हम उसके बिना भारत के बारे में नहीं सोच सकते’, कपिल देव ने की इस खिलाड़ी की तारीफ
बेटे की ‘फिनिशर’ की भूमिका देखने ऑस्ट्रेलिया पहुंचे कार्तिक के पिता
सिडनी। दूर से देखने पर कृष्ण कुमार पूर्व भारतीय फुटबॉल कप्तान प्रसून बनर्जी जैसे दिखते हैं। वह एक कोने में खड़े होकर भारतीय क्रिकेट टीम के अभ्यास सत्र का इंतजार कर रहे थे। यह व्यक्ति कोई और नहीं बल्कि दिनेश कार्तिक के पिता थे जो टी20 विश्वकप में भारतीय टीम के लिए अपने बेटे की फिनिशर की भूमिका को देखने के लिए यहां पहुंचे हैं ।
कार्तिक भारतीय टीम में सबसे उम्रदराज और सीनियर खिलाड़ी हैं। उन्होंने 2004 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पदार्पण किया था और संभवत वह अपना आखिरी आईसीसी टूर्नामेंट खेल रहे हैं। कृष्ण कुमार किसी खास बल्लेबाज को नहीं देख रहे थे। एक बार जब उन्होंने अपने मोबाइल का कैमरा शुरू किया तो उन्हें बता दिया गया कि वह इसका इस्तेमाल नहीं कर सकते हैं और ऐसा करना नियमों का उल्लंघन है।
इसके बाद पता चला कि वह दिनेश कार्तिक के पिता हैं तो पत्रकार भी उनके पास पहुंच गए। उन्होंने अपने बेटे की वापसी को लेकर कई यूट्यूब चैनलों से बात भी की। कार्तिक ऐसे क्रिकेटर हैं जो जब भी भारत के लिए खेलते हैं तो उनके माता-पिता उनका खेल देखने के लिए आते हैं। राहुल द्रविड़ की कप्तानी में जब कार्तिक टेस्ट क्रिकेट खेल रहे थे तब उनकी मां पद्मिनी अक्सर उनका मैच देखने के लिए आती थी। उनके पिता हालांकि रविवार को मेलबर्न में पाकिस्तान के खिलाफ हुए मैच को नहीं देख पाए थे क्योंकि तब वह यात्रा कर रहे थे।
टी20 विश्व कप : स्टार्क ने धनंजय डी सिल्वा को नहीं किया ‘मांकड़’, चेतावनी देकर छोड़ा
नई दिल्ली। आईसीसी टी20 वर्ड कप 2022 का 19वां मैच पर्थ में एशिया कप 2022 विजेता श्रीलंका बनाम मेजबान ऑस्ट्रेलिया के बीच चल रहा है। ऑस्ट्रेलियाई टीम अपने सुपर 12 अभियान के पहले मैच में न्यूजीलैंड से करारी हार के बाद श्रीलंकाई लायंस के खिलाफ शानदार क्रिकेट खेला और टीम को पहले गेंदबाजी करते हुए 157/6 के स्कोर पर रोक दिया। इस दौरान तेज गेंदबाज मिशेल स्टार्क सुर्खियों में रहे जिन्होंने श्रीलंकाई बल्लेबाज धनंजय डी सिल्वा को नॉन स्ट्राइकर एंड पर क्रीज छोड़ने के बाद चेतावनी देते हुए छोड़ दिया और रन आउट नहीं किया।
आरोन फिंच की अगुवाई वाली टीम ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का विकल्प चुना। मैच के पांचवें ओवर में ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाज मिशेल स्टार्क को श्रीलंका के बल्लेबाज धनंजय डी सिल्वा को नॉन-स्ट्राइकर एंड पर बहुत जल्दी क्रीज छोड़ने के लिए चेतावनी देते हुए देखा गया। 32 वर्षीय तेज गेंदबाज ने डी सिल्वा को क्रीज से थोड़ा जल्दी बाहर निकलने के लिए चेतावनी दी। एमसीसी के नियमों के अनुसार एक गेंदबाज बिना किसी चेतावनी के नॉन-स्ट्राइकर एंड पर बल्लेबाज को रन आउट कर सकता है और इसे विकेट माना जाएगा।
