवी गेंद पर आसिफ अली ने शानदार छक्का जड़ दिया. इसके अगले ही गेंद पर फरीद ने आसिफ अली को शार्ट फाइन लेग खड़े करीम जनत के हाथों कैच आउट करा दिया. जिसके बाद अफीद आसिफ के आगे जाकर हाथ दिखाकर विकेट सेलिब्रेट करने गए. इसके बाद असिफ उनसे भिड़ गए. आसिफ अली फरीद पर हाथ उठाते हुए नजर आए और फिर बल्ला भी दिखाया. उसके बाद फरीद अहमद उनसे सीना जोरी भी करने लगे. मामला इतना बढ़ गया कि बाकी खिलाडिय़ों और अंपायर को बीच बचाव में आना पड़ा.
आसिफ अली के आउट होते ही पाकिस्तान के सर पर हार का बादल मंडराने लगा. पाकिस्तान को जीत के लिए 7 गेंदों में 12 रनों की जरूरत थी और 9 विकेट गिर चुके थी. मैदान में नसीम शाह और मोहम्मद हसनैन बल्लेबाजी के क्रीज पर थे. 19वें ओवर के आखिरी बॉल पर नसीम शाह ने एक रन लेकर स्ट्राइक अपने पास रखी और 20वें ओवर के पहली दो गेंदों पर दो छक्के जड़ पाकिस्तान को 1 विकेट से जीत दिला दी. नसीम शाह ने 4 गेंदों पर 14 रनों की नाबाद पारी खेली.