मालिकाना हक नहीं मिलने तक में आवाज उठाती रहूंगी: अनुपमा रावत

हरिद्वार। बजट सत्र से पहले अनुपमा ने विस्थापितों से मुलाकात कर उनकी समस्याओं को सत्र में उठाने का आश्वासन दिया था। बजट सत्र के दौरान अनुपमा रावत ने 40 वर्ष पूर्व टिहरी विस्थापितो को मालिकाना न दिए जाने पर सदन में आवाज उठाई। अनुपमा रावत ने कहा कि जिन लोगो ने ऐतिहासिक टिहरी डेम के लिए अपनी भूमि दी उन्हें उनके बदले दी गई भूमि का मालिकाना हक मिलना चाहिए। सत्र में जाने से पहले विधायक ने क्षेत्र में जनता की समस्याओं को घर घर जाकर देखा और उन्हें जानने के बाद इन समस्याओं को सदन में सत्र के दौरान उठाने का जनता को आश्वासन दिया। कहा कि सबसे बड़ी समस्या टिहरी विस्थापितों के साथ हमेशा से बनी हुई है। सरकार उन्हें मालिकाना हक नहीं दे रही है। जबकि उन्होंने अपनी जन्मभूमि को छोड़कर सरकार को डेम बनाने का मौका दिया है। ऐसे में उन्हें मालिकाना हक न देकर सरकार उनका उत्पीड़न कर रही है। अनुपमा ने कहा कि वे उन्हें उनका मालिकाना हक को लेकर हमेशा सदन में आवाज बुलंद करती रहेंगी। विधायक अनुपमा रावत ने बताया संसदीय कार्य मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने टिहरी विस्थापितों को मालिकाना हक दिलाने का उन्हें आश्वासन दिया है।