कई क्रिकेटरों का मानना है कि यह ‘खेल की भावना’ को बनाए नहीं रखता है। इस बहस और इसके आसपास का विवाद तब शुरू हुआ जब भारत की दीप्ति शर्मा ने भारत के हालिया इंग्लैंड दौरे के दौरान तीसरे एकदिवसीय मैच में लॉर्ड्स में इंग्लैंड के चार्ली डीन को रन आउट किया था। डीन को उस अवसर के दौरान बहुत पीछे हटते हुए पाया गया जब दीप्ति ने उन्होंने बाहर का रास्ता दिखाया और इस मुद्दे पर बहस छिड़ गई। इससे पहले वर्ल्ड कप से ठीक पहले ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच तीसरे टी20 मैच में स्टार्क ने कुछ ऐसा ही किया था और इंग्लैंड के कप्तान जोस बटलर को जल्दी क्रीज छोड़ने के लिए चेतावनी देते हुए छोड़ दिया था।
हम उसके बिना भारत के बारे में नहीं सोच सकते’, कपिल देव ने की इस खिलाड़ी की तारीफ
नई दिल्ली। भारत के पूर्व कप्तान कपिल देव ने भारत टीम के मध्यक्रम के स्टार बल्लेबाज सूर्यकुमार यादव की तारीफ की है। उन्होंने जोर देकर कहा कि सूर्यकुमार के प्रदर्शन ने लोगों को उनके और उनके खेल के बारे में बात करने के लिए मजबूर किया। पिछले एक साल में सूर्यकुमार भारत की सीमित ओवरों की प्रणाली का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बन गए हैं। उन्होंने कहा, हम उसके बिना भारतीय टीम के बारे में सोच भी नहीं सकते।
कपिल देव ने कहा, किसी ने कभी नहीं सोचा था कि यादव भविष्य में एक प्रभावशाली खिलाड़ी होंगे, लेकिन उन्होंने अपनी बल्लेबाजी से शानदार प्रदर्शन किया और दुनिया को उनके बारे में बात करने के लिए मजबूर किया। अब हम उसके बिना भारत के बारे में नहीं सोच सकते। विराट कोहली, रोहित शर्मा और केएल राहुल के साथ टीम में सूर्यकुमार जैसा बल्लेबाज होने से टीम अपने आप मजबूत हो जाती है।
पिछले हफ्ते घोषित आईसीसी रैंकिंग के अनुसार सूर्यकुमार टी20 इंटरनेशनल में पाकिस्तान के मोहम्मद रिजवान के ठीक नीचे दूसरे स्थान पर हैं। शीर्ष 20 में अन्य उल्लेखनीय भारतीय नाम कप्तान रोहित शर्मा (16), केएल राहुल (13), और विराट कोहली (15) हैं। भारतीय खिलाड़ियों में सूर्यकुमार यादव वर्तमान में सर्वोच्च स्थान पर हैं। इस 32 वर्षीय की टी20 विश्व कप अभियान की शुरुआत अच्छी नहीं रही क्योंकि वह मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड में पाकिस्तान के खिलाफ सस्ते में आउट हो गए। हालांकि विराट कोहली के शानदार प्रदर्शन की बदौलत भारत ने आखिरी गेंद पर चार विकेट से मैच जीत लिया। भारत का अगला मुकाबला 27 अक्टूबर को सिडनी क्रिकेट ग्राउंड (एससीजी) में नीदरलैंड से होगा जिसमें वह छाप छोड़ना चाहेंगे।
मार्कस स्टोइनिस ने की छक्कों की बरसात, जड़ी सबसे तेज फिफ्टी, श्रीलंका को मिली हार
पर्थ। मार्कस स्टोयनिस की 18 गेंद में नाबाद 59 रन की आतिशी पारी के दम पर ऑस्ट्रेलिया ने टी20 विश्व कप के सुपर 12 चरण में ग्रुप एक के मैच में श्रीलंका को सात विकेट से हराकर टूर्नामेंट में दमदार वापसी की। मैन ऑफ द मैच स्टोयनिस ने अपनी पारी में चार चौके और छह छक्के जड़ मैच का रूख पूरी तरह से ऑस्ट्रेलिया की ओर मोड़ दिया।
टी20 में आस्ट्रेलिया के लिए सबसे तेज अर्धशतक
आस्ट्रेलिया की तरफ से यह टी20 में सबसे तेज अर्धशतक है। श्रीलंका ने चरिथ असलंका की नाबाद 38 रन की आक्रामक पारी के दम पर पहले बल्लेबाजी करते हुए छह विकेट पर 157 रन बनाये। जवाब में ऑस्ट्रेलिया ने 16.3 ओवर में लक्ष्य हासिल कर लिया। कप्तान आरोन फिंच 31 रन बनाकर नाबाद रहे। फिंच अपनी 42 गेंद की पारी के दौरान कभी सहज नहीं दिखे तो वही स्टोयनिस ने क्रीज पर कदम रखते ही ताबड़तोड़ शॉट खेले। उन्होंने 17 गेंद में अर्धशतक पूरा किया जो युवराज सिंह के बाद टी20 विश्व कप का दूसरे सबसे तेज अर्धशतक है। स्टोयनिस और फिंच ने 25 गेंद में 69 रन की अटूट साझेदारी की। ऑस्ट्रेलिया के लिए ग्लेन मैक्सवेल ने भी 12 गेंद में दो चौके और दो छक्के की मदद से 23 रन बनाये। श्रीलंका के स्पिनर वानिंदु हसरंगा ने तीन ओवर में 53 रन लुटाये। महीश तीक्षणा ने तीन ओवर में एक विकेट लेकर 23 रन दिये।
T20 में ऑस्ट्रेलिया के लिए सबसे तेज 50 रन
17 गेंदें स्टोइनिस बनाम श्रीलंका पर्थ 2022
18 गेंदें वार्नर बनाम वेस्टइंडीज सिडनी 2010
18 गेंदें मैक्सवेल बनाम पाक मीरपुर 2014
18 गेंदें मैक्सवेल बनाम एसएल कोलंबो 2016
T20- विश्व कप में कम गेंदों का सामना करके सबसे तेज 50 रन
12 गेंदें युवराज सिंह बनाम इंग्लैंड डरबन 2007
17 गेंदें मायबर्ग बनाम आयरलैंड सिलहट 2014
17 गेंदें स्टोइनिस बनाम श्रीलंका पर्थ 2022
इससे पहले श्रीलंका के बल्लेबाज शुरुआती ओवरों में रन बनाने के लिए संघर्ष कर रहे थे लेकिन आखिरी दो ओवरों में 31 रन जोड़कर टीम ने चुनौतीपूर्ण स्कोर खड़ा किया। असलंका ने 25 गेंद की नाबाद पारी में तीन चौके और दो छक्के जड़े। उन्हें चमिका करुणारत्ने (सात गेंद में नाबाद 14 रन) का अच्छा साथ मिला और दोनों ने सातवें विकेट के लिए आखिरी 15 गेंद में 37 रन की अटूट साझेदारी की। टीम के लिए पथुम निसंका ने 45 गेंद में 40 और धनंजय डिसिल्वा 23 गेंद में 26 रन ने दूसरे विकेट के लिए 69 रन की साझेदारी की। ऑस्ट्रेलिया के लिए जोश हेजलवुड, पैट कमिंस, मिशेल स्टार्क, ऐशटन अगर और मैक्सवेल ने एक-एक विकेट लिये।
पावरप्ले में एक भी बाउंड्री नहीं लगी
लक्ष्य का बचाव करते हुए श्रीलंका को पहले ओवर में ही झटका लगा जब तेज गेंदबाज बिनुरा फर्नांडो को मांसपेशियों में खिंचाव के कारण मैदान छोड़ा पड़ा। उनके पहले ओवर को डिसिल्वा ने पूरा किया। ऑस्ट्रेलिया को भी शुरुआती ओवरों में रन बनाने के लिए जूझना पड़ा। टीम पावर प्ले में बल्ले से एक भी बाउंड्री नहीं लगा सकी। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में यह पहली बार हुआ जब ऑस्ट्रेलिया की यह टीम पावरप्ले में एक भी बाउंड्री नहीं लगा सकी। इस बीच पांचवें ओवर में महीश तीक्षणा ने डेविड वार्नर की नौ गेंद में 11 रन की पारी को खत्म किया। पावर प्ले में एक विकेट पर 33 रन बनाने के बाद मार्श ने आठवें ओवर में गेंदबाजी के लिए हसरांगा के खिलाफ चौका और छक्का लगाकर टीम की बाउंड्री का खाता खोला। इस ओवर से 15 रन बने। अब तक रन बनाने के लिए संघर्ष कर रहे फिंच ने नौवें ओवर में डिसिल्वा के खिलाफ छक्का जड़ा लेकिन इसी ओवर में मार्श 17 गेंद में 18 रन बनाकर आउट हो गये।
हसरंगा के ओवर में जड़े 19 रन
मैक्सवेल ने क्रीज पर कदम रखते ही 10वें ओवर में हसरंगा के खिलाफ दो छक्के और एक चौका जड़ ओवर से 19 रन बटोरे। तीक्षणा ने इसके बाद मेडन ओवर फेंका। मैच के 13वें ओवर में करूणारत्ने की गेंद पर फिंच को जीवनदान मिला लेकिन अगली गेंद पर मैक्सवेल आउट हो गये। स्टोइनिस ने क्रीज पर कदम रखते ही बाउंड्री की बारिश शुरू कर दी। उन्होंने हसरंगा के ओवर में दो छक्के और एक चौका लगाने के बाद शुरुआती दो ओवर में तीन रन देने वाले तीक्षणा के द्वारा किये गए 16वें ओवर में तीन छक्के जड़ अपना अर्धशतक पूरा किया।